नई दिल्ली/जयपुर/लखनऊ : कोटा के जेके लोन अस्पताल में बीमार शिशुओं की मृत्यु पर राजस्थान सरकार घिरती नजर आ रही है. शिशुओं की मृत्यु पर आलोचना झेल रहे राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि इस मामले पर राजनीति नहीं करनी चाहिए. सरकार इस मामले पर संवेदनशील है. कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पूरे मामले पर चिंता जताई है. उन्होंने राज्य के कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडे से सारी जानकारी हासिल की है.
योगी आदित्यनाथ की प्रतिक्रिया
इस मामले में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रियंका गांधी और सोनिया गांधी पर हमला बोला है. यूपी सीएम ने ट्वीट किया, 'कोटा में करीब 100 मासूमों की मौत बेहद दुःखद और हृदय विदारक है. माताओं की गोद उजड़ना सभ्य समाज,मानवीय मूल्यों और संवेदनाओं पर धब्बा है. अत्यंत क्षोभ है कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, कांग्रेस महासचिव प्रियंका वाड्रा महिला होकर भी माताओं का दुःख नहीं समझ पा रहीं.'
अशोक गहलोत की प्रतिक्रिया
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा, 'कोटा के इस अस्पताल में शिशुओं की मृत्यु दर लगातार कम हो रही है. हम आगे इसे और भी कम करने के लिए प्रयास करेंगे. मां और बच्चे स्वस्थ रहें, यह हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है.'
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जेके लोन अस्पताल, कोटा में हुई बीमार शिशुओं की मृत्यु पर सरकार संवेदनशील है। इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। कोटा के इस अस्पताल में शिशुओं की मृत्यु दर लगातार कम हो रही है। हम आगे इसे और भी कम करने के लिए प्रयास करेंगे। मां और बच्चे स्वस्थ रहें यह हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।
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">जेके लोन अस्पताल, कोटा में हुई बीमार शिशुओं की मृत्यु पर सरकार संवेदनशील है। इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। कोटा के इस अस्पताल में शिशुओं की मृत्यु दर लगातार कम हो रही है। हम आगे इसे और भी कम करने के लिए प्रयास करेंगे। मां और बच्चे स्वस्थ रहें यह हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।
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1/जेके लोन अस्पताल, कोटा में हुई बीमार शिशुओं की मृत्यु पर सरकार संवेदनशील है। इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। कोटा के इस अस्पताल में शिशुओं की मृत्यु दर लगातार कम हो रही है। हम आगे इसे और भी कम करने के लिए प्रयास करेंगे। मां और बच्चे स्वस्थ रहें यह हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।
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सीएम गहलोत ने कहा, 'राजस्थान में सर्वप्रथम बच्चों के ICU की स्थापना हमारी सरकार ने 2003 में की थी. कोटा में भी बच्चों के ICU की स्थापना हमने 2011 में की थी.'
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राजस्थान में सर्वप्रथम बच्चों के ICU की स्थापना हमारी सरकार ने 2003 में की थी। कोटा में भी बच्चों के ICU की स्थापना हमने 2011 में की थी।
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2/राजस्थान में सर्वप्रथम बच्चों के ICU की स्थापना हमारी सरकार ने 2003 में की थी। कोटा में भी बच्चों के ICU की स्थापना हमने 2011 में की थी।
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स्वास्थ्य सेवाओं में और सुधार के लिए भारत सरकार के विशेषज्ञ दल का भी स्वागत है. हम उनसे विचार विमर्श और सहयोग से प्रदेश में चिकित्सा सेवाओं में इम्प्रूवमेंट के लिए तैयार हैं.
