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हिमाचल प्रदेश : मकर संक्रांति पर एक पतीले में पकेगी 11 क्विंटल खिचड़ी - पतीले में एक साथ बनेगी 11 क्विंटल खिचड़ी

हिमाचल प्रदेश के करसोग में लोहड़ी और मकर संक्रांति उत्सव के इतिहास में यह पहली बार हो रहा है कि एक ही पतीले में इतनी खिचड़ी तैयार की जाएगी. इस खिचड़ी से 12 हजार से ज्यादा लोगों का पेट भर सकता है. हरियाणा के मशहूर बर्तन मार्केट जगाधरी से ट्रक में लाया गया ये पतीला तत्तापानी पहुंच चुका है.

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11 क्विंटल का पतीला
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Published : Jan 12, 2020, 10:45 PM IST

शिमला : हिमाचल प्रदेश में करसोग के तत्तापानी में आयोजित होने जा रहे जिला स्तरीय मकर सक्रांति मेले की प्रशासन ने तैयारियां पूरी कर ली हैं. इस बार मेले में पर्यटन विभाग की ओर से खिचड़ी बनाने के लिए लाया गया बड़ा पतीला लोगों के आकर्षण का केंद्र बना है. इस पतीले में एक साथ 11 क्विंटल चावल डालकर खिचड़ी पकाई जाएगी.

तत्तापानी में लोहड़ी और मकर संक्रांति उत्सव के इतिहास में यह पहली बार हो रहा है कि एक ही पतीले में इतनी खिचड़ी पकाई जाएगी. इस खिचड़ी से 12 हजार से ज्यादा लोगों का पेट भर सकता है. हरियाणा की मशहूर बर्तन मार्केट जगाधरी से ट्रक में लाया गया ये पतीला तत्तापानी पहुंच चुका है. इलाके में इतना बड़ा बर्तन आने की सूचना लगते ही स्थानीय लोगों सहित पर्यटक भी पतीले के साथ सेल्फी खिंचवाने के लिए तत्तापानी पहुंच रहे हैं.

मकर संक्रांति पर खिचड़ी बनाने के लिए लाया गया पतीला.

पतीले को एक झलक देखने को लेकर लोगों में खासा उत्साह है. रविवार को करसोग के विधायक हीरालाल सहित कई लोगों ने पतीले के साथ अपनी तस्वीरें खींचीं. ये पतीला 4 फुट ऊंचा और सवा सात फुट चौड़ा है. इस बार तत्तापानी में पर्यटन विभाग की ओर से श्रद्धालुओं को पवित्र स्नान के बाद खिचड़ी खिलाने की व्यवस्था की गई है.

लोहड़ी की शाम को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर भी तत्तापानी आएंगे और यहां पहली बार हो रही सतलज आरती में शामिल होंगे. आरती के बाद 3 हजार के करीब दीये सतलज नदी में एक साथ प्रवाहित किए जाएंगे. ऐसे में संध्या के समय सतलज नदी पर बनी झील दीयों की रोशनी से जगमगा उठेगी.

पतीले के लिए बनाया गया है विशेष चूल्हा
पतीले में एक साथ 11 क्विंटल की खिचड़ी तैयार की जाएगी. इसके लिए तत्तापानी में ईंटों का एक बड़ा चूल्हा बनाया गया है. इस चूल्हे में चारों ओर से लकड़ी डाले जाने की व्यवस्था की गई है. खिचड़ी बनाने के कई क्विंटल सूखी लकड़ियों की व्यवस्था की गई है. यहीं नरसिंह मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं को बैठाकर खिचड़ी खिलाने की व्यवस्था भी की गई है.

पढ़ें- CAA को लेकर पीएम मोदी के बयान से रामकृष्ण मिशन ने बनाई दूरी

विभाग ने बारिश से बचने के लिए टेंट की भी पहले ही व्यवस्था कर रखी है, ताकि श्रद्धालु आराम से खिचड़ी के स्वाद का मजा ले सकें. इसी टेंट की निचली ओर सड़क के दोंनो ओर स्नानागार हैं, जहां महिला और पुरुषों के नहाने के लिए प्रशासन ने अलग-अलग व्यवस्था की है. तत्तापानी ग्राम पंचायत के उप प्रधान बाबूराम शर्मा का कहना है कि लोहड़ी मेले में एक बड़े पतीले में पहली 11 क्विंटल खिचड़ी पकेगी. इसको लेकर लोगों में बहुत उत्साह है. लोग दूर-दूर से पतीला देखने आ रहे हैं.

