नई दिल्ली : उत्तर पूर्वी दिल्ली में हुए दंगों को लेकर दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने शनिवार को जेएनयू के पूर्व छात्र उमर खालिद से पूछताछ की. लगभग तीन घंटे तक चली पूछताछ में दिल्ली दंगों में उमर खालिद की भूमिका को लेकर जानकारी जुटाई गई. स्पेशल सेल ने उमर खालिद का मोबाइल भी जब्त कर लिया है, जिसे जांच के लिए फॉरेंसिक लैब में भेजा जाएगा.
23-25 फरवरी के बीच साजिश!
जानकारी के अनुसार, बीते छह मार्च को एसआई अरविंद कुमार को मिली सूचना पर क्राइम ब्रांच में दंगे और साजिश का एक मामला दर्ज किया गया था. एफआईआर में अरविंद कुमार की तरफ से कहा गया था कि 23 से 25 फरवरी के बीच हुए दंगों के लिए पहले से ही साजिश रची गई थी. इसमें उमर खालिद, दानिश और उनके दो अन्य साथी अलग-अलग संगठनों के साथ मिले हुए थे.
उमर खालिद ने यहां पर लोगों को भड़काने के लिए दो अलग जगह पर भाषण दिए और लोगों से अपील की कि वह उस समय सड़कों को बंद करें जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भारत आए हुए हों. इससे यह मामला अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जाएगा कि किस तरीके से भारत में अल्पसंख्यकों के साथ व्यवहार किया जा रहा है.
स्पेशल सेल को सौंपी गई थी जांच
इस मामले को दर्ज करने के बाद इसकी जांच पुलिस कमिश्नर एसएन श्रीवास्तव ने स्पेशल सेल को सौंप दी गई थी. साजिश को लेकर स्पेशल सेल की टीम जांच कर रही थी. इस एफआईआर में बाद में यूएपीए एक्ट लगाया गया था. इस मामले में मीरान हैदर, सफूरा जरगर, दानिश आदि को गिरफ्तार भी किया गया था.
अदालत में दायर आरोप-पत्र में दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की तरफ से यह भी कहा गया है कि ताहिर हुसैन बीते आठ जनवरी को उमर खालिद और खालिद सैफी से शाहीन बाग में मिला था. उमर खालिद ने उसे कुछ बड़ा करने के लिए तैयार रहने को कहा था. इसमें उसे पीएफआई से मदद का भी बात कही गई थी. यह जानकारी कड़कड़डूमा कोर्ट में दाखिल हो चुके आरोप-पत्र में है.
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तीन घंटे तक स्पेशल सेल ने की पूछताछ
इस मामले में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने उमर खालिद को पूछताछ के लिए नोटिस भेजा था. शनिवार को उमर खालिद लोधी कालोनी स्थित स्पेशल सेल के दफ्तर में अपने अधिवक्ता के साथ पहुंचे. यहां पर लगभग तीन घंटे तक उनसे पूछताछ की गई.
खालिद से यह जानने की कोशिश की गई कि उत्तर पूर्वी दिल्ली में हुए दंगों के दौरान वह कहां पर था. इसके अलावा जामिया में भी हुए दंगों में उसकी क्या भूमिका रही है. पूछताछ के बाद उमर खालिद को छोड़ दिया गया, लेकिन उसका मोबाइल स्पेशल सेल ने जब्त कर लिया.