नई दिल्ली: NSUI, AISA और SFI के सदस्यों ने दिल्ली विश्वविद्यालय के लेडी श्रीराम कॉलेज की छात्रा ऐश्वर्या को इंसाफ दिलाने के लिए दिल्ली में अलग-अलग जगह प्रदर्शन किया. विरोध प्रदर्शन में कार्यकर्ताओं ने कहा की एश्वर्या की मृत्यु पर दुख प्रकट करते हैं. इस होनहार छात्रा की आत्महत्या की दोषी सीधे-सीधे भाजपा सरकार है, क्योंकि भाजपा सरकार द्वारा पिछले कई सालों से लगातार छात्रवृत्ति को रोका जा रहा है. इस कारण छात्र अपनी पढ़ाई सुचारु रूप से जारी नहीं रख पा रहे हैं और आत्महत्या के लिए मजबूर हो रहे हैं.
एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज कुंदन ने कहा कि एलएसआर कॉलेज की छात्रा ऐश्वर्या द्वारा आत्महत्या के लिए मजबूर होना वर्तमान सरकार की विफल नीतियों का सबसे बड़ा उदाहरण है. भाजपा सरकार से हम पिछले कई सालों से छात्रवृत्ति जारी करने की मांग कर रहे हैं तथा लगातार विरोध प्रदर्शन भी कर रहे हैं, लेकिन केंद्र की मोदी सरकार को कोई फर्क नहीं पड़ा. अभी भी लाखों छात्र सिर्फ इस भरोसे हैं कि कब सरकार छात्रवृत्ति जारी करे और हम पढ़ाई शुरू करें.
छात्रों का कहना है कि छात्रा ऐश्वर्या ने पिछले दिनों अपने घर तेलंगाना में सुसाइड कर लिया था. उसने सुसाइड नोट भी लिखा था कि उसे एक साल से स्कॉलरशिप नहीं मिल रही है, जिसके कारण वो पढ़ाई नहीं कर पा रही है. इसलिए वो सुसाइड कर रही है.
अब इन छात्रों का आरोप है कि मृतक छात्रा ऐश्वर्या की ये सुसाइड नहीं है, बल्कि मर्डर है. क्योंकि अगर यूनिवर्सिटी समय-समय पर उसको स्कॉलरशिप देती, तो वो सुसाइड नहीं करती, जबकि वो कॉलेज टॉपर थी. इसलिए हमारी मांग है कि मृतक ऐश्वर्या की स्कॉलरशिप को उसके परिवार को दी जाए.
AISA के सदस्य़ माणिक गुप्ता बताते हैं कि ऐश्वर्या मैथ ऑनर्स द्वितीय वर्ष की छात्रा थी और कॉलेज टॉपर थी. लॉकडाउन में वो अपने घर तेलंगाना गयी थी. जहां पिछले दिनों सुसाइड कर लिया.
सुसाइड के पहले ऐश्वर्या ने सुसाइड नोट भी लिखा था, जिसमें लिखा था कि मुझे यूनिवर्सिटी से पिछले एक साल से स्कॉलरशिप नहीं मिल रही है, जिसके कारण वो आगे कि पढ़ाई नहीं कर पा रही है, इसलिए वो सुसाइड कर रही है.
एनएसयूआई के अनुसार, छात्रा का आरोप था कि वह छात्रवृत्ति नहीं मिलने के कारण कॉलेज की फीस का भुगतान करने में सक्षम नहीं थी तथा कोरोना महामारी के कारण उसे हॉस्टल खाली करने के लिए मजबूर किया.
एनएसयूआई ने कहा कि वह केंद्र से तुरंत देशभर के छात्रों की छात्रवृत्ति जारी करने का अनुरोध करती है. अगर भाजपा सरकार मांग नहीं मानती है तो संगठन जल्द ही देशव्यापी प्रदर्शन करेगा.