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SCO शिखर सम्मेलन में भाग लेने बिश्केक पहुंचे पीएम मोदी, पुतिन-जिनपिंग से होगी मुलाकात

पीएम मोदी शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए किर्गिस्तान के बिश्केक पहुंचे. वह चीन और रूस के राष्ट्रपति के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे.

पीएम मोदी बिश्केक पहुंचे.
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Published : Jun 13, 2019, 8:01 AM IST

Updated : Jun 13, 2019, 2:29 PM IST

नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए किर्गिस्तान के बिश्केक पहुंचे. वह शिखर सम्मेलन से इतर रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे.

पीएम मोदी का बिश्केक में जोरदार स्वागत.

दूसरी तरफ मोदी एससीओ शिखर सम्मेलन से हट कर किर्गिस्तान के राष्ट्रपति सूरोनबे जीनबेकोव के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे.

आज 13 जून को बिश्केक में पीएम मोदी का कार्यक्रम

  • 1500 बजे - मानस इंटरनेशनल एयरपोर्ट, बिश्केक में आगमन
  • 1650 बजे - चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ द्विपक्षीय बैठक
  • 1730 बजे - रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ द्विपक्षीय बैठक
  • 1830 बजे - किर्गिस्तान के राष्ट्रपति सोओरोंबे जेनेबकोव द्वारा आयोजित अनौपचारिक डिनर
  • 2200 बजे- अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी के साथ द्विपक्षीय बैठक

ट्रंप के व्यापार युद्ध पर चर्चा करेंगे मोदी, शी

चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग व भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन से इतर होने वाली द्विपक्षीय वार्ता महत्वपूर्ण होगी, जहां वे अमेरिका के दोनों देशों के साथ व्यापार में बढ़ते तनाव पर चर्चा करेंगे.

चीन के उप विदेश मंत्री ने यह जानकारी दी.

अमेरिका ने मई में चीन के साथ व्यापार विवाद को अलगे स्तर पर ले जाते हुए चीन की 200 अरब डॉलर की वस्तुओं पर टैरिफ लगा दिए और इस महीने की शुरुआत में भारत के तरजीही दर्जे को खत्म कर दिया.
चीन के उप विदेश मंत्री झांग हानहुई ने कहा कि व्यापार को लेकर अमेरिका द्वारा देशों को 'धमकाना' रोकना जरूरी हो गया है.

यह पूछे जाने पर कि क्या शी व मोदी अमेरिका की आक्रामक व्यापार नीति पर चर्चा करेंगे, इसका जवाब देते हुए झांग ने कहा, 'आपने अपने प्रश्न में उल्लेख किया है कि क्या दोनों नेता चीन और अमेरिका के बीच व्यापार गतिरोध और अमेरिका और भारत के बीच व्यापार गतिरोध के बारे में बात करेंगे. इस तरह की चीजें होना आश्चर्यजनक नहीं है. मेरा मानना है कि यह एक महत्वपूर्ण विषय हो सकता है.'

किर्गिस्तान के बिश्केक में 12 से 14 जुलाई के बीच होने वाले शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन से इतर मोदी व शी एक-दूसरे से मुलाकात करेंगे. एससीओ के आठ सदस्य देश हैं.
यह पहली बार है, जब मोदी अपने बीते महीने आम चुनावों में दूसरे कार्यकाल के लिए चुने जाने के बाद चीन के राष्ट्रपति शी से मुलाकात करेंगे.

एससीओ के शिखर सम्मेलन में पहुंचने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बयान जारी कर कहा, ‘इस शिखर सम्मेलन में वैश्विक सुरक्षा की स्थिति, बहुपक्षीय आर्थिक सहयोग, आपसी संपर्क बढ़ाने के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय महत्व के प्रासंगिक विषयों पर चर्चा होने की आशा है.

