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TSRTC हड़ताल : तेलंगाना में 5000 से अधिक लोग हिरासत में

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Published : Nov 9, 2019, 5:04 PM IST

Updated : Nov 9, 2019, 6:20 PM IST

तेलंगाना में तेलंगाना राज्य सड़क परिवहन निगम (टीएसआरटीसी) कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर पिछले माह से ही हड़ताल पर हैं. राज्य में एहतियात बरतने के लिए आज 5,000 से अधिक कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया गया. जानें पूरा विवरण...

टीएसआरटीसी हड़ताल

हैदराबाद : तेलंगाना राज्य सड़क परिवहन निगम (टीएसआरटीसी) के कर्मचारी अपनी कई मांगों को लेकर पिछले माह से ही हड़ताल पर हैं. हड़ताल के मद्देनजर प्रशासन राज्य में एहतियात बरत रहा है. इसी कड़ी में शनिवार को 5000 से अधिक लोगों को हिरासत में ले लिया गया.

हिरासत में लिये गये लोगों में टीएसआरटीसी कार्यकर्ता, कई राजनीतिक दलों के नेता और विपक्ष के नेता भी शामिल हैं. ये लोग पिछले कई दिनों से अपनी मांगों को लेकर मार्च और हड़ताल कर रहे हैं. आज 'चलो टैंक बंड' कार्यक्रम के आयोजन के लिए कर्मचारी टैंक बंड पर एकत्र हुए थे. इस दौरान उन्होंने पुलिस पर पत्थर भी फेंके. इसके बाद पुलिस ने उनपर कार्रवाई की.

टैंक बांड पर प्रदर्शन करते टीएसआरटीसी कर्मचारी.

बता दें कि टीएसआरटीसी कार्यकर्ता अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं. शनिवार को उनकी हड़ताल का 36वां दिन था. टैंक बंड पर मार्च कर रहे लोगों को भी पुलिस ने हिरासत में ले लिया.

टीएसआरटीसी की मांगों में सरकार के साथ आरटीसी के विलय सहित कई अन्य मुद्दे हैं. इसे लेकर टीएसआरटीसी कार्यकर्ता और यूनियन एक कार्यक्रम 'चलो टैंक बंड' (Chalo Tank Bund) का आयोजन करना चाहते थे, जिसके लिए इन्होंने पुलिस विभाग से अनुमति मांगी थी, लेकिन प्रशासन ने इनकार कर दिया.

गौरतलब है कि टैंक बंड में पुलिस कर्मियों की भारी तैनाती थी और बैरिकेड्स लगाये गये थे.

पुलिस ने यातायात नियमों को बनाये रखने के लिए लोगों को वैकल्पिक मार्गों से जाने का सुझाव दे रखा था क्योंकि टैंक बंड और उसके आसपास के इलाकों में प्रदर्शनकारियों के जुटने की संभावना थी.

अपर पुलिस महानिदेशक (लॉ एंड ऑर्डर) जितेंद्र ने कहा राज्य में राजनीतिक दल के लोगों को भी एहतियात बरतने के लिए हिरासत में लिया गया है. क्योंकि 'चलो टैंक बंड' प्रदर्शन की अनुमति नहीं दी गई है.

बता दें कि संयुक्त कार्रवाई समिति (JAC) के आह्वान पर, तेलंगाना में पांच अक्टूबर से लगभग 48,000 टीएसआरटीसी कर्मचारियों ने काम का बहिष्कार कर दिया है और अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है.

पढ़ें : तेलंगाना: TSRTC की हड़ताल शुरू- परेशान हो रहे हैं यात्री, सरकार ने दी चेतावनी

हड़ताली टीएसआरटीसी कर्मचारी सरकार के साथ आरटीसी के विलय, वेतन पुनरीक्षण, विभिन्न पदों पर भर्ती करने की मांग कर रहे हैं, जिसके परिणामस्वरूप राज्य में यात्रियों को हो रही असुविधा को देखते हुए अन्य निजी बसों को चलाना पड़ा.

मुख्यंमत्री के. चन्द्रशेखर राव ने पहले कहा था कि किसी भी परिस्थिति में आरटीसी को सरकार में विलय नहीं किया जाएगा और कर्मचारियों द्वारा किया जा रहा हड़ताल अवैध है. इससे जनता को काफी असुविधा हो रही है.

