नई दिल्ली : गुड़गांव में पेटीएम के एक कर्मचारी को जांच में कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया है. कंपनी ने बुधवार को एक बयान जारी कर यह जानकारी दी. बयान में कहा गया है कि कर्मचारी हाल ही में इटली से छुट्टियां बिताकर लौटा था, जो चीन के बाद कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित देशों में शामिल है. इस बीच केंद्र सरकार ने फिर से लोगों को आश्वस्त किया है, कि किसी को भी घबराने की जरूरत नहीं है. केरल सरकार ने कहा है कि उसकी ओर से कुछ कदम उठाए गए हैं, जिसकी बदौलत ये कहा जा सकता है कि इसे नियंत्रित कर पाना संभव है. कोरोना वायरस के कारण जर्मन एयरलाइंस लुफ्थांसा अपने 150 विमानों को ग्राउंड करने का विचार कर रही है.
स्वास्थ्य परिवार कल्याण मंत्रालय ने कोरोना वायरस के प्रकोप को देखते हुए स्कूलों के लिए एक एडवाइजरी जारी की है.
पेटीएम ने अपने सभी कर्मचारियों को अगले कुछ दिनों के लिए घर से काम करने की सलाह दी है, जबकि कंपनी की गुड़गांव इकाई की साफ सफाई की जा रही है. गौरतलब है कि कोरोना वायरस संक्रमण के 28 पुष्ट मामले सामने आए हैं.
बयान में कहा गया है कि कर्मचारी हाल ही में इटली से छुट्टियां बिताकर लौटा था, जो कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित देशों में से एक है.
बयान के अनुसार, पेटीएम ने अपने सभी कर्मचारियों को अगले कुछ दिनों के लिए घर से काम करने की सलाह दी है.
प्रमुख डिजिटल भुगतान कंपनी ने कहा कि इससे उसके दैनिक कार्य प्रभावित नहीं होंगे.
पेटीएम के एक प्रवक्ता ने कहा, 'गुरुग्राम कार्यालय के एक हमारे साथी जो हाल ही में इटली से छुट्टियां बिताकर लौटे हैं, को कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया है. उनका उचित उपचार चल रहा है. एहतियाती उपाय के तौर पर, हमने उनकी टीम के सदस्यों को तुरंत स्वास्थ्य जांच कराने का सुझाव दिया है.'
प्रवक्ता ने कहा, 'हमने अपने सभी सहयोगियों को कुछ दिनों के लिए घर से काम करने की सलाह दी है, जबकि हम अपने कार्यालयों को संक्रमण-मुक्त कर रहे हैं. हालांकि, हमारे दैनिक कार्यों पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा और पेटीएम की सेवाएं हमेशा की तरह जारी रहेंगी.'
स्वास्थ्य मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि नवीनतम मामले की पुष्टि होने के साथ, कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की कुल संख्या 29 हो गई है, जिनमें से 16 इटली के पर्यटक हैं.
हरियाणा स्वास्थ्य विभाग के एक बयान में कहा गया कि राज्य में 956 लोग निगरानी में हैं, जिनमें से 938 लोगों ने प्रभावित देशों की यात्रा की थी.
बयान में कहा गया, 'अंबाला, फरीदाबाद, गुरुग्राम, हिसार, कैथल, करनाल, पंचकूला, रोहतक और सिरसा जैसे कई जिलों में 18 यात्रियों को भर्ती किया गया, जिनमें से 14 यात्रियों को छुट्टी दे दी गई है क्योंकि जांच में उनका परिणाम निगेटिव आया है. हालांकि दिशा-निर्देश के अनुसार वे अभी भी घर पर निगरानी में हैं.' बयान के अनुसार, 'गुरुग्राम के दो यात्री और फरीदाबाद के दो यात्री भर्ती हैं.' इसमें कहा गया, ‘‘जांच के लिए अब तक 32 नमूने भेजे गए हैं, जिनमें से 29 की रिपोर्ट नेगेटिव आई है और तीन लोगों की जांच रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है.'
