नई दिल्ली : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि जम्मू-कश्मीर में जमीनी लोकतंत्र को बहाल करने के लिए मोदी सरकार हर संभव कोशिश कर रही है. उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर के इतिहास में पहली बार हाल ही में आयोजित डीडीसी चुनाव उसकी गवाही है.
शाह ने कहा कि इन चुनावों में सामूहिक भागीदारी लोकतंत्र में लोगों के विश्वास को दर्शाती है. इसके बाद जम्मू-कश्मीर की पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती ने कहा 'मैं बीजेपी के उन सभी नेताओं को बताना चाहती हूं जो एनआईए, ईडी और सीबीआई के जरिए राजनीतिक रूप से मुझसे लड़ते हैं.
उन्होंने कहा कि डीडीसी चुनाव और लोकतंत्र और मौलिक अधिकारों के बारे में है.
पहले डीडीसी चुनाव में करीबी मुकाबला
बता दें कि जम्मू-कश्मीर के में पहली बार हुए जिला विकास परिषद (डीडीसी) चुनाव में बेहद करीबी मुकाबला देखने को मिला. चुनाव परिणाम के मुताबिक 19 सीटों पर जीत-हार का अंतर 100 से भी कम वोटों का रहा. राज्य निर्वाचन आयोग के आंकड़ों के अनुसार, इन 19 उम्मीदवारों में से आठ निर्दलीय हैं, जबकि भाजपा के तीन, नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) और कांग्रेस के दो-दो तथा जम्मू-कश्मीर अपनी पार्टी (जेकेएपी), पीपुल्स डेमोक्रेटिक फ्रंट (पीडीएफ) और पीपुल्स कॉन्फ्रेंस (पीसी) के एक-एक उम्मीदवार हैं.
सिर्फ तीन वोट से मिली जीत
पुलवामा जिले के ददसरा निर्वाचन क्षेत्र में निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ने वाले सिख समुदाय के अवतार सिंह ने सिर्फ तीन वोट से जीत हासिल की. सिंह को 246 वोट मिले, जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी एवं नेकां उम्मीदवार अली मोहम्मद भट को 243 वोट मिले.
हार-जीत का अंतर केवल सात वोट
खालिद बीबी ने पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के टिकट पर अनंतनाग जिले के लार्नू सीट पर सात वोटों के अंतर से जीत हासिल की. उन्हें 4,580 मिले मत, जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी एवं निर्दलीय उम्मीदवार साजिदा बेगम को 4,573 वोट मिले.
पूर्व मंत्री भी हारे
शोपियां जिले में सिर्फ 11 वोटों से दो उम्मीदवार चुनाव हार गए. भाजपा के पूर्व मंत्री शाम लाल चौधरी जम्मू जिले के सुचेतगढ़ निर्वाचन क्षेत्र में 11 वोटों से हार गए. राज्य चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार, चौधरी को 12,958 वोट मिले, जबकि निर्दलीय उम्मीदवार तरनजीत सिंह को 12,969 वोट मिले. चौधरी पूववर्ती जम्मू-कश्मीर राज्य में भाजपा-पीडीपी गठबंधन सरकार में मंत्री थे.
इसी तरह, शोपियां जिले में जैनपुरा-1 सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार बिलकीस जान ने गुल इकबाल को 11 वोटों से हराया.
- उधमपुर और पुलवामा जिलों में दो उम्मीदवार महज 14 वोटों के अंतर से जीते. उधमपुर जिले की टिकरी सीट पर भाजपा की आशु शर्मा ने पैंथर्स पार्टी की उम्मीदवार रेश्मा संबयाल को 14 मतों से हराया.
- श्रीनगर जिले के कमरवारी निर्वाचन क्षेत्र में निर्दलीय उम्मीदवार यासीन राथेर ने मात्र 21 वोटों से जीत हासिल की, जिन्होंने जेकेएपी के उम्मीदवार परवेज मीर को हराया.
- अधिकारियों ने बुधवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर के प्रथम डीडीसी चुनावों में गुपकार गठबंधन ने 110 सीटों पर जीत दर्ज की, जबकि 74 सीटों पर जीत हासिल करके भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी.
- उत्तरी कश्मीर के बांदीपुरा और कुपवाड़ा जिलों और जम्मू क्षेत्र के पुंछ और राजौरी जिलों की एक-एक सीटों, यानी कुल चार निर्वाचन क्षेत्रों के परिणामों की घोषणा अभी तक नहीं हुई है.