ETV Bharat / bharat

जानें, क्या है जीनोम एडिटिंग जिसके लिए दिया गया नोबेल पुरस्कार

author img

By

Published : Oct 8, 2020, 2:07 PM IST

Updated : Oct 8, 2020, 2:27 PM IST

रसायन विज्ञान में वर्ष 2020 के नोबेल पुरस्कार विजेता इमैनुएल चारपोनियर और जेनिफर डूडना ने जीनोम एडिटिंग की खोज की है. इस तकनीक ने आणविक जीवन विज्ञान (molecular life sciences) में क्रांति ला दी है. जानें क्या है जीनोम एडिटिंग...

आनुवंशिक कैंची
आनुवंशिक कैंची

हैदराबाद : रसायन विज्ञान में वर्ष 2020 के लिए नोबेल पुरस्कार की घोषणा की गई है. इमैनुएल चारपोनियर और जेनिफर डूडना को इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया है. जीनोम एडिटिंग पद्धति का विकास करने के लिए वैज्ञानिकों को इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया है.

इमैनुएल चारपोनियर और जेनिफर डूडना ने जीन प्रौद्योगिकी के सबसे तेज उपकरणों में से एक कैसिनो जेनेटिक सीजर की खोज की है.

जेनेटिक सीजर (आनुवंशिक कैंची) ने विज्ञान को एक नया युग दे दिया है. इससे कई मायनों में मानव जाति लाभान्वित हो रही है. चारपोनियर और डूडना पहली दो महिलाएं हैं, जिन्हें जेनोम एडिटिंग को लेकर सम्मानित किया गया है.

उनकी खोज, जिसे CRISPR/Case9 जेनेटिक सीजर के रूप में जाना जाता है, जीवित कोशिकाओं में मौजूद डीएनए में विशिष्ट और सटीक बदलाव करने का एक तरीका है.

जीनोम एडिटिंग एक ऐसी पद्धति है, जिसके जरिए वैज्ञानिक जीव-जंतु के डीएनए में बदलाव करते हैं. यह प्रौद्योगिकी एक कैंची की तरह काम करती है, जो डीएनए को किसी खास स्थान से काटती है. इसके बाद वैज्ञानिक उस स्थान से डीएनए के काटे गए हिस्से को बदलते हैं. इससे रोगों के उपचार में मदद मिलती है.

रसायन विज्ञान में 1901 से 112 नोबेल पुरस्कार दिए गए हैं. लेकिन यह 1916, 1917, 1919, 1924, 1933, 1940, 1941 और 1942 में नहीं दिया गया.

रसायन विज्ञान में दिए गए नोबेल पुरस्कारः

  • 63 रसायन विज्ञान पुरस्कार सिर्फ एक ही पुरस्कार विजेता को मिले हैं.
  • 24 रसायन विज्ञान पुरस्कार दो पुरस्कार विजेताओं को दिए गए हैं.
  • वहीं तीन पुरस्कार विजेताओं के बीच 25 रसायन विज्ञान पुरस्कार साझा किए गए हैं.

सबसे कम उम्र के केमिस्ट्री पुरस्कार विजेताः

आज तक, केमिस्ट्री में सबसे कम उम्र के नोबेल पुरस्कार विजेता फ्रैडरिक जूलियट (Frédéric Joliot) हैं, जो 35 वर्ष के थे, जब उन्हें 1935 में अपनी पत्नी, इरेने बॉलीट-क्यूरी के साथ रसायन विज्ञान पुरस्कार से सम्मानित किया गया था.

सबसे पुरानी कैमिस्ट्री पुरस्कार विजेताः

आज तक के कैमिस्ट्री में सबसे उम्रदराज नोबेल विजेता जॉन बी गुडएनफ (John B. Goodenough) हैं, जिनकी उम्र 97 साल की थी, जब उन्हें 2019 में केमिस्ट्री प्राइज से सम्मानित किया गया था. वे सभी प्राइज कैटेगरी में पुरस्कृत होने वाले सबसे पुराने पुरस्कार विजेता भी हैं.

रसायन विज्ञान में नोबेल पुरस्कार विजेताओं की संख्याः

1901-2020 तक 186 पुरस्कार विजेताओं को रसायन विज्ञान के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है. फ्रेडरिक सेंगर (Frederick Sanger को दो बार सम्मानित किया गया है. ऐसे 185 पुरस्कार विजेता हैं, जिन्हें 1901 से रसायन विज्ञान में नोबेल पुरस्कार मिला है.

रसायन विज्ञान में कई नोबेल पुरस्कार विजेता

  • मैरी क्यूरी (Marie Curie)- भौतिक विज्ञान (1903), रसायन विज्ञान (1911)
  • लिनुस पॉलिंग (Linus Pauling) - रसायन विज्ञान (1954), शांति (1962)
  • फ्रेडरिक सेंगर (Frederick Sanger) - रसायन विज्ञान (1958), रसायन विज्ञान (1980)

आनुवंशिक कैंची: जीवन को संवारने के लिए एक उपकरण

जीनोम प्रौद्योगिकी के सबसे तेज उपकरणों में से एक: CRISPR / Cas9 आनुवंशिक कैंची की खोज के लिए इमैनुएल चारपोनियर और जेनिफर डूडना को रसायन विज्ञान 2020 में नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया है.

शोधकर्ता इनका उपयोग जानवरों, पौधों और सूक्ष्मजीवों के डीएनए को अत्यधिक उच्च परिशुद्धता के साथ बदलने के लिए कर सकते हैं.

