नई दिल्ली : दुनिया के पांच बड़े सोलर ऊर्जा उत्पादक देशों में भारत का नाम शामिल है. ऐसे में सोलर पावर को लेकर अभी हमारे देश की स्थिति क्या है. साथ ही हमारे देश में दिसंबर 2020 से आई सोलर पावर पर नई गाइडलाइंस कितनी कारगर हैं. इसको लेकर दिल्ली के स्टेट हेड विशाल सूर्यकांत ने विशेषज्ञों से इस मामले पर विशेष चर्चा की.
इस पर सुनिए राजस्थान अक्षय ऊर्जा निगम लिमिटेड (RRECL) के पूर्व टेक्निकल डायरेक्टर भरत कुमार माखीजा, सन अल्फा एनर्जी ग्रुप के को-फाउंडर पुनीत गोयल और पूर्व आईएएस (IAS) डॉ. सत्यनारायण सिंह का क्या कहना है.
सरकार का सोलर एनर्जी पर फोकस है. इसमें फायदे के साथ-साथ कमाई के भी बड़े मौके हैं. सोलर पैनल को आप कहीं भी इंस्टॉल करा सकते हैं. इससे बिजली के भारी-भरकम बिल की टेंशन भी खत्म हो सकती है.
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दरअसल, सोलर पैनल लगाने वालों को केंद्र सरकार का न्यू एंड रिन्यूएबल एनर्जी मंत्रालय रूफटॉप सोलर प्लांट पर 30 फीसदी सब्सिडी देता है. बिना सब्सिडी के रूफटॉप सोलर पैनल लगाने पर करीब एक लाख रुपये का खर्च आता है.