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नकली नोट छापने वाले गैंग का पर्दाफाश, लाखों के नोट-डॉलर बरामद - नकली नोट छापने वाले गैंग

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने एक गैंग को 55 लाख रुपये और 1.69 लाख डॉलर के जाली नोट के साथ एक गैंग को गिरफ्तार कर लिया है. यह गैंग दिल्ली में ही जाली नोट की छपाई कर उन्हें सप्लाई कर रहा है.

मीडिया को जानकारी देते डीसीपी प्रमोद कुशवाहा
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Published : Dec 26, 2019, 11:45 PM IST

नई दिल्ली : जाली नोटों की तस्करी करने वाले एक गैंग के पांच सदस्यों को दिल्ली पुसिल की स्पेशल सेल ने गिरफ्तार किया है. आरोपियों के पास से 55 लाख रुपये के जाली नोट और 1.69 लाख के डॉलर बरामद किए गए हैं. बरामद किए गए नोटों में 50 रुपये से लेकर दो हजार तक के नोट हैं, जबकि सभी 100 के डॉलर हैं. फिलहाल पुलिस इस नेटवर्क से जुड़े और लोगों की तलाश कर रही है.

दिल्ली में जाली नोटों की हो रही थी छपाई
डीसीपी प्रमोद कुशवाहा के अनुसार जाली नोटों की तस्करी करने वाले गैंग को लेकर स्पेशल सेल लगातार काम करती है. इस साल ऐसे कई गैंग को स्पेशल सेल की टीम ने गिरफ्तार किया है. हाल ही में स्पेशल सेल को एक ऐसे ही गैंग के बारे में जानकारी मिली. इस पर एसीपी ललित मोहन नेगी और हृदय भूषण की टीम ने इस गैंग से संबंधित जानकारी जुटाना शुरू किया. उन्हें पता चला कि यह गैंग दिल्ली में ही जाली नोट की छपाई कर उन्हें सप्लाई कर रहा है.

पांच तस्करों से मिले करोड़ों के जाली नोट और डॉलर
पुलिस को पता चला कि गैंग के कुछ सदस्य जाली नोट के साथ डॉलर सप्लाई करेंगे. इस सूचना पर पुलिस टीम ने छापा मारकर कुल चार तस्करों और एक खरीदार को गिरफ्तार कर लिया. इनके पास से लगभग छह लाख रुपये के जाली नोट और 1.69 लाख डॉलर बरामद हुए. पुलिस ने स्केनिंग मशीन भी जब्त की है जिसका इस्तेमाल छपाई में किया जा रहा था. आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वे 100 रुपये का जाली नोट 20 से 25 रुपये में देते थे.

जानकारी देते संवाददाता

अब तक पांच करोड़ से ज्यादा के जाली नोट खपाए
पुलिस के मुताबिक यह गैंग बीते दो साल से जाली नोटों की छपाई कर रहा था. अब तक वह पांच करोड़ रुपये से ज्यादा के जाली नोट दिल्ली सहित विभिन्न राज्यों में खपा चुके थे. आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वह छोटे जाली नोटों की छपाई इसलिए करते थे क्योंकि उन्हें बाजार में चलाना आसान होता है. इसके अलावा वे डॉलर की छपाई इसलिए करते थे क्योंकि ज्यादा लोगों को इसकी पहचान नहीं होती.

पढ़ें- सीसीटीवी ने खोली यूपी की प्याज चोर पुलिस की पोल, रिपोर्ट दर्ज

वेनेजुएला के असली नोट यहां पर चलाये
गिरफ्तार किए गए आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वेनेजुएला में जब नोट बंदी हुई थी तो वहां के नोट काफी मात्रा में उन्होंने भारत में चला दिए थे. यहां उन्होंने लोगों को विदेशी करेंसी बताकर यह नोट दे दिए थे जबकि यह नोट कहीं भी चल नहीं सकते थे.

