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राजनाथ का अमेरिकी नौसैन्य हवाई अड्डे का दौरा, लड़ाकू विमानों का प्रदर्शन देखा

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री एस. जयशंकर अपने अमेरिकी समकक्षों के साथ टू प्लस टू वार्ता के लिए वाशिंगटन में हैं. इस दौरान राजनाथ वर्जीनिया में नॉरफॉक स्थित नौसैन्य हवाई अड्डे का दौरा किया और उन्होंने वाणिज्यिक विमान प्रदर्शनी तथा बोईंग लड़ाकू विमानों का प्रदर्शन भी देखा.

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अमेरिकी नौसैन्य हवाई अड्डे के दौरे पर राजनाथ.
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Published : Dec 18, 2019, 6:28 PM IST

वाशिंगटन : रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को अमेरिका के वर्जीनिया में नॉरफॉक स्थित नौसैन्य हवाई अड्डे का दौरा किया. इस दौरान उन्होंने वाणिज्यिक विमान प्रदर्शनी तथा बोइंग लड़ाकू विमानों का प्रदर्शन भी देखा. उन्होंने उम्मीद जताई कि दोनों देशों के बीच जो मजबूत रक्षा संबंध हैं, वे निकट भविष्य में और मजबूत होंगे.

राजनाथ और विदेश मंत्री एस. जयशंकर बुधवार को होने वाली दूसरी टू प्लस टू वार्ता के लिए अमेरिका आए हैं. अमेरिकी रक्षा मंत्री मार्क एस्पर और विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने उनकी अगवानी की.

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अमेरिकी नौसैन्य हवाई अड्डे के अधिकारियों से मिलते राजनाथ सिंह.

रक्षामंत्री ने मंगलवार को ट्वीट किया, 'अमेरिका के नॉरफॉक में नौसेना के हवाई अड्डे ओशियाना का दौरा किया और अत्याधुनिक वाणिज्यिक विमान प्रदर्शनी और लड़ाकू एवं हमलावर विमान 18ई का प्रदर्शन देखा.'

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राजनाथ सिंह का ट्वीट

उन्होंने एक अन्य ट्वीट में लिखा, 'नॉरफॉक के नौसैन्य अड्डे पर मुझे निमिट्ज श्रेणी के यूएसएस विमान वाहक ड्वाइट डी आइजनहावर में सवार होने का अवसर मिला. हमने भारत और अमेरिका के बीच मजबूत रक्षा संबंधों को प्रदर्शित किया.'

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अमेरिकी नौसैन्य हवाई अड्डे के दौरे पर राजनाथ.

आधिकारिक बयान में कहा गया कि यह दौरा अमेरिका और भारत के बीच रक्षा साझेदारी की गहराई को और दोनों देशों की नौसेनाओं के बीच करीबी संबंधों को रेखांकित करता है.

रक्षा मंत्री के साथ यहां अमेरिका में भारतीय राजदूत हर्षवर्धन शृंगला, रक्षा सचिव अजय कुमार, भारत सरकार के अन्य वरिष्ठ अधिकारी तथा सैन्य अधिकारी भी आए हैं.

अमेरिकी अधिकारियों ने कहा कि इस दौरे से दोनों देशों के बीच साझेदारी और मजबूत होगी.

वक्तव्य में कहा गया कि भारत और अमेरिका सैन्य अभियानों, रक्षा व्यापार, आधिकारिक दौरों और आदान-प्रदान समेत दुनिया के सबसे बड़े अमेरिकी नौसैन्य अड्डे के इस दौरे के साथ रक्षा सहयोग को मजबूत बना रहे हैं.

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अमेरिकी नौसैन्य हवाई अड्डे के दौरे पर राजनाथ.

वायुसेना अड्डे पर सिंह का दौरा खास माना जा रहा है कि क्योंकि इससे ऐसे संकेत मिलते हैं कि भारत वायुसेना और नौसेना के लिए लड़ाकू विमान के संबंध में इन विकल्पों को भी गंभीरता से देख रहा है.

