जयपुर : राजस्थान में बजट बजट से पूर्व लगातार मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अलग-अलग वर्गों से मिलकर उनके सुझाव ले रहे हैं. शनिवार को किसानों के साथ भी मुख्यमंत्री ने चर्चा की. इस चर्चा में जब एक किसान बड़ी गोभी लेकर आया तो हर कोई उसे आश्चर्यचकित नजरों से देखता रहा. दरअसल यह किसान कोई और नहीं बल्कि सीकर जिले के अजीतगढ़ निवासी पद्मश्री से नवाजे गए किसान जगदीश पारीक हैं.
जगदीश पारीक को प्रदेश में ही नहीं देशभर में 'गोभी मैन' के नाम से भी जाना जाता है. पारीक 1970 से गोभी का उत्पादन कर रहे हैं और उन्होंने 25 किलो 150 ग्राम की गोभी का उत्पादन किया है. पारीक ने अजीतगढ़ सेलेक्शन नाम से गोभी की वैरायटी भी बनाई है जो विश्व रिकॉर्ड से महज 850 ग्राम पीछे है.
सचिवालय में पहुंचे पद्मश्री जगदीश पारीक ने कहा कि मैं सरकार से आज कोई मांग नहीं करने आया हूं, केवल इतना कहने आया हूं कि किसान अगर मेहनत से काम करेगा तो उसका उत्पादन दोगुना हो जाएगा. इसके लिए किसान को मोटिवेशन की जरूरत है.
उन्होंने कहा अगर मुख्यमंत्री जैसी शख्सियत किसानों को जैविक खेती के लिए प्रेरित करती है तो इसका व्यापक असर होगा. इससे ना केवल हमारे स्वास्थ्य बल्कि पर्यावरण को भी लाभ प्राप्त होगा.
दरअसल, जगदीश पारीक 1970 से सब्जियों की खेती करते आ रहे हैं. वे खेती में नवाचारों के लिए कई अवार्ड भी प्राप्त कर चुके हैं जिनमें पद्मश्री भी एक है. इसके अलावा उनका नाम सबसे वजनदार गोभी उत्पादन के लिए लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में भी दर्ज है. हालांकि विश्व रिकॉर्ड से वह भी 850 ग्राम दूर हैं, लेकिन उनका कहना है कि वह जल्द ही 26 किलो की गोभी उगा कर देश का नाम विश्व में बढ़ाएंगे.
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पारीक ने अब तक 25 किलो 150 ग्राम फूलगोभी के साथ ही 7 फीट लंबी तुरई, 6 फीट लम्बी घीया, 3 फीट लंबी गाजर, 1 फीट लंबा और डेढ़ इंच मोटा बैंगन, 3 किलो का गोल बैंगन, 86 किलो का कद्दू, 8 किलो की पत्ता गोभी, 400 ग्राम का नींबू ,15 किलो की तुरई और मिर्च के पौधे पर 150 में मिर्च उगाने में कामयाबी हासिल की है.
पारीक सब्जियों की नई किस्म तैयार करने से लेकर किसानों को जैविक खेती करने के लिए प्रेरित करते हैं. यही वजह है कि उन्हें कृषि वैज्ञानिक का दर्जा भी प्राप्त है.