धारवाड़ (कर्नाटक) : जेल में बंद कैदी कोरोना के कारण अपने परिवार से करीब आठ महीने से मिल नहीं पाए हैं. इसको देखते हुए डीजीपी आलोक मोहन के नेतृत्व में राज्य की जेलों में एक नई योजना शुरू की गई है. राष्ट्रीय कैदी सूचना पोर्टल के माध्यम से कैदियों को उनके परिवार से मिलवाया जा रहा है.
धारवाड़ सेंट्रल जेल में भी इसे लॉन्च किया गया है. नई परियोजना ई-मुलाकात के माध्यम से कैदियों और परिवारों को जोड़ती है. आगंतुकों को पोर्टल में भरने की आवश्यकता है, जिसमें कैदी का नाम, स्थान, जिला और बहुत कुछ शामिल है. कैदियों के घरवालों के मोबाइल नंबर भी दर्ज हैं. जिस कैदी के घरवालों से बात करानी होती है, उसके नंबर पर ओटीपी भेजा जाता है. जिसे परिजन वापस जेल प्रशासन के पास भेजते हैं. जेल से मैसेज भेजा जाता है कि वह कब और कितनी देर जेल में बंद कैदी से बात कर सकते हैं.
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