भुवनेश्वर : ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने सोमवार को केंद्रीय करों में हिस्सा 'काफी घटाने' तथा पेट्रोल एवं डीजल पर सेस के माध्यम से राजस्व के केंद्रीयकरण पर चिंता जताई है. हालांकि उन्होंने वर्ष 2021-22 के केंद्रीय बजट के कुछ पहलुओं का स्वागत किया.
उन्होंने कहा कि बैंकों को महिलाओं, किसानों और एमएसमई को ऋण देने के लिए जवाबदेह बनाया जाना जरूरी है. पटनायक ने कहा कि वर्तमान वर्ष में केंद्रीय करों में ओडिशा के हिस्से में 10,840 करोड़ रुपये की कटौती से राज्य पर बुरा असर पडेगा क्योंकि 15 वें वित्त आयोग की सिफारिश के हिसाब से क्षैतिज हिस्सा अगले पांच सालों में 4.629 फीसद से घटकर 4.528 फीसद रह जाएगा और इससे राज्य पर गंभीर प्रभाव पड़ेगा.
उन्होंने कहा कि ओडिशा में रेलवे और राजमार्ग दोनों क्षेत्रों में पूंजी निवेश की बहुत आवश्यकता है क्योंकि यह अन्य राज्यों के लिए योजनाबद्ध है.
उन्होंने कहा, 'पेट्रोल और डीजल पर उपकर के जरिए राजस्व के केंद्रीयकरण से केंद्र-राज्य वित्तीय संतुलन कमजोर होगा.'
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जबकि केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धमेंद्र प्रधान ने दावा किया है कि केंद्रीय बजट ओडिशा के लिए लाभकारी होगा. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष निरंजन पटनायक ने बजट की आलोचना की है.