शिमला : हिमाचल प्रदेश में करसोग के तत्तापानी में आयोजित होने जा रहे जिला स्तरीय मकर सक्रांति मेले की प्रशासन ने तैयारियां पूरी कर ली हैं. इस बार मेले में पर्यटन विभाग की ओर से खिचड़ी बनाने के लिए लाया गया बड़ा पतीला लोगों के आकर्षण का केंद्र बना है. इस पतीले में एक साथ 11 क्विंटल चावल डालकर खिचड़ी पकाई जाएगी.

तत्तापानी में लोहड़ी और मकर संक्रांति उत्सव के इतिहास में यह पहली बार हो रहा है कि एक ही पतीले में इतनी खिचड़ी पकाई जाएगी. इस खिचड़ी से 12 हजार से ज्यादा लोगों का पेट भर सकता है. हरियाणा की मशहूर बर्तन मार्केट जगाधरी से ट्रक में लाया गया ये पतीला तत्तापानी पहुंच चुका है. इलाके में इतना बड़ा बर्तन आने की सूचना लगते ही स्थानीय लोगों सहित पर्यटक भी पतीले के साथ सेल्फी खिंचवाने के लिए तत्तापानी पहुंच रहे हैं.

मकर संक्रांति पर खिचड़ी बनाने के लिए लाया गया पतीला.

पतीले को एक झलक देखने को लेकर लोगों में खासा उत्साह है. रविवार को करसोग के विधायक हीरालाल सहित कई लोगों ने पतीले के साथ अपनी तस्वीरें खींचीं. ये पतीला 4 फुट ऊंचा और सवा सात फुट चौड़ा है. इस बार तत्तापानी में पर्यटन विभाग की ओर से श्रद्धालुओं को पवित्र स्नान के बाद खिचड़ी खिलाने की व्यवस्था की गई है.

लोहड़ी की शाम को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर भी तत्तापानी आएंगे और यहां पहली बार हो रही सतलज आरती में शामिल होंगे. आरती के बाद 3 हजार के करीब दीये सतलज नदी में एक साथ प्रवाहित किए जाएंगे. ऐसे में संध्या के समय सतलज नदी पर बनी झील दीयों की रोशनी से जगमगा उठेगी.

पतीले के लिए बनाया गया है विशेष चूल्हा
पतीले में एक साथ 11 क्विंटल की खिचड़ी तैयार की जाएगी. इसके लिए तत्तापानी में ईंटों का एक बड़ा चूल्हा बनाया गया है. इस चूल्हे में चारों ओर से लकड़ी डाले जाने की व्यवस्था की गई है. खिचड़ी बनाने के कई क्विंटल सूखी लकड़ियों की व्यवस्था की गई है. यहीं नरसिंह मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं को बैठाकर खिचड़ी खिलाने की व्यवस्था भी की गई है.

पढ़ें- CAA को लेकर पीएम मोदी के बयान से रामकृष्ण मिशन ने बनाई दूरी

विभाग ने बारिश से बचने के लिए टेंट की भी पहले ही व्यवस्था कर रखी है, ताकि श्रद्धालु आराम से खिचड़ी के स्वाद का मजा ले सकें. इसी टेंट की निचली ओर सड़क के दोंनो ओर स्नानागार हैं, जहां महिला और पुरुषों के नहाने के लिए प्रशासन ने अलग-अलग व्यवस्था की है. तत्तापानी ग्राम पंचायत के उप प्रधान बाबूराम शर्मा का कहना है कि लोहड़ी मेले में एक बड़े पतीले में पहली 11 क्विंटल खिचड़ी पकेगी. इसको लेकर लोगों में बहुत उत्साह है. लोग दूर-दूर से पतीला देखने आ रहे हैं.

