नई दिल्ली : देश में उपजी कथित आर्थिक मंदी को लेकर दिये गये अपने बयान पर केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर को आलोचना झेलनी पड़ी तो उन्होंने 24 घंटे के भीतर ही अपनी टिप्पणी वापस ले ली। उन्होंने रविवार को कहा कि मुंबई में होने की वजह से उन्होंने ऐसा कहा था, जो भारत की आर्थिक राजधानी है और लाखों लोगों को रोजगार प्रदान करती है, साथ ही करों के जरिये विशेष योगदान प्रदान करती है.
बता दें कि मुंबई में शनिवार को एक संवाददाता सम्मेलन में रविशंकर से आर्थिक मंदी पर सवाल पूछा गया था. उन्होंने कहा था, 'मैं पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में सूचना एवं प्रसारण मंत्री था और मुझे फिल्मों का शौक है. फिल्में बड़ा कारोबार कर रही हैं. दो अक्टूबर को तीन फिल्में रिलीज हुईं और फिल्म समीक्षक कोमल नाहटा ने मुझे बताया कि राष्ट्रीय अवकाश के दिन 120 करोड़ रुपये की कमाई हुई.120 करोड़ रुपये की कमाई किसी ऐसे देश में ही होती है, जहां की अर्थव्यवस्था अच्छी हो.'
कांग्रेस ने इस टिप्पणी को असंवेदनशील करार दिया और कहा कि उन्हें विषय की पूरी जानकारी नहीं है. केंद्रीय मंत्री की इस टिप्पणी को लेकर सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर उन्हें निशाना बनाया जाने लगा. इस बयान को लेकर रविशंकर प्रसाद का नाम ट्विटर पर ट्रेंड करने लगा.
प्रसाद ने रविवार को कहा, 'एक संवेदनशील व्यक्ति होने के कारण मैं अपनी टिप्पणी वापस लेता हूं.' लेकिन प्रसाद ने यह भी आरोप लगाया कि उनके बयान को तोड़ा-मरोड़ा गया है.'
प्रसाद के कार्यालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया, 'कल मुंबई में की गई मेरी टिप्पणी तीन फिल्मों द्वारा एक दिन में की गई 120 करोड़ रुपये कमाई के बारे में थी, जो तथ्यात्मक रूप से सही बयान था। कमाई का यह आंकड़ा अब तक का सर्वोच्च है.'