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केरल: नाबालिग लड़कियों की आत्महत्या मामले में तीन लोग बरी

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Published : Oct 26, 2019, 12:11 AM IST

दो नाबालिग लड़कियों के यौन दुर्व्यवहार मामले में केरल के पलक्कड़ जिले के प्रथम अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश ने तीन आरोपियों - वी मधु, शिबू और एम मधु को बरी कर दिया है. यह मामला 2017 के जनवरी और मार्च में हुआ था. इस मामले के एक अन्य आरोपी प्रदीप कुमार को पहले ही रिहा कर दिया गया था. जानें विस्तार से...

नाबालिग लड़कियों की आत्महत्या मामले में तीन लोग बरी

पलक्कड़: केरल के वलयर में दो नाबालिग लड़कियों की आत्महत्या के मामले में कोर्ट ने तीन लोगों को बरी कर दिया है. पलक्कड़ जिले के प्रथम अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश ने मामले के तीन आरोपियों - वी मधु, शिबू और एम मधु को बरी कर दिया.

दरअसल कोर्ट ने कहा कि अभियोजन पक्ष मामले में उनकी संलिप्तता साबित नहीं कर पाया. हालांंकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पता चला था कि लड़कियां, जोकि बहन थीं, उनके साथ यौन दुर्व्यवहार हुआ है.

बता दें कि इस मामले के एक अन्य आरोपी प्रदीप कुमार को पहले ही रिहा कर दिया गया था. वहीं लड़कियों की मां ने कहा कि उन्हें उम्मीद नहीं थी कि मामले में आरोपी बरी हो जाएंगे.

इसे भी पढे़ं- बाल यौन शोषण के खिलाफ बड़ा प्रहार! बच्चों को समझाया जा रहा क्या है गुड-बैड टच

उन्होंने कहा, 'मैंने अदालत में सब कुछ बता दिया है लेकिन जांच दल मुझे धोखा दे रहा है. यह फैसला पुलिस के जांच में विफलता का परिणाम है. हालांकि मैंने उनसे कहा भी कि मैंने सबसे बड़ी बच्ची के साथ दुर्व्यवहार होता देखा है. लेकिन अधिकारियों ने कोई कार्रवाई नहीं की.'

गौरतलब है कि यह मामला 2017 के जनवरी और मार्च में हुआ था. 12 और 8 साल की बहनें दो महीने के भीतर वलयर में अपने घर के अंदर लटकी हुई पाई गईं थीं. पहली मौत के बाद, वलयार एसआई को हटा दिया गया था, क्योंकि उसने रहस्यमय मौत के बाद मामला दर्ज करने से इनकार किया था. बाद में दूसरी बहन की मौत पर बड़े स्तर पर विरोध होने के बाद जांच एक नई टीम को सौंप दी गई थी.

पलक्कड़: केरल के वलयर में दो नाबालिग लड़कियों की आत्महत्या के मामले में कोर्ट ने तीन लोगों को बरी कर दिया है. पलक्कड़ जिले के प्रथम अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश ने मामले के तीन आरोपियों - वी मधु, शिबू और एम मधु को बरी कर दिया.

दरअसल कोर्ट ने कहा कि अभियोजन पक्ष मामले में उनकी संलिप्तता साबित नहीं कर पाया. हालांंकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पता चला था कि लड़कियां, जोकि बहन थीं, उनके साथ यौन दुर्व्यवहार हुआ है.

बता दें कि इस मामले के एक अन्य आरोपी प्रदीप कुमार को पहले ही रिहा कर दिया गया था. वहीं लड़कियों की मां ने कहा कि उन्हें उम्मीद नहीं थी कि मामले में आरोपी बरी हो जाएंगे.

इसे भी पढे़ं- बाल यौन शोषण के खिलाफ बड़ा प्रहार! बच्चों को समझाया जा रहा क्या है गुड-बैड टच

उन्होंने कहा, 'मैंने अदालत में सब कुछ बता दिया है लेकिन जांच दल मुझे धोखा दे रहा है. यह फैसला पुलिस के जांच में विफलता का परिणाम है. हालांकि मैंने उनसे कहा भी कि मैंने सबसे बड़ी बच्ची के साथ दुर्व्यवहार होता देखा है. लेकिन अधिकारियों ने कोई कार्रवाई नहीं की.'

गौरतलब है कि यह मामला 2017 के जनवरी और मार्च में हुआ था. 12 और 8 साल की बहनें दो महीने के भीतर वलयर में अपने घर के अंदर लटकी हुई पाई गईं थीं. पहली मौत के बाद, वलयार एसआई को हटा दिया गया था, क्योंकि उसने रहस्यमय मौत के बाद मामला दर्ज करने से इनकार किया था. बाद में दूसरी बहन की मौत पर बड़े स्तर पर विरोध होने के बाद जांच एक नई टीम को सौंप दी गई थी.

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Palakkad: Three persons acquitted of suicide of two minor girls in Valayar.  In the post mortem it was found that the girls, who were sisters had been sexually abused. the First Additional Sessions Judge of Palakkad district acquitted the 3 accused in the case - V Madhu, Shibu and M Madhu and - citing that the prosecution was not able to prove their involvement in the case. Another accused in the case Pradeep Kumar was earlier released.



Whereas the girls mother said she did not expect the accused to be acquitted in the case. 'I have told everything in the court but the investigating team was cheating me. The verdict is a result of the failure in police investigation. Though I told them that I witnessed the abuse of the eldest child, the authorities did not take any action', she added.



The case took place in January and March 2017. The sisters who were 12 and 8 years old were found hanging inside their house in valayar within a span of two months. After the first death, Valayar SI was relocated since he refused to file the case for mysterious death. Later the investigation was handed over to a new team after intense protests over the death of the second sister.

 


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