एर्नाकुलम : मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के वरिष्ठ नेता प्रकाश करात ने दो छात्र कार्यकर्ताओं - ताहा फजल वअलान सुहैब की गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम (यूएपीए) के तहत गिरप्तारी को अनुचित करार दिया है.
गौरतलब है कि गत दो नवम्बर को इन दोनों छात्र कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया था. इन पर कथित रूप से माओवादियों से सहानुभूति रखने और उनके कुछ पर्चे तथा सामग्री वितरित करने के आरोप लगे हैं.
प्रकाश करात ने गुरुवार को कहा कि छात्रों पर यूएपीए का आरोप गलत व अनुचित है. उन्होंने यह भी कहा कि पर्चे व सामग्री वितरित करना यूएपीए लगाने का आधार नहीं है.
उन्होंने आशा जतायी की सरकार छात्रों पर से यूएपीए हटाने के लिए जरूरी कदम उठाएगी.
स्मरण रहे कि बुधवार को कोझिकोड जिला न्यायालय ने दोनों छात्रों की जमानत याचिकाएं भी खारिज कर दी थीं.
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याचिकाकर्ता अपने खिलाफ दर्ज प्राथमिकी रद्द करने और जमानत की मांग को लेकर उच्च न्यायालय का रुख कर सकते हैं. अभी दोनों आरोपी 15 नवम्बर तक न्यायिक हिरासत में हैं.
ताहा फजल के भाई और उसकी एक रिश्तेदार ने कहा कि उन्हें कानून पर विश्वास है और पुलिस ने 'झूठे सबूत' पेश किये हैं.