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स्वास्थ्य सेवाओं में और सुधार के लिए भारत सरकार के विशेषज्ञ दल का भी स्वागत है। हम उनसे विचार विमर्श और सहयोग से प्रदेश में चिकित्सा सेवाओं में इम्प्रूवमेंट के लिये तैयार हैं। #NirogiRajasthan हमारी प्राथमिकता है।
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मीडिया किसी भी दबाव में आये बिना तथ्य प्रस्तुत करे, स्वागत है।
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">स्वास्थ्य सेवाओं में और सुधार के लिए भारत सरकार के विशेषज्ञ दल का भी स्वागत है। हम उनसे विचार विमर्श और सहयोग से प्रदेश में चिकित्सा सेवाओं में इम्प्रूवमेंट के लिये तैयार हैं। #NirogiRajasthan हमारी प्राथमिकता है।
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मीडिया किसी भी दबाव में आये बिना तथ्य प्रस्तुत करे, स्वागत है।
3/स्वास्थ्य सेवाओं में और सुधार के लिए भारत सरकार के विशेषज्ञ दल का भी स्वागत है। हम उनसे विचार विमर्श और सहयोग से प्रदेश में चिकित्सा सेवाओं में इम्प्रूवमेंट के लिये तैयार हैं। #NirogiRajasthan हमारी प्राथमिकता है।
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मीडिया किसी भी दबाव में आये बिना तथ्य प्रस्तुत करे, स्वागत है।
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उन्होंने कहा कि राजस्थान को निरोग बनाना हमारी प्राथमिक्ता है. उन्होंने मीडिया को किसी भी दबाव में आए बिना तथ्य प्रस्तुत करने की चुनौती दी है.
बता दें कि राजस्थान के कोटा जिले के जेके लोन अस्पताल में दिसंबर के अंतिम दो दिन में कम से कम नौ और शिशुओं की मौत हो गई. इसके साथ ही इस महीने अस्पताल में मरने वाले शिशुओं की संख्या 100 हो गई है. इस मामले पर अब राजनीति भी शुरू हो गई है.
ओम बिरला की प्रतिक्रिया
इस मामले पर लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने भी इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. बिरला ने कहा राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पुनः स्मरण पत्र भेजकर संसदीय क्षेत्र कोटा के जेके लोन मातृ एवं शिशु चिकित्सालय में शिशुओं की असमय मृत्यु की प्रतिदिन बढ़ती संख्या को देखते हुए संवेदनशीलता के साथ चिकित्सा सुविधाओं के मजबूत बनाने के लिए आग्रह किया.
आपको बता दें कि गत 23-24 दिसंबर को 48 घंटे के भीतर अस्पताल में 10 शिशुओं की मौत को लेकर काफी हंगामा हुआ था. हालांकि, अस्पताल के अधिकारियों ने कहा था कि यहां 2018 में 1,005 शिशुओं की मौत हुई थी और 2019 में उससे कम मौतें हुई हैं. अस्पताल के अधीक्षक के अनुसार अधिकतर शिशुओं की मौत मुख्यत: जन्म के समय कम वजन के कारण हुई. मंगलवार को लॉकेट चटर्जी, कांता कर्दम और जसकौर मीणा समेत भाजपा सांसदों के एक संसदीय दल ने अस्पताल का दौरा कर उसकी हालत पर चिंता जतायी थी.
अविनाश पांडे की प्रतिक्रिया
राजस्थान के प्रभारी अविनाश पांडे ने कहा कि कोटा में जो हुआ वह बहुत दुखद घटना है. इस प्रकार की घटना आगे कभी ना हो, इसके लिए प्रशासन और सभी अधिकारियों को निर्देशित किया गया है लेकिन इतने संवेदनशील विषय में किसी भी प्रकार की राजनीति नहीं होनी चाहिए.
दल ने कहा कि एक ही बेड पर दो-तीन बच्चे थे और अस्पताल में पर्याप्त नर्सें भी नहीं हैं. इससे पहले राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने राज्य की कांग्रेस सरकार को नोटिस जारी किया था. आयोग के अध्यक्ष प्रियांक कानूनगो ने कहा था कि अस्पताल परिसर के भीतर सुअर घूमते पाए गए. राजस्थान सरकार की एक समिति ने कहा कि शिशुओं का सही इलाज किया जा रहा है.
