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ब्रिटिश राज जैसे हालात का सामना कर रही कांग्रेस : राहुल - भाजपा पर बरसे राहुल

राहुल गांधी ने शनिवार को भाजपा पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि लोकसभा में 52 सांसद होने के बावजूद उनकी पार्टी अगले पांच सालों तक भाजपा के खिलाफ इंच-इंच लड़ेगी और जीतेगी.

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी (फाइल फोटो)
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Published : Jun 2, 2019, 9:10 AM IST

Updated : Jun 2, 2019, 4:20 PM IST

नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को पार्टी के सांसदों से कहा कि पार्टी के कार्यकर्ता जिस तरह के हालात का सामना कर रहे हैं, वैसा ब्रिटिश राज में हुआ करता था, जब इसे किसी संस्थान का सहयोग नहीं था, लेकिन लड़ी और जीती, अब वैसा ही फिर होने जा रहा है.

लोकसभा चुनाव के बाद कांग्रेस संसदीय दल की पहली बैठक को संबांधित करते हुए उन्होंने कहा कि जो फैसला आया है, उसने आत्मावलोकन, आगे देखने, कोशिश करने और यह विचार करने का मौका दिया है कि क्या गलत हुआ और पार्टी को कैसे फिर से जवान करना है.

राहुल ने कहा, 'मुझे कोई संदेह नहीं है कि कांग्रेस पार्टी फिर से जवान होने जा रही है.'

पढ़ें: अमित शाह का पहला प्लान ऑफ एक्शन, कश्मीर पर किया ध्यान केंद्रित

कांग्रेस प्रमुख ने कहा कि लोकसभा चुनाव जीतने वाले पार्टी के 52 सांसदों ने विपरीत परिस्थितियों का सामना किया है, सभी संस्थान उनके खिलाफ थे, ऐसे हालात में जीते हैं.

राहुल ने भाजपा का नाम लिए बगैर उसे निशाने पर लेते हुए कहा कि लोग संसद में पार्टी का विरोध कर रहे हैं. अपनी लड़ाई में नफरत और गुस्से का इस्तेमाल कर रहे हैं और इन प्रवृत्तियों से कांग्रेस लड़ सकती है.

उन्होंने कहा, 'देश का कोई संस्थान आपको सहयोग नहीं देने जा रही है। यह वैसा ही है, जैसा ब्रिटिश राज के दौरान होता था. हम फिर भी जीते थे और हम फिर से वही करने जा रहे हैं.'

राहुल गांधी ने लोकसभा चुनाव में हार के बाद कांग्रेस प्रमुख के पद इस्तीफा देने का प्रस्ताव रखा है. कांग्रेस कार्यसमिति ने हालांकि उनके प्रस्ताव को खारिज कर दिया है. इस्तीफे की पेशकश के बाद उनका यह पहला संबोधन था.

उन्होंने कहा, 'इस समय जो लोग जीतकर आए हैं, उन्हें यह समझने की जरूरत है कि वे सही तरीके से लड़े। आप इस देश की आजादी के बाद के इतिहास में शायद पहली बार इस तरह लड़े. जो लोग चुनाव लड़े, वे एक पार्टी के खिलाफ ही नहीं लड़े, बल्कि इस देश में मौजूद हर एक संस्थान से लड़े.'

पढ़ें: तमिलनाडु : भाषा फार्मूले पर विवाद बढ़ा, सरकार की सफाई- भाषा थोपने का इरादा नहीं

राहुल ने कहा, 'कोई ऐसा संस्थान नहीं है जो आप से न लड़ा हो और आपको लोकसभा में आने से रोकने का प्रयास न किया हो. आप उन सभी संस्थानों से लड़े और आपको लोकसभा में पहुंचने के लिए अपना रास्ता बनाने को मजबूर किया गया. ऐसे में आपको खुद पर गर्व करना चाहिए.'

उन्होंने कहा, 'पिछली बार जब हम 45 सदस्य थे, मैंने महसूस किया था कि यह सचमुच कठिन काम है. मैंने महसूस किया था कि भाजपा 282 है और हम 45 हैं. हम 45 का साथ लेकर क्या करने जा रहे हैं? लेकिन मैं यह जरूर कहना चाहूंगा कि बहुत जल्द, कुछ ही हफ्तों में मैंने महसूस किया कि ये 45 कांग्रेस सदस्य भाजपा के 282 सदस्यों से मोर्चा लेने के लिए काफी हैं.'

