नई दिल्ली: राम जन्मभूमि विवाद काफी लंबे समय से खिंचता देख सुप्रीम कोर्ट ने राम मंदिर मध्यस्थता कमेटी का गठन किया है. ये समिति हल और सुझाव निकालने के लिए गठित की गई है. इस समिति ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के वरिष्ठ नेता सुब्रमण्यम स्वामी से सुझाव और हल देने की बात कही है.
स्वामी ने ट्वीट कर कहा कि गुरुवार को उच्चतम न्यायलय द्वारा गठित राम मंदिर मध्यस्थता कमेटी (Ram Temple Mediation Committee) ने मुझे आमंत्रित किया और कहा कि इस विवाद का आप कोई सुझाव दें. इसी सिलसिले में हम एक तारीख तय कर रहे हैं.
सुप्रीम कोर्ट द्वारा जारी आदेश में ये साफ तौर पर कहा गया है कि इस मुद्दे का हल सभी पक्षों के साथ बैठकर निकालने पर ही निकलेगा. साथ ही कोर्ट का मानना है कि पूर्ण गोपनीयता के साथ ही इस मामले की सुनवाई की जाएगी, ताकि यह प्रक्रिया सफलता पूर्वक पूरी हो सके.
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मामले की सुनवाई करने वाली पीठ ने जो समिति गठित की है उसकी अध्यक्षता फकीर मोहम्मद इब्राहिम कलीफुल्ला कर रहे हैं. इस समिति में आर्ट ऑफ लिविंग के फाउंडर श्री श्री रविशंकर और मद्रास हाईकोर्ट के वकील श्रीराम पंचू भी शामिल हैं.
ये समिति फैजाबाद में बैठक करेगी और राज्य सरकार इनको जरूरत की सभी चीजें मुहैया कराएगी. समिति के सदस्य कभी भी कोई कानूनी मदद ले सकते हैं. साथ ही इनको अन्य सदस्य चुनने की भी अनुमति है.