टैंक बंड हुसैन सागर के किनारे पर है. जो कि हैदराबाद और सिकंदराबाद को आपस में जोड़ता है. हाल ही में राज्य सरकार ने कहा था कि यह हड़ताल अवैध है और निगम मांगें मानने की स्थिति में नहीं है.

पढ़ें : TSRTC हड़ताल : 5 नवंबर के बाद कर्मचारियों की वापसी नहीं, सरकार ने चेताया

बता दें कि कांग्रेस, भाजपा और अन्य विपक्ष की पार्टियों ने चलो टैंक बंड कार्यक्रम का समर्थन किया है.

हैदराबाद : तेलंगाना राज्य सड़क परिवहन निगम (टीएसआरटीसी) के कर्मचारी अपनी कई मांगों को लेकर पिछले माह से ही हड़ताल पर हैं. हड़ताल के मद्देनजर प्रशासन राज्य में एहतियात बरत रहा है. इसी कड़ी में शनिवार को 5000 से अधिक लोगों को हिरासत में ले लिया गया.

हिरासत में लिये गये लोगों में टीएसआरटीसी कार्यकर्ता, कई राजनीतिक दलों के नेता और विपक्ष के नेता भी शामिल हैं. ये लोग पिछले कई दिनों से अपनी मांगों को लेकर मार्च और हड़ताल कर रहे हैं. आज 'चलो टैंक बंड' कार्यक्रम के आयोजन के लिए कर्मचारी टैंक बंड पर एकत्र हुए थे. इस दौरान उन्होंने पुलिस पर पत्थर भी फेंके. इसके बाद पुलिस ने उनपर कार्रवाई की.

टैंक बांड पर प्रदर्शन करते टीएसआरटीसी कर्मचारी.

बता दें कि टीएसआरटीसी कार्यकर्ता अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं. शनिवार को उनकी हड़ताल का 36वां दिन था. टैंक बंड पर मार्च कर रहे लोगों को भी पुलिस ने हिरासत में ले लिया.

टीएसआरटीसी की मांगों में सरकार के साथ आरटीसी के विलय सहित कई अन्य मुद्दे हैं. इसे लेकर टीएसआरटीसी कार्यकर्ता और यूनियन एक कार्यक्रम 'चलो टैंक बंड' (Chalo Tank Bund) का आयोजन करना चाहते थे, जिसके लिए इन्होंने पुलिस विभाग से अनुमति मांगी थी, लेकिन प्रशासन ने इनकार कर दिया.

गौरतलब है कि टैंक बंड में पुलिस कर्मियों की भारी तैनाती थी और बैरिकेड्स लगाये गये थे.

पुलिस ने यातायात नियमों को बनाये रखने के लिए लोगों को वैकल्पिक मार्गों से जाने का सुझाव दे रखा था क्योंकि टैंक बंड और उसके आसपास के इलाकों में प्रदर्शनकारियों के जुटने की संभावना थी.

अपर पुलिस महानिदेशक (लॉ एंड ऑर्डर) जितेंद्र ने कहा राज्य में राजनीतिक दल के लोगों को भी एहतियात बरतने के लिए हिरासत में लिया गया है. क्योंकि 'चलो टैंक बंड' प्रदर्शन की अनुमति नहीं दी गई है.

बता दें कि संयुक्त कार्रवाई समिति (JAC) के आह्वान पर, तेलंगाना में पांच अक्टूबर से लगभग 48,000 टीएसआरटीसी कर्मचारियों ने काम का बहिष्कार कर दिया है और अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है.

पढ़ें : तेलंगाना: TSRTC की हड़ताल शुरू- परेशान हो रहे हैं यात्री, सरकार ने दी चेतावनी

हड़ताली टीएसआरटीसी कर्मचारी सरकार के साथ आरटीसी के विलय, वेतन पुनरीक्षण, विभिन्न पदों पर भर्ती करने की मांग कर रहे हैं, जिसके परिणामस्वरूप राज्य में यात्रियों को हो रही असुविधा को देखते हुए अन्य निजी बसों को चलाना पड़ा.