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इस बीच मध्य प्रदेश के पर्यटन स्थल खजुराहो घूमने आए इटली के नौ पर्यटकों और उनके साथी गाइड को कोरोनावायरस की आशंका के चलते आगे की यात्रा करने से रोक दिया गया है. इन सभी को नौगांव के टीबी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. छतरपुर के सिविल सर्जन डॉ. एस. आर. त्रिपाठी ने संवाददाताओं को बताया कि वायरस के संदिग्धों को जिला मुख्यालय से लगभग 21 किलोमीटर दूर नौगांव के टीबी अस्पताल में रखा गया है और परीक्षण के लिए इनके नमूने लिए जा रहे हैं.
इटली के पर्यटक आगरा से ट्रेन के जरिए झांसी पहुंचे थे. वे मंगलवार को ओरछा में घूमे और इसके बाद रात को खजुराहो पहुंचे. इन पर्यटकों ने बुधवार सुबह खजुराहो के मंदिरों को देखा. इसके बाद इनका हवाई जहाज से बनारस जाने का कार्यक्रम था. मगर एहतियात के तौर पर इनकी यात्रा को रोक दिया गया है. खजुराहो के हवाईअडडे पर स्क्रीनिंग के बाद इन्हें आगे की यात्रा पर नहीं जाने दिया गया.
केरल सरकार का दावा
केरल में देश के पहले तीन पुष्ट मामलों का सफलतापूर्वक इलाज कर लिया गया है. वहां की 28 दिन की पृथक सेवा और कठोर प्रोटोकॉल दूसरों के लिए प्रेरणास्त्रोत है. स्वास्थ्य अधिकारियों की मानें तो स्वास्थ्य विभाग से लेकर फील्ड कर्मचारियों तक सभी ने मजबूती से सहयोग दिया और इस तरह राज्य ने इस तरह की महामारी से निपटने के लिए देश के बाकी राज्यों को रास्ता दिखाया है.
स्वास्थ्य मंत्री केके शैलजा ने कहा, 'हमने केरल में स्थिति को लगभग संभाल लिया है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि हम सुरक्षित हैं. हां हमने तीन मरीजों का इलाज कर उन्हें ठीक किया. इसका मतलब यह नहीं है कि हम अपनी एहतियात और सुरक्षा को कम कर देंगे.' उन्होंने कहा कि केरल ने खासकर हवाई अड्डों, रेलवे स्टेशनों और बस डिपो पर निगरानी बढ़ाने का भी फैसला किया है.
चीन के वुहान शहर से केरल आए तीन छात्रों में संक्रमण पाया गया था. वे क्रमश: अलाप्पुझा, त्रिशूर और कासरगोड जिलों से थे. इलाज के बाद उन्हें अस्पतालों से छुट्टी दे दी गई है और उनमें से कोई भी पृथक नहीं रखा गया है.
मंत्री ने कहा कि भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद और राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान के प्रोटोकॉल द्वारा निर्देशित स्वास्थ्य विभाग कोरोना वायरस से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है.
सभी सीमा बिंदुओं पर संपूर्ण चिकित्सीय जांच हो रही: गृह मंत्रालय
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बुधवार रात घोषणा की कि अटारी, करतारपुर और अगरतला समेत देश के सभी सीमा बिंदुओं पर संपूर्ण चिकित्सीय जांच की जा रही है ताकि यहां आने वाले लोगों में कोरोना वायरस के संदिग्ध मामलों का पता लगाया जा सके.
गृह मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने कहा कि सभी सीमा बिंदुओं पर सर्वसाधन युक्त चिकित्सा दल मौजूद हैं जो पड़ोसी देशेां से आने वाले यात्रियों की जांच कर रहे हैं.
उन्होंने यह भी बताया कि करतारपुर और अटारी पर चिकित्सा जांच चल रही है. सभी सीमा बिंदुओं पर संपूर्ण जांच की जा रही है और प्रतिदिन स्थिति रिपोर्ट भेजी जाती है.