पुडुचेरी : पुडुचेरी में रविवार को 67वां विलय (मुक्ति) दिवस मनाया गया. पूर्व फ्रांसीसी उपनिवेश का आज ही के दिन 1954 में भारत में विलय हुआ था.
मुख्यमंत्री ने किया संबोधित
पुडुचेरी में 67वां विलय दिवस के आयोजन पर मुख्यमंत्री वी नारायणसामी ने यहां स्थित बीच रोड पर एक समारोह में राष्ट्रीय ध्वज फहराया. उन्होंने पुलिस द्वारा दिए गए सम्मान गारद का निरीक्षण किया और इस अवसर पर विभिन्न दस्तों के मार्च पास्ट की सलामी ली. पुडुचेरी विधानसभा अध्यक्ष वीपी शिवकोलुंदू, मंत्रियों, विधायकों, मुख्य सचिव अश्वनी कुमार, पुलिस महानिदेशक बालाजी श्रीवास्तव, स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों और विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों ने समारोह में हिस्सा लिया.
केंद्रशासित प्रदेशों में मनाया गया विलय दिवस
जनसभा को संबोधित करते हुए नारायणसामी ने किसानों, छात्रों, कामगारों, पिछड़ों और हाशिये पर पड़े लोगों के लिए उनकी सरकार द्वारा किये गए काम गिनाए. उन्होंने कोविड-19 को फैलने से रोकने के लिए उठाए गए कदमों को भी रेखांकित किया. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि केंद्रशासित प्रदेश के कराईकल, माहे और यानम में भी विलय दिवस मनाया गया.
1962 में किया गया था हस्तांतरित
पुडुचेरी और तीन अन्य क्षेत्र जो फ्रांसीसी शासन के अधीन थे, वे एक नंवबर 1954 में भारत का हिस्सा बन गए थे. बाद में भारत और फ्रांस की सरकारों के बीच एक संधि हुई थी और इसे 1962 में फ्रांसीसी संसद में पारित कर इन क्षेत्रों को भारत को हस्तांतरित कर दिया गया था.