नई दिल्ली : कोरोना काल से प्रभावित होने वाले क्षेत्र में नागरिक विमानन क्षेत्र भी है. चरणबद्ध तरीके से उड़ानें शुरू की गई हैं, लेकिन वैक्सीन आने तक ही स्थिति सामान्य हो पाएगी.
ईटीवी भारत से बात करते हुए विमानन ब्लॉग नेटवर्क विचार के संस्थापक आमेया जोशी ने कहा कि स्थिति सामान्य होना इस बात पर निर्भर करता है कि वैक्सीन कितनी प्रभावी होती है. उन्होंने कहा कि फिलहाल यात्रियों का ट्रैफिक 50 प्रतिशत पर है और इसको 100 प्रतिशत करना है.
विमानन परामर्शदाता मार्टिन कंसल्टेंसी के अधिकारी मार्क मार्टिन ने कहा कि वैक्सीन आने के बाद ही विमान यात्रा सुरक्षित हो पाएगी.
ट्रैवल एजेंट्स की मानें तो जुलाई की तुलना में लोग अब ज्यादा यात्रा कर रहे हैं.
इससे पहले नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने बताया था कि सरकार ने भारतीय एयरलाइनों के लिए घरेलू उड़ानों की संख्या पूर्व कोविड स्तर के 60 प्रतिशत से बढ़ाकर 70 प्रतिशत कर दी.
इस संबंध में नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने दो सितंबर को कहा था कि भारतीय एअरलाइन कोरोना वायरस संक्रमण के चलते मौजूदा स्थिति की वजह से पूर्व कोविड स्तर की अपनी घरेलू उड़ानों में से अधिकतम 60 प्रतिशत का परिचालन कर सकती हैं.
इसने 29 अक्टूबर को स्पष्ट किया था कि 60 प्रतिशत की सीमा 24 फरवरी 2021 तक या अगले आदेशों तक जारी रहेगी.
पुरी ने बुधवार को ट्वीट किया, 'घरेलू परिचालन 25 मई को 30 हजार यात्रियों के साथ शुरू हुआ था जो 8 नवंबर 2020 को 2.06 लाख तक पहुंच गया.'
मंत्रालय ने कोविड-19 लॉकडाउन की वजह से दो महीने तक बंद रहने के बाद घरेलू यात्री उड़ानों को 25 मई से फिर से शुरू कर दिया था. हालांकि एअरलाइनों को उनकी पूर्व कोविड घरेलू उड़ानों के 33 प्रतिशत से अधिक परिचालन की अनुमति नहीं थी.
सरकार ने 26 जून को इसे बढ़ाकर 45 प्रतिशत और फिर दो सितंबर को इसे बढ़ाकर 60 प्रतिशत कर दिया था.