हिन्दू कॉलेज से ग्रेजुएट युवक तस्करी में शामिल
डीसीपी प्रमोद कुशवाहा ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों में उनवान अमरोही नामक एक युवक हिंदू कॉलेज से ग्रेजुएट है. वह एक प्राइवेट कंपनी का हेड भी बन चुका है, लेकिन जल्दी रुपए कमाने के लिए वह इस गैंग में शामिल हो गया. इस गैंग का सरगना तबरेज लंगड़ा है. जाली नोट तैयार करने का पूरा काम शोएब मलिक संभाल रहा था. जाली नोट डिजाइन करने का काम दानिश मलिक कर रहा था जिसने डिजाइनिंग का कोर्स किया हुआ है. वहीं, पांचवा आरोपी रघुराम ठाकुर खुर्जा का रहने वाला है और वह जाली नोटों की खेप लेने के लिए आया था.

नई दिल्ली : जाली नोटों की तस्करी करने वाले एक गैंग के पांच सदस्यों को दिल्ली पुसिल की स्पेशल सेल ने गिरफ्तार किया है. आरोपियों के पास से 55 लाख रुपये के जाली नोट और 1.69 लाख के डॉलर बरामद किए गए हैं. बरामद किए गए नोटों में 50 रुपये से लेकर दो हजार तक के नोट हैं, जबकि सभी 100 के डॉलर हैं. फिलहाल पुलिस इस नेटवर्क से जुड़े और लोगों की तलाश कर रही है.

दिल्ली में जाली नोटों की हो रही थी छपाई
डीसीपी प्रमोद कुशवाहा के अनुसार जाली नोटों की तस्करी करने वाले गैंग को लेकर स्पेशल सेल लगातार काम करती है. इस साल ऐसे कई गैंग को स्पेशल सेल की टीम ने गिरफ्तार किया है. हाल ही में स्पेशल सेल को एक ऐसे ही गैंग के बारे में जानकारी मिली. इस पर एसीपी ललित मोहन नेगी और हृदय भूषण की टीम ने इस गैंग से संबंधित जानकारी जुटाना शुरू किया. उन्हें पता चला कि यह गैंग दिल्ली में ही जाली नोट की छपाई कर उन्हें सप्लाई कर रहा है.

पांच तस्करों से मिले करोड़ों के जाली नोट और डॉलर
पुलिस को पता चला कि गैंग के कुछ सदस्य जाली नोट के साथ डॉलर सप्लाई करेंगे. इस सूचना पर पुलिस टीम ने छापा मारकर कुल चार तस्करों और एक खरीदार को गिरफ्तार कर लिया. इनके पास से लगभग छह लाख रुपये के जाली नोट और 1.69 लाख डॉलर बरामद हुए. पुलिस ने स्केनिंग मशीन भी जब्त की है जिसका इस्तेमाल छपाई में किया जा रहा था. आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वे 100 रुपये का जाली नोट 20 से 25 रुपये में देते थे.

जानकारी देते संवाददाता

अब तक पांच करोड़ से ज्यादा के जाली नोट खपाए
पुलिस के मुताबिक यह गैंग बीते दो साल से जाली नोटों की छपाई कर रहा था. अब तक वह पांच करोड़ रुपये से ज्यादा के जाली नोट दिल्ली सहित विभिन्न राज्यों में खपा चुके थे. आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वह छोटे जाली नोटों की छपाई इसलिए करते थे क्योंकि उन्हें बाजार में चलाना आसान होता है. इसके अलावा वे डॉलर की छपाई इसलिए करते थे क्योंकि ज्यादा लोगों को इसकी पहचान नहीं होती.

पढ़ें- सीसीटीवी ने खोली यूपी की प्याज चोर पुलिस की पोल, रिपोर्ट दर्ज

वेनेजुएला के असली नोट यहां पर चलाये
गिरफ्तार किए गए आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वेनेजुएला में जब नोट बंदी हुई थी तो वहां के नोट काफी मात्रा में उन्होंने भारत में चला दिए थे. यहां उन्होंने लोगों को विदेशी करेंसी बताकर यह नोट दे दिए थे जबकि यह नोट कहीं भी चल नहीं सकते थे.

हिन्दू कॉलेज से ग्रेजुएट युवक तस्करी में शामिल
डीसीपी प्रमोद कुशवाहा ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों में उनवान अमरोही नामक एक युवक हिंदू कॉलेज से ग्रेजुएट है. वह एक प्राइवेट कंपनी का हेड भी बन चुका है, लेकिन जल्दी रुपए कमाने के लिए वह इस गैंग में शामिल हो गया. इस गैंग का सरगना तबरेज लंगड़ा है. जाली नोट तैयार करने का पूरा काम शोएब मलिक संभाल रहा था. जाली नोट डिजाइन करने का काम दानिश मलिक कर रहा था जिसने डिजाइनिंग का कोर्स किया हुआ है. वहीं, पांचवा आरोपी रघुराम ठाकुर खुर्जा का रहने वाला है और वह जाली नोटों की खेप लेने के लिए आया था.

