नई दिल्ली : संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे छात्रों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के नेतृत्व में पार्टी नेताओं ने इंडिया गेट पर धरना दिया. धरने में 1984 सिख दंगों के आरोपी जगदीश टाइटलर भी पहुंचे.
धरने पर बैठीं प्रियंका गांधी ने कहा कि युवा देश की आत्मा हैं, उन्हें विरोध करने का अधिकार है. आप छात्रों की लाइब्रेरी में घुसते हैं, उन्हें घसीटते हैं, पीटते हैं, यह तानाशाही है. यह देश की आत्मा पर हमला है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस का हर कार्यकर्ता छात्रों के साथ है और तानाशाही के खिलाफ है.
उन्होंने आगे कहा कि छात्रों के साथ जो हुआ, उस पर प्रधानमंत्री को जवाब देना चाहिए. उन्होंने सवाल किया कि कौन सी सरकार छात्रों की पिटाई करती है? देश की अर्थव्यवस्था की हालात खराब है, उनके पार्टी के विधायक दुष्कर्म कर रहे हैं, पीएम को जवाब देना चाहिए.
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने बताया कि शाम चार बजे शुरू हुआ धरना दो घंटे का है और यह जामिया मिल्लिया इस्लामिया तथा अन्य स्थानों के छात्रों के साथ एकजुटता प्रकट करने के लिए किया जा रहा है.
संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान हिंसा होने के बाद पुलिस ने रविवार को छात्रों पर बल प्रयोग किया था.
देश का माहौल खराब
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने जामिया मिल्लिया इस्लामिया में दिल्ली पुलिस की कार्रवाई के खिलाफ केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए सोमवार को कहा कि देश का माहौल ‘खराब’ हो गया है.
वाड्रा ने कहा, 'देश का वातावरण खराब है. पुलिस विश्वविद्यालय में घुस कर (छात्रों को) पीट रही है. सरकार संविधान से छेड़छाड़ कर रही है. हम संविधान के लिए लड़ेंगे.'
कांग्रेस नेता का यह बयान देश के अलग-अलग हिस्सों में संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ चल रहे प्रदर्शनों के बीच आया है.