नई दिल्ली : पाकिस्तान के एफएटीएफ में ब्लैकलिस्ट न होने पर भारत के राजनयिक समुदाय में गहरा असंतोष देखने को मिला है.
पूर्व राजदूत और विदेश नीति विश्लेषक जेके त्रिपाठी ने दावा किया कि भारत का मकसद पाकिस्तान को ब्लैक लिस्ट करना नहीं है. बल्कि भारत चाहता है कि पाकिस्तान को अपनी जमीन का इस्तेमाल आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए नहीं करना चाहिए.
उन्होंने विश्वास जताया कि पाकिस्तान को काली सूची में डाल दिया जाएगा. उन्होंने एफएटीएफ के एशिया पैसिफिक ग्रुप की रिपोर्ट का भी हवाला दिया जहां पाकिस्तान कई मुद्दों पर अपना अनुपालन दिखाने में विफल रहा है.
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प्रेस से बात करते हुए वित्तीय कार्रवाई टास्क फोर्स के अध्यक्ष ने कहा कि पाकिस्तान ने वादे बहुत बड़े-बड़े किए पर उनको पूरा नहीं कर पाया है. पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी देते हुए उन्होंने दावा किया कि अगर 2020 तक देश पर्याप्त उपाय नहीं करता है तो उसे ब्लैकलिस्ट कर दिया जाएगा.