इस तकनीक ने आणविक जीवन विज्ञान (molecular life sciences) में क्रांति ला दी है, पौधों के प्रजनन के लिए नए अवसर लाए हैं, नवीन कैंसर उपचारों में योगदान कर रहे हैं और विरासत में मिली बीमारियों के इलाज के सपने को साकार कर सकते हैं.

हैदराबाद : रसायन विज्ञान में वर्ष 2020 के लिए नोबेल पुरस्कार की घोषणा की गई है. इमैनुएल चारपोनियर और जेनिफर डूडना को इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया है. जीनोम एडिटिंग पद्धति का विकास करने के लिए वैज्ञानिकों को इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया है.

इमैनुएल चारपोनियर और जेनिफर डूडना ने जीन प्रौद्योगिकी के सबसे तेज उपकरणों में से एक कैसिनो जेनेटिक सीजर की खोज की है.

जेनेटिक सीजर (आनुवंशिक कैंची) ने विज्ञान को एक नया युग दे दिया है. इससे कई मायनों में मानव जाति लाभान्वित हो रही है. चारपोनियर और डूडना पहली दो महिलाएं हैं, जिन्हें जेनोम एडिटिंग को लेकर सम्मानित किया गया है.

उनकी खोज, जिसे CRISPR/Case9 जेनेटिक सीजर के रूप में जाना जाता है, जीवित कोशिकाओं में मौजूद डीएनए में विशिष्ट और सटीक बदलाव करने का एक तरीका है.

जीनोम एडिटिंग एक ऐसी पद्धति है, जिसके जरिए वैज्ञानिक जीव-जंतु के डीएनए में बदलाव करते हैं. यह प्रौद्योगिकी एक कैंची की तरह काम करती है, जो डीएनए को किसी खास स्थान से काटती है. इसके बाद वैज्ञानिक उस स्थान से डीएनए के काटे गए हिस्से को बदलते हैं. इससे रोगों के उपचार में मदद मिलती है.

रसायन विज्ञान में 1901 से 112 नोबेल पुरस्कार दिए गए हैं. लेकिन यह 1916, 1917, 1919, 1924, 1933, 1940, 1941 और 1942 में नहीं दिया गया.

रसायन विज्ञान में दिए गए नोबेल पुरस्कारः

  • 63 रसायन विज्ञान पुरस्कार सिर्फ एक ही पुरस्कार विजेता को मिले हैं.
  • 24 रसायन विज्ञान पुरस्कार दो पुरस्कार विजेताओं को दिए गए हैं.
  • वहीं तीन पुरस्कार विजेताओं के बीच 25 रसायन विज्ञान पुरस्कार साझा किए गए हैं.

सबसे कम उम्र के केमिस्ट्री पुरस्कार विजेताः

आज तक, केमिस्ट्री में सबसे कम उम्र के नोबेल पुरस्कार विजेता फ्रैडरिक जूलियट (Frédéric Joliot) हैं, जो 35 वर्ष के थे, जब उन्हें 1935 में अपनी पत्नी, इरेने बॉलीट-क्यूरी के साथ रसायन विज्ञान पुरस्कार से सम्मानित किया गया था.

सबसे पुरानी कैमिस्ट्री पुरस्कार विजेताः

आज तक के कैमिस्ट्री में सबसे उम्रदराज नोबेल विजेता जॉन बी गुडएनफ (John B. Goodenough) हैं, जिनकी उम्र 97 साल की थी, जब उन्हें 2019 में केमिस्ट्री प्राइज से सम्मानित किया गया था. वे सभी प्राइज कैटेगरी में पुरस्कृत होने वाले सबसे पुराने पुरस्कार विजेता भी हैं.

रसायन विज्ञान में नोबेल पुरस्कार विजेताओं की संख्याः

1901-2020 तक 186 पुरस्कार विजेताओं को रसायन विज्ञान के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है. फ्रेडरिक सेंगर (Frederick Sanger को दो बार सम्मानित किया गया है. ऐसे 185 पुरस्कार विजेता हैं, जिन्हें 1901 से रसायन विज्ञान में नोबेल पुरस्कार मिला है.

रसायन विज्ञान में कई नोबेल पुरस्कार विजेता

  • मैरी क्यूरी (Marie Curie)- भौतिक विज्ञान (1903), रसायन विज्ञान (1911)
  • लिनुस पॉलिंग (Linus Pauling) - रसायन विज्ञान (1954), शांति (1962)
  • फ्रेडरिक सेंगर (Frederick Sanger) - रसायन विज्ञान (1958), रसायन विज्ञान (1980)

आनुवंशिक कैंची: जीवन को संवारने के लिए एक उपकरण

जीनोम प्रौद्योगिकी के सबसे तेज उपकरणों में से एक: CRISPR / Cas9 आनुवंशिक कैंची की खोज के लिए इमैनुएल चारपोनियर और जेनिफर डूडना को रसायन विज्ञान 2020 में नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया है.

शोधकर्ता इनका उपयोग जानवरों, पौधों और सूक्ष्मजीवों के डीएनए को अत्यधिक उच्च परिशुद्धता के साथ बदलने के लिए कर सकते हैं.

इस तकनीक ने आणविक जीवन विज्ञान (molecular life sciences) में क्रांति ला दी है, पौधों के प्रजनन के लिए नए अवसर लाए हैं, नवीन कैंसर उपचारों में योगदान कर रहे हैं और विरासत में मिली बीमारियों के इलाज के सपने को साकार कर सकते हैं.

Last Updated : Oct 8, 2020, 2:27 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.