नई दिल्ली: आज आधी रात के बाद चंद्र ग्रहण का नजारा दिखाई दिया. यह सदी का दूसरा सबसे बड़ा चंद्रग्रहण था. ज्योतिष गणनाओं के अनुसार सूर्यग्रहण के बाद इस साल का दूसरा चंद्रग्रहण आज लगा. यह चंद्रग्रहण कई मायनों में खास रहा है.
इस बार चंद्रग्रहण पर वही दुर्लभ योग बना है जो 149 साल पहले 12 जुलाई 1870 को गुरु पूर्णिमा पर बना था.
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17 जुलाई 2019 की रात करीब 1.31 बजे से ग्रहण शुरु हुआ. इसका मोक्ष 17 जुलाई की सुबह करीब 4.30 बजे हुआ. हिन्दू धर्म में ग्रहण को काफी महत्व दिया जाता है.
शहर के एम पी बिड़ला तारामंडल के शोध एवं अकादमिक निदेशक देबीप्रसाद दुआरी ने बताया कि भारत में अगला चंद्रग्रहण 26 मई, 2021 को लगेगा जब यह पूर्ण चंद्रग्रहण होगा.
हिंदू पंचांग की मानें तो इस बार चंद्रग्रहण आषाढ़ शुक्ल पूर्णिमा को उत्तराषाढ़ा नक्षत्र में लगा. यह चंद्रग्रहण खंडग्रास चंद्रग्रहण कहा जा रहा है.
भारत के अलावा, अफ्रीका, एशिया, ऑस्ट्रेलिया, यूरोप और दक्षिण अमेरिका के क्षेत्रों में ग्रहण देखा गया.