एफ/ए-18ई (सुपर हॉर्नेट) के उत्पादक बोइंग ने इन लड़ाकू विमानों की ब्लॉक तीन श्रेणी का प्रस्ताव दिया है.

बोइंग डिफेंस, स्पेस एंड सिक्योरिटी की एक शाखा स्ट्राइक, सर्विलान्स एंड मोबिलिटी, ग्लोबल सेल्स एंड मार्केटिंग के उपाध्यक्ष थॉम ब्रेकेनरिज ने हाल में एक साक्षात्कार में कहा था कि सुपर हॉर्नेट में फिनलैंड, स्विट्जरलैंड, भारत और जर्मनी समेत कई देशों की दिलचस्पी है.

उन्होंने कहा, 'भारत के विमान वाहकों के साथ एफ/ए-18 का जुड़ाव ‘प्रमुख रक्षा साझेदार’ बनने के भारत के संकल्प और एशिया पेसिफिक रिएश्योरेंस पहल की बानगी होगा. यह अमेरिका और भारत के बीच नए संबंधों का एक महत्वपूर्ण प्रतीक बनेगा.'

ये भी पढ़ें-भारत और अमेरिका के बीच 2 + 2 मंत्री स्तरीय वार्ता आज

ब्रेकेनरिज ने कहा, 'भारत के लिए हमारा नया प्रस्ताव है भारत द्वारा-भारत के लिए, इसमें रखरखाव, प्रशिक्षण सेवा और अद्यतन करना शामिल है.'

उन्होंने यह भी कहा था कि भारत में बोइंग भारतीय वायुसेना और नौसेना को रखरखाव एवं प्रशिक्षण सेवा मुहैया करा रहा है.

ब्रेकेनरिज ने कहा, 'भारतीय नौसेना, भारत के निजी और सार्वजनिक क्षेत्र के संगठनों और अमेरिका स्थित उद्योग के साझोदारों के साथ मिलकर बोइंग विशेष क्षमताओं को स्थानीय स्तर पर उपलब्ध करवाने की दिशा में काम करेगा. इससे एफ/ए-18 सुपर हॉर्नेट का इसके पूरे सेवाकाल में रखरखाव भारत में ही संभव हो जाएगा.'

वाशिंगटन : रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को अमेरिका के वर्जीनिया में नॉरफॉक स्थित नौसैन्य हवाई अड्डे का दौरा किया. इस दौरान उन्होंने वाणिज्यिक विमान प्रदर्शनी तथा बोइंग लड़ाकू विमानों का प्रदर्शन भी देखा. उन्होंने उम्मीद जताई कि दोनों देशों के बीच जो मजबूत रक्षा संबंध हैं, वे निकट भविष्य में और मजबूत होंगे.

राजनाथ और विदेश मंत्री एस. जयशंकर बुधवार को होने वाली दूसरी टू प्लस टू वार्ता के लिए अमेरिका आए हैं. अमेरिकी रक्षा मंत्री मार्क एस्पर और विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने उनकी अगवानी की.

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अमेरिकी नौसैन्य हवाई अड्डे के अधिकारियों से मिलते राजनाथ सिंह.

रक्षामंत्री ने मंगलवार को ट्वीट किया, 'अमेरिका के नॉरफॉक में नौसेना के हवाई अड्डे ओशियाना का दौरा किया और अत्याधुनिक वाणिज्यिक विमान प्रदर्शनी और लड़ाकू एवं हमलावर विमान 18ई का प्रदर्शन देखा.'

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राजनाथ सिंह का ट्वीट

उन्होंने एक अन्य ट्वीट में लिखा, 'नॉरफॉक के नौसैन्य अड्डे पर मुझे निमिट्ज श्रेणी के यूएसएस विमान वाहक ड्वाइट डी आइजनहावर में सवार होने का अवसर मिला. हमने भारत और अमेरिका के बीच मजबूत रक्षा संबंधों को प्रदर्शित किया.'

