ETV Bharat / bharat

कांग्रेस की वंशवादी राजनीति समाप्त नहीं, बल्कि पतन की ओर : राकेश सिन्हा

कांग्रेस पार्टी से लगातार नेता या तो नाराज नजर आ रहे हैं या तो पार्टियां छोड़ते जा रहे हैं. अभी हाल ही हरियाणा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अशोक तंवर ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया तो वहीं मुंबई कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष संजय निरूपम पार्टी से नाराज हो गए है. भाजपा सांसद ने कहा कि कांग्रेस के नेता पार्टी से खुश नहीं है.

राकेश सिन्हा (फाइल फोटो)
author img

By

Published : Oct 6, 2019, 7:46 PM IST

Updated : Oct 6, 2019, 8:24 PM IST

नई दिल्लीः हरियाणा और महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव नजदीक है और देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस अंदरूनी कलह से जूझती नजर आ रही है. इस पर भाजपा के राज्यसभा सांसद राकेश सिन्हा ने कहा कि कांग्रेस में पहले गुटों के बीच संघर्ष चल रहा था और यह कुछ हद तक राजनीतिक पार्टियों में स्वीकार्य भी है. लेकिन अब कांग्रेस की स्थिति यहां तक पहुंच गई है कि उसके रखवालों के बीच में ही संघर्ष शुरू हो गया है.

राकेश सिन्हा ने कहा कि कांग्रेस के इतिहास को मैं दो रुप में देखता हूं पहला यह कि जवाहर लाल नेहरू से राजीव गांधी तक पार्टी में ब्रिटेन की विक्टोरियन संस्कृति (वंशवाद) चलती थी. दूसरी अब यह है कि सोनिया के समय में पार्टी में मुगल संस्कृति आ गई है और मां बेटा, भाई बहन, बेटी मां के बीच सत्ता का संघर्ष चल रहा है. इसी को कहा जाता है कि सत्ता का लाभ आ जाने पर लोगों की संवेदनशीलता, अपनत्व समाप्त हो जाता है. मुझे लगता है कांग्रेस की वंशवादी राजनीति समाप्त नहीं हो रही है बल्कि पतन की ओर जा रही है.

ईटीवी भारत से बात करते राकेश सिन्हा

राज्यसभा सांसद ने कहा कि वास्तव में राहुल और सोनिया के बीच का मतभेद अब पारिवारिक झगड़ा नहीं रह गया है. बल्कि अब दोनों के चाहने वालों में, उनकी दृष्टि में बदलाव आ गया है. कांग्रेस अब नेतृत्व विहीन हो गया है और बिना पतवार का नाव हो गया है. कांग्रेस में बचे लोग पार्टी छोड़कर दूसरी पार्टियों में शामिल होते जा रहे हैं.

पढ़ेंः असम की तरह बिहार में भी लागू हो NRC : राकेश सिन्हा

राकेश सिन्हा ने कहा कि राहुल देश में रहते है तो बड़ी बड़ी बाते करते हैं उनकी बातों से लगता है कि वे देश की समाजिक सांस्कृतिक संवेदना से बोलते हैं. लेकिन जब उनकी जरूरत देश और उनकी पार्टी को रहती है तो वह विदेश चले जाते है.

नई दिल्लीः हरियाणा और महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव नजदीक है और देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस अंदरूनी कलह से जूझती नजर आ रही है. इस पर भाजपा के राज्यसभा सांसद राकेश सिन्हा ने कहा कि कांग्रेस में पहले गुटों के बीच संघर्ष चल रहा था और यह कुछ हद तक राजनीतिक पार्टियों में स्वीकार्य भी है. लेकिन अब कांग्रेस की स्थिति यहां तक पहुंच गई है कि उसके रखवालों के बीच में ही संघर्ष शुरू हो गया है.

राकेश सिन्हा ने कहा कि कांग्रेस के इतिहास को मैं दो रुप में देखता हूं पहला यह कि जवाहर लाल नेहरू से राजीव गांधी तक पार्टी में ब्रिटेन की विक्टोरियन संस्कृति (वंशवाद) चलती थी. दूसरी अब यह है कि सोनिया के समय में पार्टी में मुगल संस्कृति आ गई है और मां बेटा, भाई बहन, बेटी मां के बीच सत्ता का संघर्ष चल रहा है. इसी को कहा जाता है कि सत्ता का लाभ आ जाने पर लोगों की संवेदनशीलता, अपनत्व समाप्त हो जाता है. मुझे लगता है कांग्रेस की वंशवादी राजनीति समाप्त नहीं हो रही है बल्कि पतन की ओर जा रही है.

ईटीवी भारत से बात करते राकेश सिन्हा

राज्यसभा सांसद ने कहा कि वास्तव में राहुल और सोनिया के बीच का मतभेद अब पारिवारिक झगड़ा नहीं रह गया है. बल्कि अब दोनों के चाहने वालों में, उनकी दृष्टि में बदलाव आ गया है. कांग्रेस अब नेतृत्व विहीन हो गया है और बिना पतवार का नाव हो गया है. कांग्रेस में बचे लोग पार्टी छोड़कर दूसरी पार्टियों में शामिल होते जा रहे हैं.

पढ़ेंः असम की तरह बिहार में भी लागू हो NRC : राकेश सिन्हा

राकेश सिन्हा ने कहा कि राहुल देश में रहते है तो बड़ी बड़ी बाते करते हैं उनकी बातों से लगता है कि वे देश की समाजिक सांस्कृतिक संवेदना से बोलते हैं. लेकिन जब उनकी जरूरत देश और उनकी पार्टी को रहती है तो वह विदेश चले जाते है.

Intro:नयी दिल्ली: हरियाणा और महाराष्ट्र का विधानसभा चुनाव नजदीक है लेकिन कांग्रेस दोनों जगह लगातार अंदरूनी कलह से जूझ रही है, मुंबई कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष संजय निरुपम नाराज हो गए क्योंकि जिन लोगों को वो चाहते थे की टिकट मिले उन्हें टिकट नहीं मिला, वह बागी रुख अख्तियार किए हुए हैं.


Body:हरियाणा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अशोक तंवर भी नाराज हो गए हैं और उन्होंने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है, जिस तरह से टिकट वितरण हुआ है उसे वह नाराज हैं. बीजेपी के राज्यसभा सांसद राकेश सिन्हा ने कहा कि कांग्रेस अपने समापन की ओर बढ़ रही है, कांग्रेस जल्द समाप्त हो जाएगी, वहां परिवार में सत्ता संघर्ष चल रहा है, मां बेटा बहन सब आपस में लड़ रहे हैं

उन्होंने कहा कि जब भी कांग्रेस की परीक्षा की घड़ी होती है, राहुल गांधी देश से गायब हो जाते हैं, खबरें को वह फिर विदेश चले गए हैं


Conclusion:उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे तब भी और जब से प्रधानमंत्री हैं तब से भी कभी छुट्टी नहीं लेते, लगातार काम करते रहते हैं, दो राज्यों में चुनाव है लेकिन राहुल फिर गायब हो गए.

वहीं राकेश सिन्हा से जब पूछा गया क्या आपको लगता है कि राहुल गांधी ने अध्यक्ष रहते हुए जिन नेताओं को आगे बढ़ाया था उनको साजिश के तहत आज किनारे किया जा रहा है तो इस पर राकेश सिन्हा ने कहा कि यह तो हो ही रहा है जो सोनिया गांधी के करीबी लोग हैं वह राहुल गांधी के करीबी लोग को किनारे करवा रहे
Last Updated : Oct 6, 2019, 8:24 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.