चड़ीगढ़ : नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदेश के मुस्लिम बहुल जिले नूंह में लोग सड़कों पर उतरे और प्रदर्शन किया. इस कानून के खिलाफ सड़क पर उतर कर भारी भीड़ ने 10 किलोमीटर लंबा मार्च निकाला, लेकिन इस प्रदर्शन में शामिल लोगों को यह नहीं पता है कि सीएए क्या है?
यह प्रदर्शन नूंह से निकाला गया, घासेड़ा गांव में पहुंचकर खत्म हुआ.
मार्च में शामिल लोग जहां आजादी, आजादी के नारे लगा रहे थे. तो वहीं मार्च में शामिल ज्यादातर लोगों को ये भी नहीं पता था कि वो किस बात के लिए प्रदर्शन करने निकले हैं. प्रदर्शन में शामिल कई लोग इसे मुसलमानों के साथ ज्यादती के खिलाफ बता रहे थे, तो कोई प्रदर्शन को जामिया में लाठीचार्ज के खिलाफ बता रहा था. तो कोई कह रहा था कि इस कानून में मुसलमानों बच्चों को मारने के लिए कहा गया है, लेकिन ज्यादातर लोग नागरिक संशोधन कानून के बारे में नहीं बता पा रहे थे.
ये भी पढ़ेंः- CAA विरोध : दिल्ली के नार्थ-ईस्ट जिले में धारा 144 लागू, आठ गिरफ्तार
कानून-व्यवस्था को लेकर प्रशासन चौकस
वहीं नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान जिले में सुरक्षा और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रशासन चौकस है. सुरक्षा और शांति व्यवस्था को बनाए रखने के उद्देश्य से केंद्र सरकार ने 10 सुरक्षा बलों की कंपनियां जिले में तैनात की हैं. इसके अलावा अन्य जिले के दो क्षेत्राधिकारी (डीएसपी) को नूंह जिले में भेजा गया है. जिले में छह डीएसपी पूरी तरह नजर रख रहे हैं. विरोध प्रदर्शन को देखते हुए यहां करीब दो हजार पुलिसकर्मी जिनमें आइआरबी, आरएएफ सहित अन्य जिले के जवान तैनात किए हैं.