नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस के मामलों को लेकर जानकारी दी. उन्होंने ट्वीट कर बताया कि कोविड-19 (कोरोना वायरस) पर तैयारियों के बारे में व्यापक समीक्षा हुई. अलग-अलग मंत्रालय और राज्य मिलकर काम कर रहे हैं, जो भारत में आने वाले लोगों की स्क्रीनिंग से लेकर शीघ्र चिकित्सा सुविधा मुहैया करा रहे हैं. घबराने की जरूरत नहीं है. इसके पहले भारत सरकार ने 26 दवाओं के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि भारत में कोरोना वायरस से संक्रमण के दो और मामलों की पुष्टि हुई है. वहीं भारत सरकार ने एडवाइजरी जारी करते हुए कहा, 'इटली, ईरान, दक्षिण कोरिया और जापान के वह नागरिक, जिन्होंने भारत में प्रवेश नहीं किया है और उन्हें तीन मार्च या उससे पहले नियमित वीजा/ई-वीजा जारी किया गया था उन्हें निलंबित कर दिया है.'
राजस्थान के स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा ने बताया कि जयपुर में एक इतालवी पर्यटक के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है.उन्होंने बताया कि 29 फरवरी को लिए गए पहले नमूने में संक्रमण की पुष्टि नहीं हुई थी, लेकिन सेहत में लगातार गिरावट आने के बाद दूसरे नमूने की जांच की गई और सोमवार को उसके कोरोना वायरस के संक्रमित होने की पुष्टि हुई.केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक एक व्यक्ति दिल्ली में और एक तेलंगाना में कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया है.
शर्मा ने कहा, 'चूंकि रिपोर्ट में अंतर है, इसलिए नमूने को परीक्षण के लिए पुणे स्थित राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान भेजा गया है.'
भारत में पहले कोरोना वायरस के तीन मामले केरल में सामने आए थे जिनमें चीन के वुहान विश्वविद्यालय में अध्ययनरत चिकित्सा विषय के दो छात्र भी शामिल थे. स्वदेश लौटने पर इन्होंने स्वयं इसकी जानकारी अस्पताल को दी और जांच में इनके कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई. तीनों को ठीक होने पर पिछले महीने अस्पताल से छुट्टी दे दी गई.
सामने आए नए मामलों की जानकारी देते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने बताया कि दिल्ली के जिस व्यक्ति के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है उसने हाल में इटली की यात्रा की थी, जबकि दूसरे ने दुबई की यात्रा की थी.
उन्होंने बताया, 'दोनों मरीजों ने कोरोना वायरस से संक्रमण के लक्षण होने पर स्वयं इसकी सूचना दी. हालांकि दोनों मरीजों में संक्रमण की पुष्टि हुई है. उनकी हालत स्थिर है और हालात पर करीब से नजर रखी जा रही है.'
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60 देशों तक फैला कोरोना वायरस
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि दिल्ली का व्यक्ति इटली से लौटने के बाद राम मनोहर लोहिया अस्पताल में इलाज के लिए आया, जबकि तेलंगाना का मरीज पहले निजी अस्पताल में इलाज के लिए गया जिसे बाद में सरकारी अस्पताल में उसे रेफर किया गया.
हर्षवर्धन ने लोगों से जरूरी नहीं होने पर ईरान, इटली, दक्षिण कोरिया और सिंगापुर की यात्रा करने से बचने की सलाह दी और कहा कि कोरोना वायरस से बुरी तरह प्रभावित ईरान और इटली से भारतीय को निकालने के लिए भारत ने वहां के प्रशासन से चर्चा की है.
राजस्थान में संदिग्ध रोगी
राजस्थान में जोधपुर के एसएन मेडिकल कॉलेज से जुड़े मथुरादास माथुर अस्पताल में कोरोना संदिग्ध रोगी भर्ती हुआ है. युवक की उम्र 26 वर्ष है और वह 10 दिन पूर्व ही ईरान से लौटा है. युवक जोधपुर जिले के शेरगढ़ का रहने वाला है. युवक को सर्दी, खांसी और जुकाम की परेशानी थी जिसके बाद वह इलाज के लिए मथुरादास माथुर अस्पताल पहुंचा.
