सुकमा : बस्तर में सुरक्षाबलों को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है. खासकर बारिश में सुरक्षाबलों की मुश्किलें बढ़ जाती हैं. वनांचल क्षेत्र में बारिश के समय नदी-नाले उफान पर होते हैं.
जगरगुंडा के जंगलों में ऑपरेशन करने के बाद पुलिस जवानों की टीम वापस लौट रही थी. इस दौरान चिंतलनार के पास स्थित मुकरम नाला उफान पर आ जाने से जवानों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा. जवानों ने उफनते नाले से चार नक्सलियों के शव और नक्सल सामग्री को पानी के तेज बहाव के बीच इस पार से उस पार पहुंचाया.
सुरक्षाबलों के नक्सल ऑपरेशन के बाद ये बेहद जरूरी होता है कि मुठभेड़ में बरामद चीजों को जिला मुख्यालय तक सही सलामत पहुंचाया जाए. जवानों ने अपनी जान जोखिम में डालकर उफनते नाले को पार किया.
जवानों ने मानव श्रृंखला बनाई और शवों को जिला मुख्यालय तक पहुंचाया. बारिश के दिनों में जिले के अंदरूनी इलाकों में नदी-नाले उफान पर आ जाते हैं, जिससे कई बार सुरक्षाबलों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है. लेकिन साहस के साथ हमारे सभी चुनौतियों को पार कर जाते हैं और अपना दायित्व निभाते हैं.
बता दें कि सुकमा के धुर नक्सल क्षेत्र जगरगुंडा के जंगलों में बुधवार की सुबह नक्सलियों के साथ हुई मुठभेड़ में डीआरजी के जवानों को बड़ी सफलता मिली है. जवानों ने मुठभेड़ में चार नक्सलियों को ढेर कर दिया है. मारे गए नक्सलियोंं के शवों के साथ ही हथियार बरामद किए गए हैं. जिसमें तीन भरमार और एक थ्री नॉट थ्री शामिल है.
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पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक मंगलवार शाम क्षेत्र में नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना मिली. जिसके बाद सीरपीएफ, कोबरा और डीआरजी की संयुक्त टीम मौके के लिए रवाना हुई थी. जगरगुंडा से डीआरजी और सीआरपीएफ 223 वाहिनी और नरसापुरम कैंप से 201 कोबरा के जवान नक्सल सर्चिंग पर निकले थे.
बुधवार की सुबह जगरगुंडा थाना क्षेत्र के पुलमपाड़ के जंगलों में सुरक्षाबलों का सामना नक्सलियोंं से हुआ. घात लगाए नक्सलियों ने जवानों पर फायरिंग कर दी. करीब तीन घंटे चली मुठभेड़ में जवानों को भारी पड़ता देख नक्सली भाग खड़े हुए.