नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अमेरिका-भारत व्यापार परिषद (यूएसआईबीसी) के 'इंडिया आइडियाज समिट' को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि निवेश के लिए भारत एक उभरता देश है. यहां निवेश के बहुत सारे विकल्प हैं. यूएसआईबीसी की 45वीं वर्षगांठ पर आयोजित इस शिखर सम्मेलन पर दुनियाभर के लोगों की नजर है.
प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिकी निवेशको को रक्षा, बीमा, स्वास्थ्य कृषि समेत विभिन्न क्षेत्रों में निवेश के लिये आमंत्रित करते हुए कहा कि भारत में खुलेपन, अवसरों और विकल्पों का बढ़िया मेल उपलब्ध है.
पीएम मोदी ने कहा, 'भारत में अंतरिक्ष, सूचना प्रौद्योगिक बुनियादी ढांचा समेत विभिन्न क्षेत्रों निवेश के काफी अवसर मौजूद हैं.'
सुधारों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि हमने पिछले छह साल में कृषि समेत विभिन्न क्षेत्रों में सुधारों को आगे बढ़ाया है. बीमा और रक्षा जैसे क्षेत्रों में निवेश (एफडीआई) सीमा बढ़ायी गयी है.
प्रधानमंत्री ने यह भी कहा, 'वृद्धि के एजेंडे में गरीबों और समाज के कमजोर तबकों को ऊपर रखा जाना चाहिए. हमारा भविष्य का रुख मानव केंद्रित होना चाहिए.'
उन्होंने भारत और अमेरिका को एक स्वभाविक मित्र बताया. उन्होंने कहा, 'अमेरिका-भारत की मित्रता गहरी है और अब समय आ गया है कि यह भागीदारी दुनिया को महामारी के बाद पटरी पर लाने में अहम भूमिका निभाये.'
इस साल के शिखर सम्मेलन को संबोधित करने वालों में भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर, अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पॉम्पिओ, वर्जीनिया के सीनेटर मार्क वार्नर और संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की पूर्व राजदूत निक्की हेली शामिल हैं.
इससे पहले प्रधानमंत्री कार्यालय ने मंगलवार को बयान जारी किया, जिसके मुताबिक इस साल के 'इंडिया आइडियाज समिट' की विषयवस्तु 'बेहतर भविष्य का निर्माण' है.
बयान में कहा गया, 'शिखर सम्मेलन में महामारी के बाद की दुनिया में भारत-अमेरिकी सहयोग और दोनों देशों के बीच भविष्य में रिश्ते जैसे विषयों पर चर्चा होगी.'