डॉक्टर्स ने युवक को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया है. युवक की गहनता से जांच की जा रही है. नमूनों को जांच के लिए जयपुर के एसएमएस मेडिकल कॉलेज भेजा गया है. जांच रिपोर्ट आने के बाद ही आगे कुछ कहा जा सकता है.
नोएडा में सुरक्षा व्यवस्था पर खास ध्यान
कोरोना वायरस के डर से नोएडा के दो स्कूल एहतियात के तौर पर बंद कर दिए गए हैं. गौतमबुद्ध नगर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अनुराग भार्गव ने बताया कि दिल्ली के पॉजिटिव पाए छात्र के संपर्क में रहे सभी बच्चों और बड़ों का टेस्ट कर लिया गया है, जांच की रिपोर्ट 2 से 3 घंटों में आ जाएगी.
CMO डॉक्टर अनुराग भार्गव ने बताया कि एहतियात के तौर पर स्कूल प्रशासन ने सभी पेरेंट्स को मेल भेजकर स्कूल बंद कर दिया है. स्वास्थ्य विभाग स्कूल के रूम को सैनिटाइज कर रहा है क्योंकि स्कूल बड़ा है इसलिए इसे पूरे तरीके से सैनिटाइज करने में 1 दिन का वक्त लग जाएगा.
मुख्य चिकित्साधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि शख्स ने एक बर्थडे पार्टी दी थी जिसमें नोएडा के एक निजी स्कूल के छात्र-छात्राएं उस बर्थडे पार्टी में शामिल हुए थे. पार्टी का संचालन कोरोना वायरस के पीड़ित ने किया था.
इस पार्टी में 5 बच्चे और 5 पैरेंट्स शामिल थे. पार्टी में शामिल हुए लोगों का टेस्ट किया गया है. फिलहाल उन्हें आइसोलेशन रूम में रखा गया है और रिपोर्ट्स अगले दो से तीन घंटों में आ जाएगी जिसके बाद ही आगे कोई निर्णय लिया जा सकेगा.
इसके पहले केरल राज्य में भी तीन मामलों की पुष्टि की गई थी. हालांकि, तीनों संदिग्धों की जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई थी. स्वास्थ्य मंत्रालय ने विदेश यात्रा को लेकर एडवाइजरी जारी की है. वहीं दिल्ली सरकार ने कोराना वायरस को लेकर एक आपात बैठक बुलाई है.
दुनियाभर में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या तीन हजार के पार होने के बाद सरकार ने भी संक्रमण की पहचान और जांच की कोशिशें तेज कर दी है.
चीन में सबसे पहले कोरोना वायरस से लोग संक्रमित हुए और यह अमेरिका, इटली और ईरान सहित 60 देशों तक फैल चुका है.
कोरोना वायरस से उत्पन्न मौजूदा स्थिति की निगरानी करने और निवारण के उपाय करने के लिए गठित मंत्रियों के समूह की बैठक के बाद हर्षवर्धन ने कहा कि भारत ने चीन और ईरान में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले बढ़ने के मद्देनजर पहले ही इन देशों के नागरिकों को जारी ई-वीजा/ वीजा रद कर दिया है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, 'स्थिति के अनुसार वीजा रोक का विस्तार अन्य देशों के लिए भी किया जा सकता है.'
यह पूछे जाने पर कि क्या देश में दवाओं की कमी है क्योंकि इन्हें बनाने के लिए 70 प्रतिशत कच्चा माल चीन से आता है? हर्षवर्धन ने कहा कि फार्मास्युटिकल विभाग का प्रभार देख रहे मंत्री से उन्होंने बात की है और संबंधित मंत्री ने बताया कि इस स्थिति से निपटने के लिए पर्याप्त तैयारी की गई है.
उन्होंने बताया कि हाल में ईरान से लौटे 1,086 लोगों को सामुदायिक निगरानी में रखने की सिफारिश की गई है.
हर्षवर्धन के मुताबिक प्रशासन काठमांडू, इंडोनेशिया, वियतनाम, मलेशिया, चीन, हांगकांग, थाईलैंड, दक्षिण कोरिया, सिंगापुर और जापान से आने वाले यात्रियों की देश के 21 हवाई अड्डों पर जांच कर रहा है.
उन्होंने बताया कि अब तक हवाई अड्डों पर 5,57,431 यात्रियों की और बंदरगाहों पर 12,431 लोगों की जांच की गई है.
