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हैकिंग से बचाने के लिए 'जियो मीट' में जोड़े गए नए सुरक्षा फीचर - एन्क्रिप्टेड और पासवर्ड प्रोटेक्टेड

रिलायंस इंडस्ट्रीज ने अपनी 24 घंटे मुफ्त वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग ऐप 'जियो मीट' में अतिरिक्त सुरक्षा फीचर जोड़े हैं. इसका उद्देश्य जूम जैसे एप पर हुए साइबर हमलों से और हैकरों से एप की सुरक्षा करना है. पढ़ें पूरी खबर...

JioMeet prevent
जियो मीट
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Published : Jul 9, 2020, 3:41 AM IST

नई दिल्ली : रिलायंस इंडस्ट्रीज ने हाल ही में जियो मीट नाम का एप लॉन्च किया था. इस एप से 24 घंटे तक मुफ्त वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग बात हो सकती है, जो एन्क्रिप्टेड और पासवर्ड-प्रोटेक्टेड हैं. जियो ने इस एप की सुरक्षा के लिए एक नया फीचर जोड़ा है. जो कॉन्फ्रेंस होस्ट को मेहमानों के साइन-इन के बिना मीटिंग में शामिल होने और उनकी पहचान का खुलासा करने से रोकती है.

कंपनी के सूत्रों ने बताया कि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग टूल जूम पर आयोजित की जा रही एक ऑनलाइन क्लास के दौरान स्क्रीन पर दिखाई देने वाली अश्लील तस्वीरों की खबरों को ध्यान में रखते हुए यह सुरक्षात्मक फीचर जोड़ा गया है.

सूत्रों ने बताया कि जियो मीट ने सबके लिए अपना परिचालन शुरू करने के एक हफ्ते के भीतर ही सुरक्षा से जुड़़े कई फीचर जोड़े हैं. जूम के बारे में मिली खबरों को देखते हुए कंपनी ने एहतियाती कदम उठाए हैं. कंपनी ने कहा कि जियो मीट का अपडेटेड संस्करण अब गूगल प्ले स्टोर और ऐपल के ऐप स्टोर पर उपलब्ध है.

नई सुविधाओं में स्कूल मीटिंग और दैनिक बैठक जैसी आवर्ती बैठकों की सुविधा के लिए व्यक्तिगत मीटिंग रूम सेट करने की क्षमता है.

इसके अलावा, एक जियो मीट उपयोगकर्ता अब प्रतिभागी वीडियो को डबल-क्लिक करके मीटिंग प्रतिभागी को बड़ा और पिन कर सकता है.

पढ़ें : रिलायंस ने लॉन्च किया जियो मीट, एक साथ होगी 100 लोगों की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग

संस्करण में एंटरप्राइज उपयोगकर्ताओं के लिए एकल-उपयोग साइन-ऑन भी है, जो उपयोगकर्ताओं को उनके मौजूदा उपयोगकर्ता-आईडी और पासवर्ड का उपयोग करने की अनुमति देता है.

एंटरप्राइज उपयोगकर्ता अब मुख्य सम्मेलन से बाहर निकलने के बिना अन्य सहयोगियों के साथ खोज और सम्मेलन करने में सक्षम हैं.

इसके अलावा, इस संस्करण में, जियो मीट ने उपयोगकर्ता इंटरफेस और लुक को ताजा किया है.

नई दिल्ली : रिलायंस इंडस्ट्रीज ने हाल ही में जियो मीट नाम का एप लॉन्च किया था. इस एप से 24 घंटे तक मुफ्त वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग बात हो सकती है, जो एन्क्रिप्टेड और पासवर्ड-प्रोटेक्टेड हैं. जियो ने इस एप की सुरक्षा के लिए एक नया फीचर जोड़ा है. जो कॉन्फ्रेंस होस्ट को मेहमानों के साइन-इन के बिना मीटिंग में शामिल होने और उनकी पहचान का खुलासा करने से रोकती है.

कंपनी के सूत्रों ने बताया कि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग टूल जूम पर आयोजित की जा रही एक ऑनलाइन क्लास के दौरान स्क्रीन पर दिखाई देने वाली अश्लील तस्वीरों की खबरों को ध्यान में रखते हुए यह सुरक्षात्मक फीचर जोड़ा गया है.

सूत्रों ने बताया कि जियो मीट ने सबके लिए अपना परिचालन शुरू करने के एक हफ्ते के भीतर ही सुरक्षा से जुड़़े कई फीचर जोड़े हैं. जूम के बारे में मिली खबरों को देखते हुए कंपनी ने एहतियाती कदम उठाए हैं. कंपनी ने कहा कि जियो मीट का अपडेटेड संस्करण अब गूगल प्ले स्टोर और ऐपल के ऐप स्टोर पर उपलब्ध है.

नई सुविधाओं में स्कूल मीटिंग और दैनिक बैठक जैसी आवर्ती बैठकों की सुविधा के लिए व्यक्तिगत मीटिंग रूम सेट करने की क्षमता है.

इसके अलावा, एक जियो मीट उपयोगकर्ता अब प्रतिभागी वीडियो को डबल-क्लिक करके मीटिंग प्रतिभागी को बड़ा और पिन कर सकता है.

पढ़ें : रिलायंस ने लॉन्च किया जियो मीट, एक साथ होगी 100 लोगों की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग

संस्करण में एंटरप्राइज उपयोगकर्ताओं के लिए एकल-उपयोग साइन-ऑन भी है, जो उपयोगकर्ताओं को उनके मौजूदा उपयोगकर्ता-आईडी और पासवर्ड का उपयोग करने की अनुमति देता है.

एंटरप्राइज उपयोगकर्ता अब मुख्य सम्मेलन से बाहर निकलने के बिना अन्य सहयोगियों के साथ खोज और सम्मेलन करने में सक्षम हैं.

इसके अलावा, इस संस्करण में, जियो मीट ने उपयोगकर्ता इंटरफेस और लुक को ताजा किया है.

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