नई दिल्ली : दिल्ली में पाकिस्तान उच्चायोग के अधिकारी को नगरोटा की साजिश को लेकर विदेश मंत्रालय ने तलब किया है. जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर नगरोटा के बान इलाके में टोल प्लाजा के पास हुई मुठभेड़ में जैश-ए-मोहम्मद के चार संदिग्ध आतंकी मारे गए थे. भारत ने पाकिस्तान के रवैये पर काफी सख्त रूख अख्तियार किया है.
जम्मू क्षेत्र में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में मारे गए चार आतंकवादी इस महीने के अंत में होने वाले जिला विकास परिषद (डीडीसी) के चुनावों को प्रभावित करने के लिए कश्मीर घाटी की ओर जा रहे थे. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने यह जानकारी देने के साथ ही बताया कि पाकिस्तान हमारी राजनीतिक प्रक्रिया में बाधा डालने की कोशिश कर रहा है.
पिछले कुछ दिनों से पाकिस्तान ने इस तरफ आतंकियों की घुसपैठ कराने और आगामी चुनावों को बाधित करने की कोशिशें बढ़ा दी हैं. वहीं आतंकियों के खिलाफ अभियान चलाते हुए जम्मू पुलिस और सुरक्षाबलों ने चार आतंकियों को ढेर कर दिया.
आतंकी हमले की साजिश रच रहे थे
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को गृह मंत्री अमित शाह और विभिन्न शीर्ष सुरक्षा अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की थी. यह बात सामने आयी थी कि जम्मू के बाहरी हिस्से में मुठभेड़ में मारे गए जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादी 26 नवंबर के मुंबई हमले की बरसी पर एक बड़े आतंकी हमले की साजिश रच रहे थे.
सरकारी सूत्रों ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल, विदेश सचिव और शीर्ष खुफिया अधिकारी बैठक में शामिल हुए. बैठक में प्रधानमंत्री ने स्थिति का जायजा लिया।
सूत्रों ने कहा कि आतंकवादियों की साजिश 26 नवंबर के मुंबई आतंकवादी हमले की बरसी पर कुछ बड़ा करने की थी.
प्रधानमंत्री ने बैठक के बाद अपने ट्वीट में कहा था, पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े चार आतंकवादियों का सफाया और उनके पास भारी मात्रा में हथियारों और विस्फोटकों की मौजूदगी से संकेत मिलता है कि बड़ी तबाही मचाने के उनके प्रयासों को एक बार फिर नाकाम कर दिया गया है.
प्रधानमंत्री ने सुरक्षा बलों की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने एक बार फिर अप्रतिम बहादुरी और पेशेवर रुख का परिचय दिया है.
उन्होंने कहा, उनकी सतर्कता के लिए धन्यवाद, उन्होंने जम्मू कश्मीर में जमीनी स्तर पर लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं को निशाना बनाने की एक नापाक साजिश को नाकाम कर दिया है.
बैठक में प्रधानमंत्री ने स्थिति का जायजा लिया. समीक्षा बैठक में गृह मंत्री अमित शाह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल, विदेश सचिव और शीर्ष खुफिया अधिकारी शामिल हुए.