वॉशिंगटन : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 26 सितंबर को संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित कर सकते हैं. उच्च स्तरीय बैठक के लिए वैश्विक निकाय द्वारा जारी की गई वक्ताओं की तत्कालिक सूची में यह जानकारी सामने आई है.
संयुक्त राष्ट्र के 75 साल के इतिहास में पहली बार हो रहा है कि इस साल वार्षिक महासभा का सत्र ऑनलाइन माध्यम से आयोजित हो रहा है और देशों एवं सरकारों के प्रमुख कोरोना वायरस वैश्विक महामारी की वजह से शारीरिक तौर पर इस सभा में नहीं जुट पाएंगे.
वैश्विक नेता सत्र के लिए पहले से रिकॉर्ड किए गए वीडियो वक्तव्यों को सौंपेंगे.
संयुक्त राष्ट्र में महासभा एवं सम्मेलन प्रबंधन विभाग ने सभा के 75वें सत्र की आम चर्चा के लिए मंगलवार को वक्ताओं की तत्कालिक सूची स्थाई मिशनों को जारी की.
सूची के मुताबिक, मोदी 26 सितंबर की सुबह आम चर्चा को संबोधित कर सकते हैं.
हालांकि, यह ध्यान रखना होगा कि सूची तत्कालिक है. अभी दो और पुनरावृत्तियां होंगी क्योंकि, अगले कुछ हफ्तों में आम चर्चा के लिए कार्यक्रम एवं वक्ता बदले जा सकते हैं. आम बहस के लिए अंतिम वक्तव्य क्रम अलग हो सकता है.
जानकारी के लिए बता दें, आम चर्चा 22 सितंबर को शुरू होकर 29 सितंबर तक चलेगी.
सूची के मुताबिक, ब्राजील के राष्ट्रपति जेयर बोलसोनारो पहले वक्ता हैं. पारंपरिक रूप से अमेरिका आम बहस के पहले दिन दूसरा वक्ता होता है और ऐसी उम्मीद है कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पद पर रहते हुए अपना अंतिम संबोधन व्यक्तिगत रूप से देने के लिए न्यूयॉर्क जा सकते हैं.
तत्कालिक सूची के मुताबिक, तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन, चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, ईरानी राष्ट्रपति हसन रूहानी और फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुअल मैक्रों पहले दिन की डिजिटल चर्चा को संबोधित करेंगे.
अमेरिका संयुक्त राष्ट्र का मेजबान देश है और इस साल ट्रंप एकमात्र वैश्विक नेता होंगे, जो डिजिटल उच्च स्तरीय सभा को व्यक्तिगत रूप से मौजूद रहकर संबोधित करेंगे.