Intro:तत्तापानी में पहली बार एक ही बर्तन में 11 क्विंटल चावल की खिचड़ी पकेगी। इस बर्तन को देखने के लिए लोग दूर दूर से आ रहे हैं और पतीले के साथ सेल्फी ले रहे है। पतीला 4 फुट ऊंचा और सवा सात फुट चौड़ा है। Body:

करसोग
तत्तापानी में आयोजित होने जा रहे जिला स्तरीय मकर सक्रांति मेले को लेकर प्रशासन ने तैयारियां पूरी कर ली है। इस बार मेले में पर्यटन विभाग की ओर से खिचड़ी बनाने के लिए लाया बड़ा पतीला लोगों के आकर्षण का केंद्र बना है। इस पतीले में एक साथ 11 क्विंटल चावल डालकर खिचड़ी बनाई जाएगी। तत्तापानी में लोहड़ी और मकर सक्रांति उत्सव में के इतिहास में ये पहली बार हो रहा है कि एक ही पतीले में इतनी खिचड़ी तैयार की जाएगी। इस खिचड़ी से 12 हजार से अधिक लोगों का पेट भर सकता है। हरियाणा की मशहूर बर्तन मार्किट जगाधरी से ट्रक में लाया गया ये पतीला तत्तापानी पहुंच चुका है। इलाके में इतना बड़ा बर्तन आने की सूचना लगते ही स्थानीय लोगों सहित पर्यटक भी पतीले के साथ सेल्फी खिंचवाने के लिए तत्तापानी पहुंच रहे है। पतीले को एक झलक देखने को लेकर लोगों में खासा उत्साह है। रविबार को करसोग के विधायक हीरालाल सहित कई लोगों ने पतीले के साथ अपनी तस्वीरें खिंची। ये पतीला 4 फुट ऊंचा और सवा सात फुट चौड़ा है। इस बार तत्तापानी में पर्यटन विभाग की ओर से श्रद्धालुओं को पवित्र स्नान के बाद खिचड़ी खिलाने की व्यवस्था की गई है। लोहड़ी को सांय मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर भी तत्तापानी आएंगे और यहां पहली बार जो रही सतलुज आरती में शामिल होंगे। आरती के बाद 3 हजार के करीब दीये सतलुज नदी में एक साथ प्रवाहित किए जाएंगे। ऐसे में संध्या से समय सतलुज नदी पर बनी झील दीयों की रोशनी से जगमगा उठेगी। मीनाक्षी शर्मा का कहना है कि हम तत्तापानी बच्चों के साथ घूमने आएं है। हमने पहली बार खिचड़ी के लिए इतना बड़ा बर्तन देखा।


पतीले के लिए बनाया गया है विशेष चूल्हा:
जिस पतीले में एक साथ 11 क्विंटल की खिचड़ी तैयार की जाएगी। इसके लिए तत्तापानी में एक ईंट का एक बड़ा चूल्हा बनाया गया है। इस चुल्हे में चारों ओर से लकड़ी डाले जाने की व्यवस्था की गई है। खिचड़ी बनाने के कई क्विंटल सुखी लकड़ियों की व्यवस्था की गई है। यहीं चुल्हे के साथ ही नरसिंह मंदिर परिसर में ही श्रद्धालुओं के लिए बैठकर खिचड़ी खिलाने की भी व्यवस्था की गई है। विभाग से बारिश से बचने के लिए टेंट की भी पहले ही व्यवस्था की है। ताकि श्रद्धालु आराम से खिचड़ी के स्वाद का मजा ले सके। इसी टेंट की निचली ओर सड़क के दोंनो ओर स्नानागार हैं। जहां महिला और पुरुधों के नहाने के लिए प्रशासन ने अलग अलग व्यवस्था की है।
Conclusion:तत्तापानी ग्राम पंचायत के उपप्रधान बाबूराम शर्मा का कहना है कि लोहड़ी मेले में एक बड़े पतीले में पहली 11 क्विंटल खिचड़ी पकेगी। इसको लेकर लोगों में बहुत उत्साह है। लोग दूर दूर से पतीला देखने आ रहे हैं
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