Intro:नई दिल्ली
जाली नोटों की तस्करी करने वाले एक गैंग के पांच सदस्यों को स्पेशल सेल ने गिरफ्तार किया है. आरोपियों के पास से 55 लाख रुपये के जाली नोट एवं 1.69 लाख के डॉलर बरामद किए गए हैं. बरामद नोट 50 रुपये से दो हजार के हैं जबकि सभी डॉलर 100 के हैं. इस नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों की तलाश पुलिस कर रही है.


Body:डीसीपी प्रमोद कुशवाहा के अनुसार जाली नोटों की तस्करी करने वाले गैंग को लेकर स्पेशल सेल लगातार काम करती है. इस साल ऐसे कई गैंग को स्पेशल सेल की टीम ने गिरफ्तार किया है. हाल ही में स्पेशल सेल को एक ऐसे ही गैंग के बारे में जानकारी मिली. इस पर एसीपी ललित मोहन नेगी और हृदय भूषण की टीम ने इस गैंग को लेकर जानकारी जुटाना शुरु किया. उन्हें पता चला कि यह गैंग दिल्ली में ही जाली नोट की छपाई कर उन्हें सप्लाई कर रहा है.


पांच तस्करों से मिले करोड़ों के जाली नोट एवं डॉलर
उन्हें पता चला कि इस गैंग के कुछ सदस्य जाली नोट के साथ डॉलर सप्लाई करेंगे. इस सूचना पर पुलिस टीम ने छापा मारकर कुल चार तस्करों एवं एक खरीदार को गिरफ्तार कर लिया. इनके पास से लगभग छह लाख रुपये के जाली नोट एवं 1.69 लाख डॉलर बरामद हुए. पुलिस ने वह स्केनिंग मशीन भी जब्त की है जिसका इस्तेमाल छपाई में किया जा रहा था. आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वह 100 रुपये का जाली नोट 20 से 25 रुपये में देते थे.


अब तक पांच करोड़ से ज्यादा के जाली नोट खपाए
पुलिस के अनुसार यह गैंग बीते दो साल से जाली नोटों की छपाई कर रहा था. अब तक वह पांच करोड़ रुपये से ज्यादा के जाली नोट दिल्ली सहित विभिन्न राज्यों में खपा चुके थे. आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वह छोटे जाली नोटों की छपाई इसलिए करते थे क्योंकि उन्हें बाजार में चलाना आसान होता है. इसके अलावा वह डॉलर की छपाई इसलिए करते थे क्योंकि ज्यादा लोगों को इसकी पहचान नहीं होती.


वेनेजुएला के असली नोट यहां पर चलाये
गिरफ्तार किए गए आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वेनेजुएला में जब नोट बंदी हुई थी तो वहां के नोट काफी मात्रा में उन्होंने भारत में चला दिए थे. यहां उन्होंने लोगों को विदेशी करेंसी बताकर यह नोट दे दिए थे जबकि यह नोट कहीं भी चल नहीं सकते थे.



Conclusion:हिन्दू कॉलेज से ग्रेजुएट युवक तस्करी में शामिल
डीसीपी प्रमोद कुशवाहा ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों में उनवान अमरोही हिंदू कॉलेज से ग्रेजुएट है. वह एक प्राइवेट कंपनी को हेड कर चुका है. लेकिन जल्दी रुपए कमाने के लिए वह इस गैंग में शामिल हो गया. इस गैंग का सरगना तबरेज लंगड़ा है. जाली नोट तैयार करने का पूरा काम शोएब मलिक संभाल रहा था. जाली नोट डिजाइन करने का काम दानिश मलिक कर रहा था जिसने डिजाइनिंग का कोर्स किया हुआ है. वही पांचवा आरोपी रघुराम ठाकुर खुर्जा का रहने वाला है और वह जाली नोटों की खेप लेने के लिए आया था.
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