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अमेरिकी नौसैन्य हवाई अड्डे के दौरे पर राजनाथ.

आधिकारिक बयान में कहा गया कि यह दौरा अमेरिका और भारत के बीच रक्षा साझेदारी की गहराई को और दोनों देशों की नौसेनाओं के बीच करीबी संबंधों को रेखांकित करता है.

रक्षा मंत्री के साथ यहां अमेरिका में भारतीय राजदूत हर्षवर्धन शृंगला, रक्षा सचिव अजय कुमार, भारत सरकार के अन्य वरिष्ठ अधिकारी तथा सैन्य अधिकारी भी आए हैं.

अमेरिकी अधिकारियों ने कहा कि इस दौरे से दोनों देशों के बीच साझेदारी और मजबूत होगी.

वक्तव्य में कहा गया कि भारत और अमेरिका सैन्य अभियानों, रक्षा व्यापार, आधिकारिक दौरों और आदान-प्रदान समेत दुनिया के सबसे बड़े अमेरिकी नौसैन्य अड्डे के इस दौरे के साथ रक्षा सहयोग को मजबूत बना रहे हैं.

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अमेरिकी नौसैन्य हवाई अड्डे के दौरे पर राजनाथ.

वायुसेना अड्डे पर सिंह का दौरा खास माना जा रहा है कि क्योंकि इससे ऐसे संकेत मिलते हैं कि भारत वायुसेना और नौसेना के लिए लड़ाकू विमान के संबंध में इन विकल्पों को भी गंभीरता से देख रहा है.

एफ/ए-18ई (सुपर हॉर्नेट) के उत्पादक बोइंग ने इन लड़ाकू विमानों की ब्लॉक तीन श्रेणी का प्रस्ताव दिया है.

बोइंग डिफेंस, स्पेस एंड सिक्योरिटी की एक शाखा स्ट्राइक, सर्विलान्स एंड मोबिलिटी, ग्लोबल सेल्स एंड मार्केटिंग के उपाध्यक्ष थॉम ब्रेकेनरिज ने हाल में एक साक्षात्कार में कहा था कि सुपर हॉर्नेट में फिनलैंड, स्विट्जरलैंड, भारत और जर्मनी समेत कई देशों की दिलचस्पी है.

उन्होंने कहा, 'भारत के विमान वाहकों के साथ एफ/ए-18 का जुड़ाव ‘प्रमुख रक्षा साझेदार’ बनने के भारत के संकल्प और एशिया पेसिफिक रिएश्योरेंस पहल की बानगी होगा. यह अमेरिका और भारत के बीच नए संबंधों का एक महत्वपूर्ण प्रतीक बनेगा.'

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ब्रेकेनरिज ने कहा, 'भारत के लिए हमारा नया प्रस्ताव है भारत द्वारा-भारत के लिए, इसमें रखरखाव, प्रशिक्षण सेवा और अद्यतन करना शामिल है.'

उन्होंने यह भी कहा था कि भारत में बोइंग भारतीय वायुसेना और नौसेना को रखरखाव एवं प्रशिक्षण सेवा मुहैया करा रहा है.

ब्रेकेनरिज ने कहा, 'भारतीय नौसेना, भारत के निजी और सार्वजनिक क्षेत्र के संगठनों और अमेरिका स्थित उद्योग के साझोदारों के साथ मिलकर बोइंग विशेष क्षमताओं को स्थानीय स्तर पर उपलब्ध करवाने की दिशा में काम करेगा. इससे एफ/ए-18 सुपर हॉर्नेट का इसके पूरे सेवाकाल में रखरखाव भारत में ही संभव हो जाएगा.'

