चंडीगढ़: हरियाणा समेत पूरे देश में ग्रीन दिवाली के आह्वान के बीच दिवाली के अगले दिन प्रदूषण के स्तर में कोई कमी नहीं आई. हर बार की तरह इस बार भी दिवाली के बाद हवा में प्रदूषण का स्तर बढ़ गया. कई जगहों पर प्रदूषण का स्तर समान्य रहा, तो कई जगह बेहद ज्यादा रहा.
दिवाली पर दिल्ली से सटे हरियाणा के जिलों में जलाए गए पटाखों का असर साफ तौर पर देर रात को नजर आया. हरियाणा के अलग-अलग जिलों में पीएम 10 और पीएम 2.5 का लेवल काफी हाई हो गया.
दिवाली की रात कहां रहा कितना प्रदूषण:
फरीदाबाद
दिल्ली से सटे फरीदाबाद में प्रदूषण की दिक्कत हमेशा बनी रहती है. फरीदाबाद भी दिल्ली की तरह गैस चैम्बर बनता जा रहा है. वहीं अगर दिवाली की रात फरीदाबाद में प्रदूषण की बात करें, तो वो बेहद खतरनाक स्तर पर रहा. रात 8 बजे फरीदाबाद में पीएम 2.5 का स्तर 423 तक पहुंच गया, जो बेहद ज्यादा है. साथ ही अगर एक्यूआई (एयर क्वालिटी इंडेक्स) की बात करें तो वो भी 313 के पास रहा, जो एक खराब स्थिति मानी जाती है.
गुरुग्राम
साइबर सिटी के लोगों ने भी दिवाली पर खूब पटाखे जलाए और इसी का नतीजा रहा कि दिवाली की रात गुरुग्राम के प्रदूषण में कोई कमी नहीं आई. गुरुग्राम में पीएम 2.5 रात 8 बजे 348 तक पहुंच गया. साथ ही एक्यूआई 298 रहा. बता दें कि एक्यूआई 101-200 तक सामान्य माना जाता है, लेकिन इससे ऊपर जाते ही ये बेहद खतरनाक हो जाता है.
अंबाला
पंजाब से सटे अंबाला में भी दिवाली का असर देखने को मिला. अंबाला वासियों ने भी पटाखे जलाने में कोई कमी नहीं रखी. अंबाला में दिवाली की रात 8 बजे पीएम 2.5 बेहद खतरनाक लेवल पर रहा. पीएम 2.5 का स्तर 405 तक पहुंच गया. वहीं अगर एक्यूआई की बात करें तो 333 रहा.
हिसार
हिसार के लोगों ने भी दीपावली में जमकर आतिशबाजी की और यही कारण है कि दिवाली की रात हिसार में प्रदूषण बेहद खतरनाक स्तर पर पहुंच गया था. हिसार में पीएम 2.5 470 पर पहुंच गया था वहीं एक्यूआई 388 पर जो कि एक खतरनाक स्थिति है. ऐसे में सरकार के साथ-साथ ये लोगों का कर्तव्य बनता है कि पर्यावरण को साफ रखें.
भिवानी
दिवाली की रात भिवानी में भी प्रदूषण अपने खतरनाक लेवर पर रहा. भिवानी में प्रदूषण और गंदगी एक बहुत बड़ी समस्या है, लेकिन लोगों ने दिवाली के दिन पटाखे जलाने में कोई कमी नहीं रखी. भिवानी में दिवाली की रात पीएम 2.5 का स्तर 422 (खतरनाक स्थिति) रहा. वहीं एक्यूआई की बात करें तो वो भी 342 तक पहुंचा.
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कैसे मापते हैं एयर क्वालिटी इंडेक्स का स्तर ?
बता दें कि एक्यूआई 0 से 50 के बीच अच्छा, 51 से 100 के बीच संतोषजनक, 101 से 200 मध्यम, 201 से 300 खराब, 301 से 400 तक बेहद खराब और 401 से 500 के बीच खतरनाक माना जाता है.