नई दिल्ली : 15वें भारत-यूरोपीय संघ के सम्मेलन में द्विपक्षीय व्यापार और निवेश समझौते (बीटीआईए) को लेकर विदेश मंत्रालय के सचिव के विकास स्वरूप ने कहा है कि बीटीआईए को अंतिम रूप देने के लिए कोई समय सीमा निर्धारित नहीं की गई है, लेकिन भारत और यूरोपीय संघ (ईयू) को इस पर चर्चा करनी होगी.
विकास स्वरूप ने कहा कि दोनों पक्षों के नेताओं ने भारत-यूरोपीय संघ की रणनीतिक साझेदारी को विकसित करने के लिए रुचि और पूर्ण प्रतिबद्धता दिखाई है. दोनों पक्षों ने विभिन्न क्षेत्रों, सुरक्षा, व्यापार और निवेश, आर्थिक सहयोग और विदेश नीति में संबंधों को उन्नत करने के लिए नए 2025 तक रणनीतिक साझेदारी की है.
उन्होंने कहा, '15वां भारत-ईयू शिखर सम्मेलन पूरा हो गया है. यूरोपीय संघ के साथ हमारे संबंध बहुत सक्रिय हैं. हमारे संबंध एक तरह से सभी आयामों को समाहित करते हैं. वस्तुओं को लेकर 100 बिलियन डॉलर से ज्यादा व्यापार के साथ यूरोपीय यूनियन हमारी सबसे बड़ी व्यापार भागीदार है. हमारे बीच लगभग 40 बिलियन डॉलर का सेवा व्यापार भी है.'
विकास स्वरूप ने कहा कि यूरोपीय संघ भारत में सबसे बड़े निवेशकों में से एक है, जिसका कुल संचयी निवेश 91 बिलियन डॉलर से भी अधिक है. उन्होंने कहा कि यह शिखर सम्मेलन बहुत ही सौहार्दपूर्ण वातावरण में आयोजित किया गया था. बता दें कि कोरोना वायरस के चलते यह सम्मेलन डिजिटल तरीके से आयोजित किया गया.
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उन्होंने यह भी बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने COVID-19 उपकरणों, टीके बनाने में तेजी लाने के लिए यूरोपीय संघ की वैश्विक पहल की सराहना की है.
यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष चार्ल्स मिशेल और यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष जर्मनी की उर्सुला फॉन डेय लाएन ने भी यूरोपीय संघ के देशों को दवा उपलब्ध कराने के मामले में भारत द्वारा प्रदान की गई सहायता की सराहना की.