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, 'हम 52 सदस्य हैं और मैं आपको गारंटी देता हूं कि यह मायने नहीं रखेगा कि कौन-कौन से संस्थान इन 52 सदस्यों के खिलाफ हैं. ये सभी भाजपा से हर इंच पर लड़ने जा रहे हैं. साथ ही राज्यसभा के हमारे सदस्य भी लड़ेंगे.'

नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को पार्टी के सांसदों से कहा कि पार्टी के कार्यकर्ता जिस तरह के हालात का सामना कर रहे हैं, वैसा ब्रिटिश राज में हुआ करता था, जब इसे किसी संस्थान का सहयोग नहीं था, लेकिन लड़ी और जीती, अब वैसा ही फिर होने जा रहा है.

लोकसभा चुनाव के बाद कांग्रेस संसदीय दल की पहली बैठक को संबांधित करते हुए उन्होंने कहा कि जो फैसला आया है, उसने आत्मावलोकन, आगे देखने, कोशिश करने और यह विचार करने का मौका दिया है कि क्या गलत हुआ और पार्टी को कैसे फिर से जवान करना है.

राहुल ने कहा, 'मुझे कोई संदेह नहीं है कि कांग्रेस पार्टी फिर से जवान होने जा रही है.'

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कांग्रेस प्रमुख ने कहा कि लोकसभा चुनाव जीतने वाले पार्टी के 52 सांसदों ने विपरीत परिस्थितियों का सामना किया है, सभी संस्थान उनके खिलाफ थे, ऐसे हालात में जीते हैं.

राहुल ने भाजपा का नाम लिए बगैर उसे निशाने पर लेते हुए कहा कि लोग संसद में पार्टी का विरोध कर रहे हैं. अपनी लड़ाई में नफरत और गुस्से का इस्तेमाल कर रहे हैं और इन प्रवृत्तियों से कांग्रेस लड़ सकती है.

उन्होंने कहा, 'देश का कोई संस्थान आपको सहयोग नहीं देने जा रही है। यह वैसा ही है, जैसा ब्रिटिश राज के दौरान होता था. हम फिर भी जीते थे और हम फिर से वही करने जा रहे हैं.'

राहुल गांधी ने लोकसभा चुनाव में हार के बाद कांग्रेस प्रमुख के पद इस्तीफा देने का प्रस्ताव रखा है. कांग्रेस कार्यसमिति ने हालांकि उनके प्रस्ताव को खारिज कर दिया है. इस्तीफे की पेशकश के बाद उनका यह पहला संबोधन था.

उन्होंने कहा, 'इस समय जो लोग जीतकर आए हैं, उन्हें यह समझने की जरूरत है कि वे सही तरीके से लड़े। आप इस देश की आजादी के बाद के इतिहास में शायद पहली बार इस तरह लड़े. जो लोग चुनाव लड़े, वे एक पार्टी के खिलाफ ही नहीं लड़े, बल्कि इस देश में मौजूद हर एक संस्थान से लड़े.'

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राहुल ने कहा, 'कोई ऐसा संस्थान नहीं है जो आप से न लड़ा हो और आपको लोकसभा में आने से रोकने का प्रयास न किया हो. आप उन सभी संस्थानों से लड़े और आपको लोकसभा में पहुंचने के लिए अपना रास्ता बनाने को मजबूर किया गया. ऐसे में आपको खुद पर गर्व करना चाहिए.'

उन्होंने कहा, 'पिछली बार जब हम 45 सदस्य थे, मैंने महसूस किया था कि यह सचमुच कठिन काम है. मैंने महसूस किया था कि भाजपा 282 है और हम 45 हैं. हम 45 का साथ लेकर क्या करने जा रहे हैं? लेकिन मैं यह जरूर कहना चाहूंगा कि बहुत जल्द, कुछ ही हफ्तों में मैंने महसूस किया कि ये 45 कांग्रेस सदस्य भाजपा के 282 सदस्यों से मोर्चा लेने के लिए काफी हैं.'

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, 'हम 52 सदस्य हैं और मैं आपको गारंटी देता हूं कि यह मायने नहीं रखेगा कि कौन-कौन से संस्थान इन 52 सदस्यों के खिलाफ हैं. ये सभी भाजपा से हर इंच पर लड़ने जा रहे हैं. साथ ही राज्यसभा के हमारे सदस्य भी लड़ेंगे.'

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Last Updated : Jun 2, 2019, 4:20 PM IST
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