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महाराष्ट्र के सभी स्कूलों में26 जनवरी से संविधान की प्रस्तावना पढ़ना अनिवार्य - महाराष्ट्र में संविधान की प्रस्तावना पढ़ना अनिवार्य

देश में संविधान का हवाला देकर तमाम प्रदर्शन हो रहे हैं. इस बीच महाराष्ट्र सरकार ने एक कदम आगे बढ़ते हुए राज्य के सभी स्कूलों में प्रार्थना के बाद संविधान की प्रस्तावना पढ़ना अनिवार्य कर दिया है. 26 जनवरी से महाराष्ट्र के सभी प्राथमिक और मध्य विद्यालयों में यह नियम लागू कर दिया जाएगा. बता दें कि शिवसेना की अगुवाई वाली मौजूदा महाराष्ट्र सरकार में राकांपा और कांग्रेस घटक दल के तौर पर शामिल है. जानें विस्तार से...

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महाराष्ट्र की स्कूल शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड़
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Published : Jan 22, 2020, 1:19 PM IST

Updated : Feb 17, 2020, 11:35 PM IST

मुंबई : 26 जनवरी से महाराष्ट्र के सभी स्कूलों में संविधान की प्रस्तावना पढ़ना अनिवार्य होगा. दरअसल महाराष्ट्र सरकार ने एक आदेश जारी करते हुए कहा है सभी प्राथमिक और मध्य विद्यालयों में शुरू में होने वाले प्रार्थना के बाद संविधान की प्रस्तावना पढ़ना होगा.

इस पर महाराष्ट्र की स्कूल शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड़ ने कहा कि राज्य में प्रार्थना के बाद संविधान की प्रस्तावना पढ़ना अनिवार्य किया गया है. इस पहल से बच्चों को संविधान, इसके सिद्धांतों और उसके द्वारा निर्धारित अन्य कानूनों के बारे में जानकारी देना है.

इसके साथ वर्षा गायकवाड़ ने कहा कि अगर कोई बच्चा प्रतिदिन पढ़ता कर शपथ लेता है तो वह समझेगा वह भारत का नागरिक है. इसी तरह संविधान द्वारा निर्धारित चीजों को समझना और उन मूल्यों को सीखना चाहिए.

यह आदेश छात्रों को लेकर उस समय आया है, जब संविधान को साक्षी मानकर बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हो रहा है.

इसे भी पढ़ें- महाराष्ट्र : सभी सरकारी स्कूलों में मराठी भाषा को अनिवार्य बनाएगी सरकार

वहीं कई कांग्रेस नेताओं ने कहा है कि महाराष्ट्र में 'असंवैधानिक' सीएए की अनुमति नहीं दी जाएगी.

बता दें कि देशभर में नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के खिलाफ विरोध प्रदर्शन आयोजित किया जा रहा है.

शिवसेना की अगुवाई वाली मौजूदा महाराष्ट्र सरकार में शिवसेना के साथ राकांपा और कांग्रेस घटक दल के तौर पर शामिल है.

मुंबई : 26 जनवरी से महाराष्ट्र के सभी स्कूलों में संविधान की प्रस्तावना पढ़ना अनिवार्य होगा. दरअसल महाराष्ट्र सरकार ने एक आदेश जारी करते हुए कहा है सभी प्राथमिक और मध्य विद्यालयों में शुरू में होने वाले प्रार्थना के बाद संविधान की प्रस्तावना पढ़ना होगा.

इस पर महाराष्ट्र की स्कूल शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड़ ने कहा कि राज्य में प्रार्थना के बाद संविधान की प्रस्तावना पढ़ना अनिवार्य किया गया है. इस पहल से बच्चों को संविधान, इसके सिद्धांतों और उसके द्वारा निर्धारित अन्य कानूनों के बारे में जानकारी देना है.

इसके साथ वर्षा गायकवाड़ ने कहा कि अगर कोई बच्चा प्रतिदिन पढ़ता कर शपथ लेता है तो वह समझेगा वह भारत का नागरिक है. इसी तरह संविधान द्वारा निर्धारित चीजों को समझना और उन मूल्यों को सीखना चाहिए.

यह आदेश छात्रों को लेकर उस समय आया है, जब संविधान को साक्षी मानकर बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हो रहा है.

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वहीं कई कांग्रेस नेताओं ने कहा है कि महाराष्ट्र में 'असंवैधानिक' सीएए की अनुमति नहीं दी जाएगी.

बता दें कि देशभर में नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के खिलाफ विरोध प्रदर्शन आयोजित किया जा रहा है.

शिवसेना की अगुवाई वाली मौजूदा महाराष्ट्र सरकार में शिवसेना के साथ राकांपा और कांग्रेस घटक दल के तौर पर शामिल है.

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URG GEN NAT
.MUMBAI BOM15
MH-SCHOOLS PREAMBLE
Maha: Reciting preamble mandatory in schools starting Jan 26
         Mumbai, Jan 21 (PTI) Starting January 26, students in
schools across Maharashtra will have to compulsorily read out
the preamble to the Constitution during their morning
assemblies, state minister Varsha Gaikwad said on Tuesday.
         Reading of the preamble is the part of the
"sovereignty of constitution, welfare of all" campaign, a
state government circular said.
         "Students will recite the preamble to the Constitution
so that they know its importance. It is an old GR. But we will
implement it from January 26," the school education minister,
who is a Congress MLA, told reporters here.
         Students will read out the preamble every day after
morning prayers, the minister said.
         A government resolution (GR) about reading the
preamble during school assemblies was issued in February 2013
when the Congress-NCP government was in power.
         As per the circular dated January 21, 2020, the old GR
was not being implemented.
         The move to make students read out the preamble to
Constitution comes at a time when largescale protests are
being held against the Citizenship Amendment Act (CAA) and the
likely National Register of Citizens (NRC).
         The Congress is one of the constituents in the Shiv
Sena-led Maharashtra Vikas Aghadi government along with the
NCP.
         Many Congress leaders have said that the
"unconstitutional" CAA will not be allowed in Maharashtra. PTI
ENM ARU
NSK
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01212050
NNNN
Last Updated : Feb 17, 2020, 11:35 PM IST
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