चेन्नई : चंदामामा पत्रिका के लिए कई दशकों तक कार्य करने वाले चित्रकार आर्टिस्ट करतलोवु शिवशंकर (शंकर) का 29 सितंबर को देहांत हो गया. वरिष्ठ कलाकार को 'चंदामामा शंकर' के नाम से जाना जाता था. शंकर 1951 में चंदामामा पत्रिका में शामिल हुए और इसे 60 साल तक अपनी सेवाएं दी थी.
चंदामामा शंकर ने 60 सालों से ज्यादा चंदामामा (अंबुलीमामा) कलाकारों की एक टीम का नेतृत्व किया है. जब चंदामामा पत्रिका बंद हुई तो वह 'रामकृष्ण विजयम' पत्रिका में शामिल हो गए. 96 वर्षीय शंकर का मंगलवार को तिरुपुर जिले में निधन हो गया.
पढ़ें - सावधान! साइबर अपराधी पुलिस की फेक आईडी बनाकर कर रहे पैसों की मांग
बता दें कि चंदामामा ने देश के बच्चों में पढ़ी जाने वाली प्रसिद्ध पत्रिका थी. इसकी कहानियां अद्भुत होती थीं, लेकिन घटती लोकप्रियता के कारण यह 2013 में बंद हो गई. जिसके बाद उन्होंने 'रामकृष्ण विजयम' पत्रिका में काम किया. जाने-माने वरिष्ठ कलाकार चंदामामा शंकर के जाने से पत्रिता जगत ने एक और हीरा खो दिया.