मायावती की प्रतिक्रिया
वहीं दूसरी ओर भाजपा और बसपा समेत कई दलों ने इस पर कांग्रेस सरकार की आलोचना की है. बसपा सुप्रीमो मायावती ने इस घटना को लेकर प्रियंका गांधी की चुप्पी पर सवाल उठाए हैं. मायावती ने कहा कि राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत स्वयं और उनकी सरकार इसके प्रति अभी भी उदासीन, असंवेदनशील और गैर-जिम्मेदार बनी हुई है. जो अति निंदनीय है. उन्होंने प्रियंका गांधी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि अच्छा होता कि वह उत्तर प्रदेश की तरह उन गरीब, पीड़ित मांओं से जाकर मिलतीं. जिनकी गोद उनकी सरकार की लापरवाही के कारण उजड़ गई.
मायावती ने कहा कि कांग्रेस शासित प्रदेश राजस्थान के कोटा में 100 मासूम बच्चों की मांओं का गोद उजड़ना अति दु:खद और दर्दनाक है. लेकिन प्रियंका गांधी का कुछ नहीं बोलना सचमुच आश्चर्यजनक है. मायावती ने कहा कि यदि कांग्रेस की महिला राष्ट्रीय महासचिव कोटा में जाकर मृतक बच्चों की मांओं से नहीं मिलती हैं, तो उत्तर प्रदेश में अभी तक किसी भी मामले में पीड़ित के परिवार से मिलना केवल इनका राजनैतिक स्वार्थ और नाटकबाजी ही मानी जाएगी. इससे यूपी की जनता को सतर्क रहना है.
दीया कुमारी की प्रतिक्रिया
राजस्थान के राजसमंद से सांसद दीया कुमारी ने ट्विट कर कहा कि कोटा के अस्पताल में 100 बच्चों की मौत की खबर अत्यंत ही दुखद और हृदय विदारक है.
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#राजस्थान - #कोटा में अस्पताल में 10 बच्चों की मौत की खबर अत्यंत ही दुखद एवं हृदय विदारक है।
— Diya Kumari (@KumariDiya) December 28, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
ईश्वर दिवंगत बालकों को अपने श्री चरणों में स्थान दें एवं उनके परिजनों को यह आघात सहने का संबल प्रदान करें।#Rajasthan
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— Diya Kumari (@KumariDiya) December 28, 2019
ईश्वर दिवंगत बालकों को अपने श्री चरणों में स्थान दें एवं उनके परिजनों को यह आघात सहने का संबल प्रदान करें।#Rajasthan#राजस्थान - #कोटा में अस्पताल में 10 बच्चों की मौत की खबर अत्यंत ही दुखद एवं हृदय विदारक है।
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ईश्वर दिवंगत बालकों को अपने श्री चरणों में स्थान दें एवं उनके परिजनों को यह आघात सहने का संबल प्रदान करें।#Rajasthan
स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर रघु शर्मा की प्रतिक्रिया
स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर रघु शर्मा ने कहा कि कोटा के जेके लोन अस्पताल में बच्चों की मृत्यु के मामले में मैंने वरिष्ठ अधिकारियों से जानकारी ली है. उन्हें अस्पताल में भर्ती बच्चों के उपचार के लिए सभी आवश्यक प्रबंध सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं.
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कोटा के जेकेलोन अस्पताल में बच्चों की मृत्यु के मामला में मैंने वरिष्ट अधिकारियों से जानकारी ली है एवं उन्हें अस्पताल में भर्ती बच्चों के उपचार के लिए सभी आवश्यक प्रबंध सुनिश्चित करने के निर्देश दिए है। (1/2)
— Dr. Raghu Sharma (@RaghusharmaINC) December 27, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">कोटा के जेकेलोन अस्पताल में बच्चों की मृत्यु के मामला में मैंने वरिष्ट अधिकारियों से जानकारी ली है एवं उन्हें अस्पताल में भर्ती बच्चों के उपचार के लिए सभी आवश्यक प्रबंध सुनिश्चित करने के निर्देश दिए है। (1/2)
— Dr. Raghu Sharma (@RaghusharmaINC) December 27, 2019कोटा के जेकेलोन अस्पताल में बच्चों की मृत्यु के मामला में मैंने वरिष्ट अधिकारियों से जानकारी ली है एवं उन्हें अस्पताल में भर्ती बच्चों के उपचार के लिए सभी आवश्यक प्रबंध सुनिश्चित करने के निर्देश दिए है। (1/2)
— Dr. Raghu Sharma (@RaghusharmaINC) December 27, 2019