मुंबई: भारत की दूसरी कलवरी श्रेणी की पनडुब्बी आईएनएस 'खंडेरी' को मुंबई के मझगांव डॉक्स में आयोजित एक समारोह में भारतीय नौसेना में शामिल किया गया. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह कार्यक्रम में मौजूद रहे.
खंडेरी नाम खूंखार 'स्वॉर्ड टूथ फिश' से प्रेरित है, जो समुद्र के तल के करीब तैरने के लिए शिकार करने के लिए जानी जाने वाली एक घातक मछली है. खंडेरी भी छत्रपति शिवराज महाराज द्वारा निर्मित एक द्वीप किले का नाम है.
खंडेरी भारत में निर्मित नौसेना की छह कलवरी-श्रेणी की दूसरी पनडुब्बी है.
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यह एक डीजल-इलेक्ट्रिक हमला पनडुब्बी है जिसे फ्रांसीसी नौसेना की रक्षा और ऊर्जा कंपनी DCNS द्वारा डिज़ाइन किया गया है. इसे मुंबई में मज़गन डॉक में बनाया जा रहा है.
इस स्कॉर्पीन श्रेणी की पनडुब्बी की अत्याधुनिक विशेषताओं में बेहतर स्टील्थ और दुश्मन पर सटीक हमला करने वाले हथियारों का उपयोग करने की क्षमता है.
यह टारपीडो हमले,के साथ ही ट्यूब-लॉन्च एंटी-शिप मिसाइलों से लैस है, जिसे पानी के नीचे या सतह पर लॉन्च किया जा सकता है. बेजोड़ स्टेल्थ सुविधाएँ इसे दुसरी सबमरीन से बेहतर बनाती हैं.
पनडुब्बी को ट्रॉपिक्स सहित सभी क्षेत्रों में संचालित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है.
यह सभी संचार साधनों से लैस है. यह आमतौर पर किसी भी आधुनिक पनडुब्बी यानी एंटी-सरफेस वॉरफेयर, एंटी-सबमरीन वारफेयर, इंटेलिजेंस इंपुट जुटाने, माइन बिछाने, एरिया सर्विलांस जैसे विविध प्रकार के मिशन को अंजाम दे सकती है.
INS कलवरी प्रोजेक्ट 75 के तहत निर्मित 6 स्कॉर्पीन श्रेणी की पनडुब्बियों में से पहली थी. कलवरी पनडुब्बी को 14 दिसंबर, 2017 को कमीशन किया गया था.