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राजस्थान : पाक विस्थापित हिंदू छात्रा को मिली परीक्षा देने की इजाजत

पाक विस्थापित छात्रा डमी कोहली को 12वीं कक्षा की परीक्षा में शामिल होने से रोकने के मामले में सरकार हरकत आ गई. इस खबर को ईटीवी भारत पर प्रमुखता से दिखाए जाने के बाद प्रदेश के शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने खुद माध्यमिक शिक्षा बोर्ड को निर्देश दिए हैं कि वो डमी कोहली को परीक्षा में शामिल करे. विस्तार से पढ़ें यह खबर.

डमी कोहली
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Published : Jan 2, 2020, 9:01 AM IST

Updated : Jan 2, 2020, 1:36 PM IST

जयपुर : राजस्थान के जोधपुर में पाक विस्थापित डमी कोहली को राजस्थान सरकार ने 12वीं कक्षा की परीक्षा में बैठने के निर्देश दे दिए हैं. शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने खुद माध्यमिक शिक्षा बोर्ड को निर्देश दिए हैं कि वह पाकिस्तान से आई बालिका डमी कोहली की ओर से दिए गए प्रमाण पत्रों को सही मानते हुए उसे परीक्षा में शामिल करें.

गौरतलब है कि माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने डमी कोहली को 12वीं कक्षा की परीक्षा में बैठाने से यह कहते हुए इनकार कर दिया था कि उसने जो सर्टिफिकेट जमा किया है, उसका पात्रता प्रमाण पत्र नहीं है. ऐसे में उसे राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड परीक्षा में बैठने नहीं दे सकता. इसके बाद से ही डमी और उसके परिवार की परेशानी बढ़ गई थी.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

पढ़ें- भारत-पाक ने एक-दूसरे को कैदियों की सूची सौंपी

दरअसल, डमी कोहली ने पाकिस्तान के मीरपुर खास से दसवीं पास की और 11वीं में वह भारत आ गई. जिसके बाद यहां एक निजी स्कूल में बायोलॉजी विषय से पढ़ाई शुरू की. लेकिन परीक्षा से 2 महीने पहले ही माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने निजी स्कूल को पत्र देकर बताया कि डमी के पास पात्रता प्रमाण पत्र नहीं है.जिसके चलते उसे परीक्षा में नहीं बैठाया जा सकता.

वहीं, बुधावार को ईटीवी भारत ने इस मामले को गंभीरता से उठाया. जिसके बाद प्रदेश सरकार ने डमी कोहली को 12वीं कक्षा की परीक्षा में बैठने के लिए मंजूरी दे दी है. सीमांत लोक संगठन के समन्वयक हिंदू सिंह सोढा ने इसे सरकार का सकारात्मक कदम बताया. वहीं, डमी के पिता चोखा कोहली ने सरकार का आभार जताया है.

जयपुर : राजस्थान के जोधपुर में पाक विस्थापित डमी कोहली को राजस्थान सरकार ने 12वीं कक्षा की परीक्षा में बैठने के निर्देश दे दिए हैं. शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने खुद माध्यमिक शिक्षा बोर्ड को निर्देश दिए हैं कि वह पाकिस्तान से आई बालिका डमी कोहली की ओर से दिए गए प्रमाण पत्रों को सही मानते हुए उसे परीक्षा में शामिल करें.

गौरतलब है कि माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने डमी कोहली को 12वीं कक्षा की परीक्षा में बैठाने से यह कहते हुए इनकार कर दिया था कि उसने जो सर्टिफिकेट जमा किया है, उसका पात्रता प्रमाण पत्र नहीं है. ऐसे में उसे राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड परीक्षा में बैठने नहीं दे सकता. इसके बाद से ही डमी और उसके परिवार की परेशानी बढ़ गई थी.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

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दरअसल, डमी कोहली ने पाकिस्तान के मीरपुर खास से दसवीं पास की और 11वीं में वह भारत आ गई. जिसके बाद यहां एक निजी स्कूल में बायोलॉजी विषय से पढ़ाई शुरू की. लेकिन परीक्षा से 2 महीने पहले ही माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने निजी स्कूल को पत्र देकर बताया कि डमी के पास पात्रता प्रमाण पत्र नहीं है.जिसके चलते उसे परीक्षा में नहीं बैठाया जा सकता.

वहीं, बुधावार को ईटीवी भारत ने इस मामले को गंभीरता से उठाया. जिसके बाद प्रदेश सरकार ने डमी कोहली को 12वीं कक्षा की परीक्षा में बैठने के लिए मंजूरी दे दी है. सीमांत लोक संगठन के समन्वयक हिंदू सिंह सोढा ने इसे सरकार का सकारात्मक कदम बताया. वहीं, डमी के पिता चोखा कोहली ने सरकार का आभार जताया है.

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Body:सरकार ने दी डमी को 12 वी की परीक्षा में बैठने की अनुमति
जोधपुर ।सरकार ने पाकिस्तान से आई डमी को 12वीं कक्षा की परीक्षा में बैठाने के निर्देश दे दिए हैं शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने खुद माध्यमिक शिक्षा बोर्ड को निर्देश दिए हैं कि वे पाकिस्तान से आई बालिका डमी को 12वीं कक्षा की परीक्षा में शामिल करें। और उसके द्वारा दिए गए प्रमाणपत्रों को सही मानते हुए उसकी परीक्षा ली जाए डमी को माध्यमिक शिक्षा बोर्ड में 12वीं कक्षा की परीक्षा में बैठाने से यह कहते हुए इनकार कर दिया था कि उसने जो पाकिस्तान का मैट्रिक सर्टिफिकेट सबमिट किया है उसका पात्रता प्रमाण पत्र नहीं है ऐसे में उसे राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड परीक्षा में नहीं बैठ आ सकता इसके बाद से डमी व उसके परिवार की चिंताएं बढ़ गई डमी ने दसवीं पाकिस्तान के मीरपुर खास से की थी 11वीं में वह भारत आ गई और यहां एक निजी स्कूल में साइंस बायोलॉजी लेकर पढ़ाई शुरू की ताकि वह डॉक्टर बनने का सपना पूरा कर सके लेकिन परीक्षा से 2 महीने पहले ही माध्यमिक शिक्षा बोर्ड निजी स्कूल को पत्र देकर बताया कि वह दस्तावेज नहीं है उसे परीक्षा में बैठाया जा सकता बुधवार को इस मामले ने तूल पकड़ा ही प्रमुखता से खबर को उठाया इसके बाद सरकार और शिक्षा मंत्री खुद घोषणा करनी को 12वीं कक्षा की परीक्षा में बैठने के लिए मंजूरी दे दी सीमांत लोक संगठन के समन्वयक हिंदू सिंह सोडा ने इसे सरकार का सकारात्मक कदम बताते हुए कहा कि इससे जैसे कई अन्य विस्थापितों को आने वाली परेशानियों निकलेगी उसके पिता ने भी सरकार का आभार जताया।
बाईट 1 हिन्दू सिंह सोढा, समन्वयक सीमांत लोकसंगठन
बाईट 2 डमी पाक विस्तापित छात्रा
बाईट 3 चोखाराम डमी के पिता



Conclusion:
Last Updated : Jan 2, 2020, 1:36 PM IST
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