इस्लामाबाद: कश्मीर में धारा 370 हटने के बाद से ही पाकिस्तान कोई न कोई नया हथकंडा अपना रहा है. इस बार भी वो भारत में कश्मीरियों के इलाज के लिए डॉक्टरों की टीम भेजने की बात कह रहा है. पाक का कहना है कि वे तकलीफ झेल रहे कश्मीरियों को मदद मुहैया कराएंगे.
सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार पता चला कि पाकिस्तान से कुछ डॉक्टरों की टीम एलओसी (लाइन ऑफ कंट्रोल) पार कर सोमवार को भारत में प्रवेश करने की योजना बना रही है. इनमें 75 पाकिस्तानी डॉक्टरों की एक टीम है, जिनके साथ नर्सें भी होंगी.
मीडिया रिपोर्टों की माने तो रविवार को ही एक दल मुजफ्फराबाद पहुंच गया था. वहां मौजूद डॉक्टरों का कहना है कि उन्हे 100 अन्य डॉक्टरों के इस मुहिम में शामिल होने की उम्मीद है.
30 अगस्त को स्वास्थ विज्ञान विश्वविद्यालय (यूएचएस) और पाकिस्तान सोसाइटी ऑफ इंटर्नल मेडिसिन (पीएचआईएम) ने एक घोषणापत्र पर हस्ताक्षर किए हैं. घोषणपत्र में कहा गया कि पाकिस्तान डॉक्टरों की टीम कश्मीर भेजेगा.
साथ ही बताया गया कि डॉक्टरों की ये टीम अपने साथ दवाइयां भी ले जाएगी. स्वास्थ विज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति जावेद अकरम, जो कि पाकिस्तान सोसाइटी ऑफ इंटर्नल मेडिसिन के संस्थापक सदस्यों में भी शामिल हैं, उन्होंने भारतीय अधिकारियों से बाधा न पैदा करने के लिए कहा. साथ ही कहा कि डॉक्टरों की टीम को जाने दिया जाए.
एक मीडिया संस्थान से बात करते हुए प्रोफेसर अकरम ने कहा कि वे और उनकी गठित की गई टीम ने एलओसी पार करने की योजना बनाई है. ऐसा वे सोमवार को मुजफ्फराबाद में संयुक्त राष्ट्र के प्रवक्ता से मिलने के बाद करेंगे.
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प्रोफेसर अकरम ने कहा कि वे 21 डॉक्टरों के प्रवेश की अनुमति चाहते हैं. यदि 21 को अनुमति न मिले तो कम से कम वे 3 डॉक्टरों के प्रवेश की मांग कर रहे हैं. ये डॉक्टर यूएचएस और पीएसआईएम से जुड़े होंगे और उनका कहना है कि ये पहल मानवता को ध्यान में रख कर की जा रही है.
प्रोफेसर अकरम आगे कहते हैं कि हमने कश्मीर में चकोथी से प्रवेश करने का विचार किया है. हमारे साथ दवाइयों और राहत समाग्री से भरा एक ट्रक होगा. साथ ही वे कहते हैं कि हमें ये नहीं पता कि इस पहल का क्या अंजाम होने वाला है.
प्रोफेसर अकरम बताते हैं कि उन्होंने भारतीय हाई कमिशन के सचीव आषीश शर्मा से 5 सितंबर को मुलाकात की. मुलाकात के दौरान उन्होंने इस मामले से जुड़ी एक अर्जी दायर की, जिसमें कुछ डॉक्टरों को वीजा देने की बात कही गई थी. इस पर अधिकारी ने कहा कि इस तरह से वीजा नहीं दिया जा सकता.