हैदराबाद : तेलंगाना राज्य सड़क परिवहन निगम (टीएसआरटीसी) के कर्मचारी अपनी कई मांगों को लेकर पिछले माह से ही हड़ताल पर हैं. हड़ताल के मद्देनजर प्रशासन राज्य में एहतियात बरत रहा है. इसी कड़ी में शनिवार को 5000 से अधिक लोगों को हिरासत में ले लिया गया.
हिरासत में लिये गये लोगों में टीएसआरटीसी कार्यकर्ता, कई राजनीतिक दलों के नेता और विपक्ष के नेता भी शामिल हैं. ये लोग पिछले कई दिनों से अपनी मांगों को लेकर मार्च और हड़ताल कर रहे हैं. आज 'चलो टैंक बंड' कार्यक्रम के आयोजन के लिए कर्मचारी टैंक बंड पर एकत्र हुए थे. इस दौरान उन्होंने पुलिस पर पत्थर भी फेंके. इसके बाद पुलिस ने उनपर कार्रवाई की.
बता दें कि टीएसआरटीसी कार्यकर्ता अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं. शनिवार को उनकी हड़ताल का 36वां दिन था. टैंक बंड पर मार्च कर रहे लोगों को भी पुलिस ने हिरासत में ले लिया.
टीएसआरटीसी की मांगों में सरकार के साथ आरटीसी के विलय सहित कई अन्य मुद्दे हैं. इसे लेकर टीएसआरटीसी कार्यकर्ता और यूनियन एक कार्यक्रम 'चलो टैंक बंड' (Chalo Tank Bund) का आयोजन करना चाहते थे, जिसके लिए इन्होंने पुलिस विभाग से अनुमति मांगी थी, लेकिन प्रशासन ने इनकार कर दिया.
गौरतलब है कि टैंक बंड में पुलिस कर्मियों की भारी तैनाती थी और बैरिकेड्स लगाये गये थे.
पुलिस ने यातायात नियमों को बनाये रखने के लिए लोगों को वैकल्पिक मार्गों से जाने का सुझाव दे रखा था क्योंकि टैंक बंड और उसके आसपास के इलाकों में प्रदर्शनकारियों के जुटने की संभावना थी.
अपर पुलिस महानिदेशक (लॉ एंड ऑर्डर) जितेंद्र ने कहा राज्य में राजनीतिक दल के लोगों को भी एहतियात बरतने के लिए हिरासत में लिया गया है. क्योंकि 'चलो टैंक बंड' प्रदर्शन की अनुमति नहीं दी गई है.
बता दें कि संयुक्त कार्रवाई समिति (JAC) के आह्वान पर, तेलंगाना में पांच अक्टूबर से लगभग 48,000 टीएसआरटीसी कर्मचारियों ने काम का बहिष्कार कर दिया है और अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है.
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हड़ताली टीएसआरटीसी कर्मचारी सरकार के साथ आरटीसी के विलय, वेतन पुनरीक्षण, विभिन्न पदों पर भर्ती करने की मांग कर रहे हैं, जिसके परिणामस्वरूप राज्य में यात्रियों को हो रही असुविधा को देखते हुए अन्य निजी बसों को चलाना पड़ा.
मुख्यंमत्री के. चन्द्रशेखर राव ने पहले कहा था कि किसी भी परिस्थिति में आरटीसी को सरकार में विलय नहीं किया जाएगा और कर्मचारियों द्वारा किया जा रहा हड़ताल अवैध है. इससे जनता को काफी असुविधा हो रही है.
टैंक बंड हुसैन सागर के किनारे पर है. जो कि हैदराबाद और सिकंदराबाद को आपस में जोड़ता है. हाल ही में राज्य सरकार ने कहा था कि यह हड़ताल अवैध है और निगम मांगें मानने की स्थिति में नहीं है.
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बता दें कि कांग्रेस, भाजपा और अन्य विपक्ष की पार्टियों ने चलो टैंक बंड कार्यक्रम का समर्थन किया है.