नई दिल्ली : एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स ने गुरुवार को कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा संकटग्रस्त लक्ष्मी विलास बैंक के बारे में तेजी से समाधान करने से समस्या को काबू में करने तथा बैंकिंग प्रणाली में स्थिरता बनाए रखने में मदद मिलेगी.
आरबीआई ने लक्ष्मी विलास बैंक (एलवीबी) का डीबीएस बैंक इंडिया लिमिटेड (डीबीआईएल) के साथ विलय का प्रस्ताव रखा है. इस प्रस्ताव के तहत डीबीआईएल सिंगापुर स्थित डीबीएस बैंक की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक इकाई बन जाएगी. इसके तहत डीबीएस लक्ष्मी विलास बैंक में 2,500 करोड़ रुपये की पूंजी लगाएगा.
एसएंडपी ने कहा कि यह सौदा भारतीय बैंकिंग क्षेत्र के लिए सकारात्मक है और इससे एलवीबी को बहुप्रतीक्षित राहत मिलेगी.
यह भी पढ़ें- आरबीआई ने लक्ष्मी विलास बैंक से 25,000 रुपये से अधिक की निकासी पर लगाया रोक
एसएंडपी ने आगे कहा कि संकटग्रस्त लक्ष्मी विलास बैंक का तेजी से समाधान करने के आरबीआई के उपायों से समस्या को काबू में करने तथा बैंकिंग प्रणाली में स्थिरता बनाए रखने में मदद मिलेगी. हमारा मानना है कि आरबीआई ने डीबीआईएल के स्वस्थ बहीखाते और पूंजीकरण को ध्यान में रखा है.
अमेरिकी स्थित रेटिंग एजेंसी ने कहा कि उसका हमेशा से मानना है कि भारत सरकार बैंकिंग क्षेत्र के लिए अत्यधिक मददगार है और वह हमेशा कमजोर बैंक का मजबूत बैंक के साथ विलय को बढ़ावा देती है.