पढ़ें: समय पर दफ्तर पहुंचें, नए मंत्रियों को साथ लेकर चलें : PM ने मंत्रिपरिषद के सदस्यों से कहा

मेरी इस सम्मेलन से अलग कई नेताओं से मुलाकात करने और द्विपक्षीय बातचीत करने की भी योजना है.’

नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए किर्गिस्तान के बिश्केक पहुंचे. वह शिखर सम्मेलन से इतर रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे.

पीएम मोदी का बिश्केक में जोरदार स्वागत.

दूसरी तरफ मोदी एससीओ शिखर सम्मेलन से हट कर किर्गिस्तान के राष्ट्रपति सूरोनबे जीनबेकोव के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे.

आज 13 जून को बिश्केक में पीएम मोदी का कार्यक्रम

  • 1500 बजे - मानस इंटरनेशनल एयरपोर्ट, बिश्केक में आगमन
  • 1650 बजे - चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ द्विपक्षीय बैठक
  • 1730 बजे - रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ द्विपक्षीय बैठक
  • 1830 बजे - किर्गिस्तान के राष्ट्रपति सोओरोंबे जेनेबकोव द्वारा आयोजित अनौपचारिक डिनर
  • 2200 बजे- अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी के साथ द्विपक्षीय बैठक

ट्रंप के व्यापार युद्ध पर चर्चा करेंगे मोदी, शी

चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग व भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन से इतर होने वाली द्विपक्षीय वार्ता महत्वपूर्ण होगी, जहां वे अमेरिका के दोनों देशों के साथ व्यापार में बढ़ते तनाव पर चर्चा करेंगे.

चीन के उप विदेश मंत्री ने यह जानकारी दी.

अमेरिका ने मई में चीन के साथ व्यापार विवाद को अलगे स्तर पर ले जाते हुए चीन की 200 अरब डॉलर की वस्तुओं पर टैरिफ लगा दिए और इस महीने की शुरुआत में भारत के तरजीही दर्जे को खत्म कर दिया.
चीन के उप विदेश मंत्री झांग हानहुई ने कहा कि व्यापार को लेकर अमेरिका द्वारा देशों को 'धमकाना' रोकना जरूरी हो गया है.

यह पूछे जाने पर कि क्या शी व मोदी अमेरिका की आक्रामक व्यापार नीति पर चर्चा करेंगे, इसका जवाब देते हुए झांग ने कहा, 'आपने अपने प्रश्न में उल्लेख किया है कि क्या दोनों नेता चीन और अमेरिका के बीच व्यापार गतिरोध और अमेरिका और भारत के बीच व्यापार गतिरोध के बारे में बात करेंगे. इस तरह की चीजें होना आश्चर्यजनक नहीं है. मेरा मानना है कि यह एक महत्वपूर्ण विषय हो सकता है.'

किर्गिस्तान के बिश्केक में 12 से 14 जुलाई के बीच होने वाले शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन से इतर मोदी व शी एक-दूसरे से मुलाकात करेंगे. एससीओ के आठ सदस्य देश हैं.
यह पहली बार है, जब मोदी अपने बीते महीने आम चुनावों में दूसरे कार्यकाल के लिए चुने जाने के बाद चीन के राष्ट्रपति शी से मुलाकात करेंगे.

एससीओ के शिखर सम्मेलन में पहुंचने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बयान जारी कर कहा, ‘इस शिखर सम्मेलन में वैश्विक सुरक्षा की स्थिति, बहुपक्षीय आर्थिक सहयोग, आपसी संपर्क बढ़ाने के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय महत्व के प्रासंगिक विषयों पर चर्चा होने की आशा है.

पढ़ें: समय पर दफ्तर पहुंचें, नए मंत्रियों को साथ लेकर चलें : PM ने मंत्रिपरिषद के सदस्यों से कहा

मेरी इस सम्मेलन से अलग कई नेताओं से मुलाकात करने और द्विपक्षीय बातचीत करने की भी योजना है.’

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Last Updated : Jun 13, 2019, 2:29 PM IST
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