मुख्यंमत्री के. चन्द्रशेखर राव ने पहले कहा था कि किसी भी परिस्थिति में आरटीसी को सरकार में विलय नहीं किया जाएगा और कर्मचारियों द्वारा किया जा रहा हड़ताल अवैध है. इससे जनता को काफी असुविधा हो रही है.

टैंक बंड हुसैन सागर के किनारे पर है. जो कि हैदराबाद और सिकंदराबाद को आपस में जोड़ता है. हाल ही में राज्य सरकार ने कहा था कि यह हड़ताल अवैध है और निगम मांगें मानने की स्थिति में नहीं है.

पढ़ें : TSRTC हड़ताल : 5 नवंबर के बाद कर्मचारियों की वापसी नहीं, सरकार ने चेताया

बता दें कि कांग्रेस, भाजपा और अन्य विपक्ष की पार्टियों ने चलो टैंक बंड कार्यक्रम का समर्थन किया है.

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PRI ESPL NAT
.HYDERABAD MES5
TL-RTC-STRIKE
RTC workers stir: Over 5,000 in preventive custody
         Hyderabad, Nov 7 (PTI) Several leaders of the striking
TSRTC employees' unions and opposition parties were among the
over 5,000 people taken into preventive custody across
Telangana on Saturday ahead of their proposed protest march,
highlighting their demands.
         Police on Friday had already denied permission to the
TSRTCemployees' unions to organise the 'Chalo Tank Bund'
protest over various demands including merger of the RTC with
the government, keeping public convenience in view.
         They sought to organise 'Chalo Tank Bund' protest as
their indefinite strike entered the 36th day on Saturday.
         There was heavy deployment of police personnel and
barricades were put up at Tank Bund.
         Police in order to ease the traffic and for the
convenience of public put in place alternate routes and
advised them to use the suggested routes as the agitators are
likely to gather and cause traffic obstructions on Tank Bund
and surrounding areas.
         Many leaders of TSRTC Joint Action Committee were
taken into preventive custody, while Congress Legislature
Party leader Mallu Bhatti Vikramarka and several senior
Congress leaders were put under "house arrest" or detained in
the city and other parts of the state to prevent them from
joining the 'Chalo Tank Bund' protest.
         "As a preventive measure, over 5,000 people including
leaders and workers ofstrikingTSRTC employees unions and
political parties have been taken into preventive custody
across Telangana because the 'Chalo Tank Bund' protest is not
permitted," Additional Director General of Police (Law and
Order)Jitendertold PTI.
         Nearly 48,000 employees had boycotted work and begun
an indefinite strike from October 5 across Telangana on a call
by the Joint Action Committee (JAC), demanding merger of RTC
with the government, pay revision, recruitment to various
posts, among others resulting in state-run buses staying off
the roads causing inconvenience to commuters.
         Chief Minister K ChandrasekharRaohadearlier said
under no circumstances would the RTC be merged with the
government and said the employees' stir is illegalas they
caused immense inconvenience to the public.
         The Tank Bund, on the banks of Hussain Sagar lake,
connects Hyderabad and Secunderabad.
         The state government had earlier declared the strike
illegal and said the corporation is not in a position to
accept the demands.
         The Congress, BJP and other opposition parties have
already announced their support to 'Chalo Tank Bund'.
         The workers of RTC are keen on taking part in the
protest and they would go ahead with the protest in spite of
the hurdles, the employees unions' leader E Aswathama Reddy
had said.
         Meanwhile, mild tension prevailed on the roads leading
to Tank Bund after a group of protesters pelted stones at
police personnel when they were stopped from marching towards
the bund.
         Police resorted to a mild lathicharge to disperse the
protesters.
         Some other protesters from different organisations who
have been extending their support to the TSRTC employees'
unions, squatted on roads and raised slogans against the
Telangana government and the Chief Minister.
         Police foiled attempts by a large number of members of
Left Parties and their affiliate organisations to break the
barricades installed on different roads leading towards Tank
Bund.
         Police also whisked away leaders of Left Parties and
BJP when they tried to reach Tank Bund. PTI VVK
SS
SS
11091542
NNNN
Last Updated : Nov 9, 2019, 6:20 PM IST
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