तिरुवनंतपुरम : केरल सोना तस्करी मामले में आतंकी संपर्कों की जांच कर रहे राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने यहां एक विशेष अदालत में संकेत दिए कि उसे संबंधित रैकेट में माफिया डॉन दाऊद इब्राहीम के गिरोह के शामिल होने का संदेह है.
एजेंसी ने कहा कि सोने की तस्करी से मिलने वाले मुनाफे का इस्तेमाल राष्ट्रविरोधी गतिविधियों और आतंकी कृत्यों में होने की संभावना संबंधी खुफिया जानकारी है. इसने कहा कि मामले में जांच को आगे बढ़ाने के लिए 180 दिन तक सभी आरोपियों को न्यायिक हिरासत में रखा जाना अत्यंत आवश्यक है. एजेंसी ने सभी आरोपियों की जमानत याचिकाओं का विरोध किया.
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सोने की तस्करी का मामला तब सामने आया, जब यहां यूएई वाणिज्य दूतावास के एक पूर्व कर्मचारी पी.एस. सरिथ को सीमा शुल्क ने पांच जुलाई को दुबई से तिरुवनंतपुरम की यात्रा में राजनयिक सामान में 30 किलोग्राम सोने की तस्करी करने के मामले में गिरफ्तार किया था. बाद में मामले में स्वप्ना और शिवशंकर का नाम सामने आया. एनआईए ने यह भी बताया कि स्वप्ना का यूएई वाणिज्य दूतावास में बहुत प्रभाव था, क्योंकि उसे नौकरी छोड़ने के बाद भी रिटेनर शुल्क का भुगतान किया जा रहा था.
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गौरतलब है कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने केरल सोना तस्करी मामले में छह और लोगों को गिरफ्तार किया. इसके साथ ही छह स्थानों पर तलाशी ली. एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी. एजेंसी ने केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम स्थित यूएई के वाणिज्य दूतावास में राजनयिक माध्यमों से सोने की तस्करी के मामले में अभी तक 10 लोगों को गिरफ्तार किया है. आपको बता दें कि कस्टम विभाग ने केरल सेना तस्करी मामले की आरोपी स्वप्ना सुरेश के बयान की एक प्रति अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट कोर्ट (आर्थिक अपराध) को सौंपी.
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वहीं विशेष एनआईए कोर्ट ने आरोपी केटी रमीज की हिरासत को तीन दिनों के लिए बढ़ा दिया था. केटी रमीज को सात दिन की एनआईए हिरासत में भेज दिया गया था जो कि सात अगस्त तक के लिए बढ़ा दी गई थी.