श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने बालाकोट हमलों की सत्यता पर सवाल उठाने वालों को 'देशद्रोही' बुलाने पर चौंकाने वाला बताया. उन्होंने विपक्षी दलों से कहा कि बेरोजगारी और किसान संकट जैसे मुद्दों को बदलने के चुनावी विमर्श को बदलने के चक्कर में न पड़ें.
गौरतलब है, पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के बालाकोट में 26 फरवरी को भारत ने हवाई हमले कर जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादी शिविर को ध्वस्त कर दिया था. पीडीपी अध्यक्ष ने कहा कि बालाकोट हमलों के सिलसिले में राजनीतिक बातचीत को कमतर करने से सिर्फ भाजपा को ही चुनावी फायदा होगा.
इस बारे में महबूबा ने ट्वीट किया, ‘जो लोग बालाकोट हमलों की सत्यता पर सवाल उठा रहे हैं, उन्हें राष्ट्र विरोधी कहना चौंकाने वाला है. हालांकि, विपक्षी दलों को हमले के मद्देनजर नोटबंदी, जीएसटी, बेरोजगारी और किसान संकट जैसे मुद्दों को छोड़कर पूरे चुनावी विमर्श को बदलने के झांसे में नहीं पड़ना चाहिए.’
Calling those who question the veracity of Balakot strikes anti national is baffling. However the opposition should not fall into this trap of changing the entire election discourse from pressing issues like demonetisation, GST , unemployment,farmers distress to these strikes.
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उन्होंने कहा कि देश के नागरिकों को बालाकोट अभियान की विश्वसनीयता के बारे में सवाल पूछने का अधिकार है ‘विशेष रूप से तब जब इसके विवरण के बारे में भारत सरकार अस्पष्ट है.’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पटना में की गई टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया में पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘इससे कैसे दुश्मनों को मदद मिलती है. इससे भारत सरकार पर सवाल खड़ा होता है क्योंकि वह चुनावी लाभ लेने के लिए इसका फायदा उठाना चाहते हैं.’
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गौरतलब है, पाकिस्तान में किये गए हालिया हवाई हमलों पर विपक्षी दलों द्वारा सवाल उठाये जाने के लिए उन पर हमला बोलते हुए प्रधानमंत्री ने रविवार को कहा कि सशस्त्र बल आतंकवाद को समाप्त करने में लगे थे लेकिन कांग्रेस और उसके सहयोगियों को सेना की बहादुरी पर भरोसा नहीं था.
उन्होंने दावा किया कि आतंकवादी शिविरों पर हवाई हमले के बाद विपक्षी दलों के लोग जिस प्रकार की बयानबाजी कर रहे हैं, वह केवल पाकिस्तान के लोगों को प्रसन्न करने वाला है.
पटना के गांधी मैदान में आयोजित भाजपा की संकल्प रैली में प्रधानमंत्री ने कहा, ‘जब देश को एक आवाज में बोलने की आवश्यकता है तब 21 राजनीतिक दल हमारी निंदा करने वाले प्रस्ताव को अपनाने के लिए दिल्ली में एकत्र हो गए. वह सशस्त्र बलों से उनकी बहादुरी का साक्ष्य मांग रहे हैं.’
मोदी ने कहा, ‘अब उन्होंने हवाई हमले का भी सबूत मांगना शुरू कर दिया है. कांग्रेस और इसके सहयोगी दल क्यों हमारे बलों का मनोबल गिराने में लगे हुए हैं. वह ऐसे बयान क्यों दे रहे हैं, जिससे हमारे दुश्मनों को फायदा देने वाला है.’
महबूबा ने कहा, ‘वर्तमान में जब देशभक्ति की आड़ में युद्ध उन्माद और अंधराष्ट्रभक्ति एक उच्च स्तर पर है, तो ऐसे में बालाकोट हमलों के राजनीतिक विमर्श को कम करने की अनुमति से केवल भाजपा को ही चुनावी फायदा देगा.’ पीडीपी प्रमुख ने कहा, ‘इसमें कोई आश्चर्य नहीं कि राफेल सौदा, बेरोजगारी, खराब आर्थिक वृद्धि आदि को भुला दिया जाए.’