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स्वास्थ्य मंत्रालय ने कस ली है कमर
हर्षवर्धन ने बताया कि नेपाल सीमा से लगे उत्तरप्रदेश, बिहार, सिक्किम, पश्चिम बंगाल के ग्रामीण इलाकों के 10,24,922 लोगों की जांच की गई है.
स्वास्थ्य मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इनके अलावा देशभर में 25,738 लोगों को सामुदायिक निगरानी में रखा गया है. देश में कोरोना वायरस से संक्रमित होने के लक्षण पाए जाने के बाद 37 लोगों का विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है.
हर्षवर्धन ने बताया कि अब तक देशभर में 3,217 नमूनों की जांच की गई है जिनमें से पांच लोगों में कोरोना वायरस से संक्रमण होने की पुष्टि हुई है, जबकि 23 नमूनों के नतीजों का इंतजार है.
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि वुहान से म्यांमार के दो, बांग्लादेश के 22, मालदीव के दो, चीन के छह, दक्षिण अफ्रीका के एक, अमेरिका के एक और मैडागास्कर के एक नागरिक सहित निकाले गए कुल 112 लोगों को छावला स्थित भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के कैम्प में बनाए गए पृथक केंद्र में रखा गया है और पहले चरण की जांच में उनके कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि नहीं हुई है.
उन्होंने बताया कि 27 फरवरी को जापान से एयर इंडिया की उड़ान से 119 भारतीय और पांच विदेशी नागरिकों को वापस लाया गया। इन्हें मानेसर स्थित सेना द्वारा स्थापित पृथक केंद्र में रखा गया है और जांच में इनके कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि नहीं हुई है.
हर्षवर्धन ने लोगों को सलाह दी है कि वे सतर्क रहें और कोरोना वायरस के लक्षण सामने आने पर नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र को सूचना दें. उन्होंने बताया कि लोग स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा 24 घंटे चलने वाले नियंत्रण कक्ष के दूरभाष संख्या 011-23978046 या ईमेल पता 'एनसीओवी2019 एट दी रेट जीमेल डॉट कॉम' के जरिये भी अपनी आशंकाओं का समाधान कर सकते हैं.
इस बीच, तेलंगाना के स्वास्थ्य मंत्री ई राजेंद्र ने बताया कि कोरोना वायरस से संक्रमित 24 वर्षीय युवक सॉफ्टवेयर इंजीनियर है और उसे हैदराबाद के सरकारी गांधी अस्पताल में बनाए गए पृथक वार्ड में रखा गया है.
उन्होंने बताया कि संक्रमित व्यक्ति ने पिछले महीने दुबई में हांगकांग के लोगों के साथ काम किया था और संदेह है कि इस दौरान वह विषाणु के संपर्क में आया.
राजेंद्र ने बताया कि युवक 19/20 फरवरी की रात बेंगलुरु आया था और बाद में बस के जरिये हैदराबाद पहुंचा.
तेलंगाना के स्वास्थ्य मंत्री के मुताबिक हैदराबाद आने पर युवक ने बुखार का इलाज कराया था और बाद में उसे शहर के एक निजी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल भर्ती कराया गया था। उसे रविवार शाम को सरकारी गांधी अस्पताल में भर्ती किया गया.
राजेंद्र के मुताबिक सरकार युवक के परिवार के सदस्यों सहित उन लोगों की पहचान कर रही है जो उसके संपर्क में आए. उन्होंने एक सवाल के जवाब में बताया कि अस्पताल के कर्मी और परिवार के सदस्यों सहित 80 लोगों की पहचान की गई है जो उसके संपर्क में आए थे.
तेलंगाना के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि लोगों की पहचान करने का अभिप्राय यह नहीं है कि वे संक्रमित हैं.
राजेंद्र ने बताया कि मुख्यमंत्री चंद्रशेखर राव को कोरोना वायरस मामले की जानकारी दी गई है और उन्होंने चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर विषाणु को फैलने से रोकने के लिए सभी कदम उठाने का निर्देश दिया है.
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि स्थिति से निपटने के लिए पंचायती राज, नगर प्रशासन, पुलिस, पर्यटन, राजस्व और अन्य विभागों की बैठक मंगलवार को होगी.