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आतंकी की गोली का निशाना बने चालक का शव लेने से ग्रामीणों ने किया इनकार

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Published : Oct 16, 2019, 12:46 PM IST

Updated : Oct 16, 2019, 2:41 PM IST

जम्मू-कश्मीर के शोपियां में आतंकवादियों ने राजस्थान के एक ट्रक को निशाना बनाया था. इस घटना में ट्रक ड्राइवर की हत्या कर दी गई थी. ग्रामीणों ने उसका शव लेने से इनकार कर दिया है. जानें, क्या है इसकी वजह.

शरीफ खान का शव लेने से ग्रामीणों ने किया इंकार

जयपुरः जम्मू-कश्मीर में आतंकियों द्वारा राजस्थान के एक ट्रक चालक की हत्या का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. ट्रक चालक शरीफ खान के परिवार वालों और ग्रामीणों ने उसका शव लेने से इनकार कर दिया. वे लोग भरतपुर के रहने वाले हैं.

शरीफ खान के गांव वालों ने कहा कि उनके परिवार को उचित मुआवजा दिया जाए. उन्होंने कहा कि शरीफ को सरकार शहीद का दर्जा दे.

आपको बता दें कि शरीफ का साथी इकराम खान, जो वहां से बचकर भाग निकला था, उसने पूरा घटनाक्रम बताया. उन्होंने कहा, 'हम खाना खाकर ट्रक में सोने गए, तभी वहां दो आतंकी आये और उन्होंने शरीफ और मुझे पकड़ लिया. इसके बाद मैं किसी तरह वहां से भाग निकला और एक किसान के घर में छुपकर अपनी जान बचाई.'

शरीफ का साथी इकराम खान ने पूरा घटनाक्रम बताया

इकराम ने आगे बताया कि आतंकवादियों ने वहां से सेब लोड करने से साफ मनाही की थी. वे जबरन शरीफ को पकड़ कर ले गए और उसकी गोली मारकर हत्या करने के बाद ट्रक में आग लगा दी.

शव लेने से ग्रामीणों ने किया इनकार

पढ़ें-शोपियां में आतंकियों ने ट्रक ड्राइवर की गोली मारकर हत्या की, सर्च ऑपरेशन जारी

आपको बता दें कि मंगलवार देर रात शरीफ खान का शव उसके गांव पहुंचा. गांव वालों द्वारा शव को लिए जाने से इनकार करने का बाद उसे मुर्दाघर में रखवा दिया गया है. हांलाकि सुबह होने के बाद भी गांव वाले शव लेने को तैयार नहीं हैं.

शव लेने से इंनकार कर रहे परिजन व ग्रामीण पांच मांगों पर अड़े हुए हैं. उनकी पांच मांगे हैं-

  1. मृतक के परिवार के एक सदस्य को नौकरी दी जाए.
  2. 50 लाख रुपये नकद मुआवजा दिया जाए.
  3. मृतक के परिवार के लिए सारी सरकारी सुविधाएं मुहैया कराई जाएं.
  4. शरीफ खान को शहीद का दर्जा दिया जाए.
  5. मृतक शरीफ खान के नाम पर शहीद स्थल बनाया जाए.

दरअसल राजस्थान के भरतपुर जिले के पहाड़ी थाना क्षेत्र के गांव उभाका का निवासी 40 वर्षीय शरीफ खान एक ट्रक ड्राइवर था. विगत सोमवार को जम्मू-कश्मीर के सोपियां में सेब की लोडिंग करने गया था जहां आतंकवादियों ने गोली मारकर उसकी हत्या कर दी थी.

बता दें कि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से पाकिस्तान बौखलाया हुआ है और समय-समय पर घाटी में आतंकी वारदात को अंजाम देता आ रहा है.

जयपुरः जम्मू-कश्मीर में आतंकियों द्वारा राजस्थान के एक ट्रक चालक की हत्या का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. ट्रक चालक शरीफ खान के परिवार वालों और ग्रामीणों ने उसका शव लेने से इनकार कर दिया. वे लोग भरतपुर के रहने वाले हैं.

शरीफ खान के गांव वालों ने कहा कि उनके परिवार को उचित मुआवजा दिया जाए. उन्होंने कहा कि शरीफ को सरकार शहीद का दर्जा दे.

आपको बता दें कि शरीफ का साथी इकराम खान, जो वहां से बचकर भाग निकला था, उसने पूरा घटनाक्रम बताया. उन्होंने कहा, 'हम खाना खाकर ट्रक में सोने गए, तभी वहां दो आतंकी आये और उन्होंने शरीफ और मुझे पकड़ लिया. इसके बाद मैं किसी तरह वहां से भाग निकला और एक किसान के घर में छुपकर अपनी जान बचाई.'

