नई दिल्ली/इस्लामाबाद : पाकिस्तान ने पंजाब सरकार के नेतृत्व वाले समग्र प्रतिनिधिमंडल को शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (SGPC) और दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (DSGMC) के प्रतिनिधियों को ननकाना साहिब में 'अखंड पाठ' और 'नगर कीर्तन' के आयोजन की अनुमति से इनकार कर दिया है.
गौरतलब है कि पंजाब सरकार के 31 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल के एक समूह और अन्य 450 भारतीय तीर्थयात्रियों को वीजा नहीं दिया गया था. इस संबंध में भारत सरकार ने नई दिल्ली में पाकिस्तान उच्चायोग को इस संबंध में सिफारिश भी की थी, फिर भी इन यात्रियों को वीजा प्रदान नहीं किया गया.
आपको बता दें कि पाकिस्तान सरकार ने परमजीत सिंह सरना को तीर्थयात्रियों के समूह का निर्णय देने की बजाय खुद फैसला करने का विकल्प चुना है और इससे पंजाब के लोगों में बेहद रोष है.
इसे उस सिख समुदाय की भावनाओं के अपमान के तौर पर देखा जाता है, जो 2019 के पहले हफ्ते से गुरु नानक देव की 550वीं जयंती के उपलक्ष्य में ननकाना साहिब जाना चाहते थे.
पढ़ें : गुरु नानक जी का 550वां प्रकास उत्सव: ननकाना साहब के लिए नगर कीर्तन रवाना
.ऐसा माना जा रहा है कि यह पहली बार है, जब पाकिस्तान ने यात्रियों को ननकाना साहिब की सुविधा देने समेत यात्रा की अनुमति देने से इनकार किया हो.
इतना ही नहीं पाकिस्तान भारत सरकार के उस प्रस्ताव का जवाब भी नहीं दे रहा है, जिसमें 12 नवम्बर को गुरुपर्व के मौके पर 3000 श्रद्धालुओं की बजाय 1947 के प्रोटोकॉल के तहत श्रद्धालुओं की संख्या को बढ़ाकर 10,000 करने का आग्रह किया गया था.