नई दिल्ली : गृहमंत्री अमित शाह के साथ पंजाब के भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने आज बैठक की. बैठक में पंजाब के भाजपा नेता हरजीत सिंह ग्रेवाल और सुरजीत ज्याणी भी मौजूद रहे. अमित शाह के साथ भेंट के बाद भाजपा नेता सुरजीत ज्याणी ने कहा कि सरकार किसानों की बातें सुनने को तैयार है लेकिन किसान यूनियने के कुछ नेताओं की तरफ से अड़ियल रूख दिखाया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि पंजाब में कानून-व्यवस्था बर्बाद हो गई है. हमारे कार्यकर्ताओं के घरों के बाहर बैठकर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है. पंजाब में जिस भाषा का इस्तेमाल किया जा रहा है और जिस तरह की गुंडागर्दी है - हमने इसके बारे में भी गृह मंत्री शाह से बात की है.
सुरजीत ज्याणी ने कहा कि किसानों की सभी मांगों को पूरा करने के लिए सरकार तैयार है, लेकिन यूनियन नेता अब कह रहे हैं कि कानूनों को निरस्त किया जाए.
उन्होंने सवालिया लहजे में पूछा कि किसान कानूनों को निरस्त करने के लिए क्यों कह रहे हैं? उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि किसान यूनियनें समाधान नहीं चाहती हैं. मुझे लगता है कि उनकी योजना कुछ और है'
इससे पहले बैठक को लेकर अटकलें लगाई जा रही थीं कि शाह पंजाब के राजनीतिक हालातों पर भी चर्चा कर सकते हैं, क्योंकि अगले साल पंजाब में विधानसभा चुनाव होने हैं. हालांकि, इस संबंध में कोई जानकारी नहीं मिली है.
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बता दें कि केंद्र की ओर से बनाए गए तीन कृषि कानूनों को लेकर भारतीय जनता पार्टी और शिरोमणि अकाली दल का वर्षों पुराना गठजोड़ भी टूट गया है. ऐसे में ताजा हालातों में विधानसभा चुनाव को लेकर पार्टी की रणनीति क्या होनी चाहिए और किस तरह से चुनाव की तैयारियां होनी चाहिए, इन सवालों को लेकर भी भाजपा के शीर्ष नेतृत्व और पंजाब के नेताओं के बीच मंथन होने के कयास लगाए जा रहे हैं.
हालांकि, किसान आंदोलन से इतर पंजाब के चुनावों के संबंध में भाजपा नेताओं की बैठक को लेकर विस्तृत जानकारी नहीं मिल सकी है.