नई दिल्ली: वह सहज हैं. वह साधारण दिखते हैं, लेकिन वह पूर्वोत्तर राज्य त्रिपुरा के लोगों की सेवा करने के लिए दृढ़ हैं. हम बात कर रहे हैं बीजेपी सांसद रेबती त्रिपुरा की. वे पहली बार लोगों द्वारा चुन कर लोकसभा पहुंचे हैं.
रेबती त्रिपुरा पहली बार 17वें लोकसभा चुनाव में सांसद के रूप में चुने गए हैं. इनके खिलाफ लेफ्ट फ्रंट से उम्मीदवार था, जिसे पराजित कर वे लोकसभा पहुंचे हैं. उन्हें बीजेपी से पहली बार टिकट मिला था.
41 वर्षीय रेबती का कहना है कि मेरे राज्य के लोगों ने मुझे सांसद के रूप में चुना है और अब मैं उनकी सेवा करूंगा. ऐसा करने के लिए मेरा मंत्री होना जरूरी नहीं है.
ईटीवी भारत से बात करते हुए रेबती ने कहा कि मुझे बेहद खुशी है कि मैं लेफ्ट फ्रंट के उम्मीदवार को हराने में सफल रहा. लेफ्ट फ्रंट के सत्ता में होने के दैरान लोगों ने लगभग अपनी अभिव्यक्ति की आजादी को खो दिया था. प्रदेश में लोकतंत्र नहीं रह गया था, पर अब सब कुछ बदल गया है.
पिछले विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने त्रिपुरा में जीत दर्ज की थी. बीजेपी ने लेफ्ट फ्रंट को हराया और राज्य में अपनी सरकार बनाई.
रेबती ने बताया कि हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर-पूर्वी राज्यों की और हमेशा ज्यादा ध्यान केंद्रित किया है. मेरा मानना है कि उनके दिशा-निर्देशों को मानते हुए मैं त्रिपुरा को और भी बेहतर बनाऊंगा.