शरीफ का साथी इकराम खान ने पूरा घटनाक्रम बताया

इकराम ने आगे बताया कि आतंकवादियों ने वहां से सेब लोड करने से साफ मनाही की थी. वे जबरन शरीफ को पकड़ कर ले गए और उसकी गोली मारकर हत्या करने के बाद ट्रक में आग लगा दी.

शव लेने से ग्रामीणों ने किया इनकार

पढ़ें-शोपियां में आतंकियों ने ट्रक ड्राइवर की गोली मारकर हत्या की, सर्च ऑपरेशन जारी

आपको बता दें कि मंगलवार देर रात शरीफ खान का शव उसके गांव पहुंचा. गांव वालों द्वारा शव को लिए जाने से इनकार करने का बाद उसे मुर्दाघर में रखवा दिया गया है. हांलाकि सुबह होने के बाद भी गांव वाले शव लेने को तैयार नहीं हैं.

शव लेने से इंनकार कर रहे परिजन व ग्रामीण पांच मांगों पर अड़े हुए हैं. उनकी पांच मांगे हैं-

  1. मृतक के परिवार के एक सदस्य को नौकरी दी जाए.
  2. 50 लाख रुपये नकद मुआवजा दिया जाए.
  3. मृतक के परिवार के लिए सारी सरकारी सुविधाएं मुहैया कराई जाएं.
  4. शरीफ खान को शहीद का दर्जा दिया जाए.
  5. मृतक शरीफ खान के नाम पर शहीद स्थल बनाया जाए.

दरअसल राजस्थान के भरतपुर जिले के पहाड़ी थाना क्षेत्र के गांव उभाका का निवासी 40 वर्षीय शरीफ खान एक ट्रक ड्राइवर था. विगत सोमवार को जम्मू-कश्मीर के सोपियां में सेब की लोडिंग करने गया था जहां आतंकवादियों ने गोली मारकर उसकी हत्या कर दी थी.

बता दें कि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से पाकिस्तान बौखलाया हुआ है और समय-समय पर घाटी में आतंकी वारदात को अंजाम देता आ रहा है.

Intro:भरतपुर-16.10.2019

एंकर-- जम्मू कश्मीर में आतंकबादियों द्वारा भरतपुर निवासी ट्रक चालक सरीफ खान की गोली मारकर हत्या करने का मामला टूल पकड़ता जा रहा है जहाँ रात को शव गाँव पहुँचाया गया मगर ग्रामीणों ने शव को लेने से इंकार कर दिया और पीड़ित परिवार को क्षतिपूर्ति,मृतक को शहीद का दर्जा देने सहित पांच मांगों पर अड़े हुए है इसके अलावा मृतक का साथी जो वहां से बचकर आज आया उसने पूरा घटनाक्रम बताया की हम खाना खाकर ट्रक में सोने गए तभी दो आतंकी वहा आये और उन्होंने पकड़ लिया जहाँ मेने भागकर एक किसान के घर में अपनी जान बचाई लेकिन सरीफ को पकड़ लिया व् उसमे गोली मार दी व् गाडी में आग लगा दी|
आतंकबादियों ने वहा से सेव् लोड करने से मना किया था और जबरदस्ती ट्रक व् सरीफ को ले गए और सरीफ की गोली मारकर हत्या कर दी व् गाडी को आग के हवाले कर दिया |
देर रात को सरीफ खान का शव गाँव पहुंचा और शव को मोर्चरी में रखवा दिया लेकिन रात को भी ग्रामीणों ने शव लेने से इंकार करते हुए एम्बुलेंस को रोक दिया और आज सुबह भी शव नहीं लेने को लेकर ग्रामीण विरोध कर रहे है |
शव लेने से इंकार कर रहे परिजन व् ग्रामीणों पांच मांगों पर अड़े हुए है वह मांग है--परिवार के एक सदस्य को नोकरी,परिवार के लिए 50 लाख रुपये नकद,शरीफ खान के परिवार के लिए सारी सरकारी सुबिधायें,शरीफ खान को शहीद का दर्जा दिया जाए,शरीफ खान के नाम पर शहीद स्थल बनाया जाए |
दरअशल पहाड़ी थाना क्षेत्र के गांव उभाका का निवासी 40 वर्षीय शरीफ खान जो ट्रक ड्राइवर था विगत सोमवार को जम्मू कश्मीर के सोफिया में सेव की लोडिंग करने गया था जहां आतंकवादियों ने गोली मारकर उसकी हत्या कर दी ।
बाइट--इकराम खान,चश्मदीद गवाह व् मृतक का साथी Body:चश्मदीद गवाह ने बताई आपबीती / 2 आतंकबादियों ने सेव ट्रक भरकर नहीं ले जाने की चेतावनी देते हुए मारी गोलीConclusion:
Last Updated : Oct 16, 2019, 2:41 PM IST
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