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.WASHINGTON FGN17
US-RAJNATH-LD AIR STATION
Rajnath Singh visits US naval air station, hopes defence ties will further strengthen
By Lalit K Jha
(Eds: Updating with more inputs, pix)
         Washington, Dec 18 (PTI) Defence Minister Rajnath Singh visited Naval Air Station base at Norfolk in the US during which he observed a static display and a Boeing fighter jet demonstration and hoped that the "strong defence ties" between the two countries will further strengthen in the near future.
         Singh, along with External Affairs Minister S Jaishankar, is in the US for the second 2+2 dialogue on Wednesday. They are being hosted by their US counterparts Defense Secretary Mark Esper and the Secretary of State Mike Pompeo.
         Visited the Naval Air Station Oceana, Norfolk in the USA and observed a static display, and also F/A-18E flight demonstration, Singh said in a tweet on Tuesday.
         At the Naval Station Norfolk, I had the opportunity to be on board USS Dwight D. Eisenhower, the Nimitz-class aircraft carrier and we reflected on the strong defence ties between India and the United States, he said in another tweet.
          According to an official statement, the visit highlighted the depth of the US-India defence partnership and the close ties between the navies of the two countries.
         The defence minister was accompanied by the Indian Ambassador to the US Harsh Vardhan Shringla, Defence Secretary Ajay Kumar, other senior officials of the Indian government and active-duty military officers.
         Singh said his visit reflected on the strong defence ties between India and the US and hoped that the relations will further strengthen in the near future.
         The Indian delegation was greeted by James Anderson, who is performing the duties of Deputy Under Secretary of Defense for Policy; Commander, Naval Air Force Atlantic Rear Adm. Roy Kelley; Deputy Assistant Secretary of the Navy for International Programs Rear Adm. Francis Morley; and Commanding Officer, NAS Oceana Capt. John Hewitt.
         The US officials said the visit will further bolster the partnerships between the two countries.
         India and the US continue to build defence cooperation ties through military exercises, defence trade and official visits and exchanges, including this visit to the largest US naval base in the world, the statement said.
         Singh's visit to the naval air station gains significance given that India is seriously looking into these options of fighter jets both for its air force and navy.
         Boeing, the manufacture of F/A-18E, has offered Block III of these fighter jets which, according to its officials, has carrier compatibility, advanced capability, affordability meaning low acquisition cost plus low cost per flight hour.
         International interest in the Super Hornet remains high and includes Finland, Switzerland, India and Germany, who recently down selected the Super Hornet over the competition. There are over 400 F/A-18 sales opportunities outside the US, said Thom Breckenridge, vice president, Strike, Surveillance & Mobility, Global Sales and Marketing, Boeing Defense, Space & Security, in a recent interview.
         The F/A-18's integration with Indian carriers would demonstrate India's commitment as a Major Defense Partner' and the Asia Pacific Reassurance Initiative, serving as an important symbol of the new relationship between the United States and India, Breckenridge told PTI.
         In fact, the F/A-18 is the anchor of US-India naval aviation cooperation that can result in sharing of tactics, upgrades and knowledge and sharing of best practices in modern naval aviation systems, carrier integration know-how, services and training and weapon systems.
         New to our India offer is By India - For India sustainment, training services and upgrades offering. Will leverage our current supplier base in India for F/A-18 Super Hornets to deliver high rates of mission readiness to our customers at competitive pricing, throughout the lifecycle of the aircraft, he said.
         Boeing in India has been providing sustainment and training services to Indian Air Force and Navy with mission readiness rates of over 85 per cent for the C-17 and P-8I India fleets, he added.
         Breckenridge asserted that Boeing is uniquely qualified to offer mission capability rates using a scalable yet flexible solution to the Indian Navy building on successful sustainment programs that are currently being executed for the Indian Navy and Air Force.
         Boeing will partner with the Indian Navy, Indian private and public sector organisations, and US-based industry partners to localize specific capabilities that will allow F/A-18 Super Hornet to be sustained from India throughout the lifecycle, he said in response to a question. PTI LKJ
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