नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव परिणाम की घोषणा से एक दिन पहले सीपीआई के वरिष्ठ नेता और मौजूदा सांसद डी राजा ने कहा कि वाम मोर्चा की महत्ता हमेशा रहेगी. उन्होंने कहा कि भेल ही एग्जिट पोल में वाम दलों को लेकर सकारात्मक रूख नहीं दिखा है, लेकिन हकीकत में ऐसा नहीं होगा.
ईटीवी भारत को दिए एक विशेष साक्षात्कार में डी राजा ने कहा कि जब सोवियत संघ का पतन हुआ, तो लोगों ने कहा कि यह इतिहास का अंत है. भारत में भी लोग कहते हैं कि वामपंथ का अंत हो चुका है. लेकिन हमारी विचारधारा की प्रासंगिकता हमेशा रहेगी.
राजा ने कहा कि पार्टी की तरफ से कहां गलती हुई है, उस पर वामपंथी दल गंभीर रूप से आत्मनिरीक्षण कर रहे हैं. ऐसा भी हो सकता है कि हमारा चुनावी प्रदर्शन विचारधारा और राजनीतिक प्रभाव के अनुसार न रहा हो.
उन्होंने कहा कि वामपंथी और अन्य समान विचारधारा वाले दल लोगों के पास पहुंचे और उन्हें एक बदलाव के लिए वोट देने की अपील की, उन्हें मोदी सरकार के खिलाफ वोट देने के लिए कहा, क्योंकि इस देश में बदलाव की जरूरत है और मुझे ऐसा लगता है कि लोगों ने हमारी बातो को सुना और उसपर अमल किया होगा.
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उन्होंने मोदी सरकार को कुशासन बताया. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार में अर्थव्यवस्था खराब हुई, कृषि क्षेत्र में तनाव बढ़ा, और तो और उद्योग भी ढह गया.
उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू का जिक्र करते हुए राजा ने कहा कि एग्जिट पोल सटीक चुनाव नहीं है. बीजेपी घमंड से लबरेज है, उन्हें कल का इंतजार करना चाहिए.