हैदराबाद (डेस्क): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मणिपुर में एक जनसभा को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला. पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने नार्थ ईस्ट में भी बहुत से खेल खेले हैं. वो खेल आपकी जिंदगियों से खेले हैं. कांग्रेस और उनके साथी चुनाव में ही यहां दिखाई देते हैं. चुनाव बाद गायब हो जाते हैं.
प्रधानमंत्री का बिंदुवार संबोधन
- यहां के कांग्रेस नेता चौकीदारों के क्वार्टर हड़प जाते हैं और दिल्ली में उनके नामदार देश की सुरक्षा से जुड़े सौदों में दलाली खाते हैं.
- कांग्रेस की नीयत ठगी की थी, करप्शन की थी. जब मणिपुर में कांग्रेस की सरकार थी तो उन्होंने चौकीदारों तक को नहीं छोड़ा.
- चौकीदार क्वार्टर स्कैम जो कर सकते हैं, वो आपके हितों की रक्षा कैसे कर सकते हैं.
- नॉर्थ ईस्ट में बीपीओ के माध्यम से युवाओं को रोज़गार के नए अवसर मिले हैं.
- मुद्रा योजना से मणिपुर के 1 लाख युवाओं को बिना गारंटी के लोन दिए गए हैं.
- 60 हज़ार महिलाएं मुद्रा योजना से लाभान्वित हुई हैं.
- दुनिया में मोबाइल फोन बनाने वाला भारत दूसरा सबसे बड़ा देश है. कांग्रेस के जमाने में सिर्फ दो कंपनियां थीं. आज 125 कंपनियां हो गई हैं.
- हां, ये लोग कुछ चीज़ें मैन्युफैक्चर करने में ज़रूर मास्टर हैं. ये गाली गलौज मैन्युफैक्चर करने में मास्टर हैं. ये झूठ मैन्युफैक्चर करने में मास्टर हैं.
- मुझे बताया गया है कि नामदार ने कहा है कि वो नॉर्थ ईस्ट को मैन्युफैक्चरिंग का हब बनाएंगे.
- इतने वर्षों तक कांग्रेस के शासन में यहां क्या मैन्युफैक्चर हुआ, ये आपसे अच्छा और कौन जानता है.
- कांग्रेस का जो ढकोसलापत्र है वो भारत का कम पाकिस्तान का भोंपू ज्यादा लगता है.
- कांग्रेस ने कहा कि धारा 370 पर कोई भी हाथ नहीं लगा सकता, वहां पाकिस्तान की सरकार ने वही बात दोहरा दी.
- जो प्रोपेगेंडा पाकिस्तान दुनिया में फैलाना चाहता है, कांग्रेस उसी को आगे बढ़ाती है.
- कांग्रेस उन लोगों के साथ खड़ी है जो कहते हैं कि जम्मू कश्मीर में दो प्रधानमंत्री होने चाहिए.
- जो कांग्रेस मोदी के विरोध में राष्ट्र की सुरक्षा, राष्ट्रीय एकता तक को दांव पर लगा सकती है, उसकी बातों को लोग कैसे गंभीरता से लेंगे?
- भारत पहली बार पाकिस्तान में जाकर आतंकवादियों के ठिकानों पर हमला करता है, कांग्रेस कहती है सबूत दो.
- हमने निर्णय लेने वाली सरकार चलाई है. फैसले टालने वाले हम लोग नहीं हैं. इसी ताकत ने आज पूरे भारत की ग्लोबल स्टैडिंग एक अलग स्तर पर है.
- फैसला लेने की इसी ताकत से आज सही मायने में सबका साथ, सबका विकास हो रहा है.
- पांच वर्षों के दौरान जो कुछ भी मैं कर पाया हूं, उसका श्रेय आप सभी को जाता है.
- अगर आप सभी ने मेरा साथ ना दिया होता, तो देश के लिए कड़े और बड़े फैसले लेने की हिम्मत मैं भी नहीं कर पाता.