पटना : बिहार विधानसभा चुनाव की तारीख घोषित होने के बाद यह तय है कि चुनावी दंगल में मुख्य मुकाबला बीजेपी नेतृत्व वाले एनडीए और विपक्षी दलों के आरजेडी नेतृत्व वाले गठबंधन में होना है. हालांकि, अब तक इन दोनों गठबंधनों का आकार क्या होगा, यह तय नहीं है.
इस चुनाव में कई ऐसे दल भी ताल ठोंकते नजर आएंगे, जिनका खाता अभी विधानसभा में खुलना शेष है. वहीं वामदल भी हैं, जिन्हें पिछले कुछ चुनावों में बहुत कम सीटों से संतोष करना पड़ा था. इसके अलावा, कई ऐसी पार्टियां भी इस चुनाव में मतदाताओं के सामने होंगी, जिनके सुप्रीमो दूसरे दलों में थे और अब खुद की पार्टी बना ली है.
पप्पू यादव का दिखेगा दम
जन अधिकार पार्टी, विकासशील इंसान पार्टी, जनता दल (राष्ट्रवादी), जनतांत्रिक विकास पार्टी (जविपा) सहित कई ऐसी पार्टियां हैं, जिनकी प्राथमिकता बिहार विधानसभा में खाता खोलने की है. पूर्व सांसद पप्पू यादव की जन अधिकार पार्टी इस चुनाव में 150 सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा कर चुकी है. इसमें कोई शक नहीं कि पूर्व में आरजेडी नेता रहे पप्पू यादव की बिहार के कई क्षेत्रों में अपनी पहचान है. कहा तो यहां तक जा रहा है कि पिछले पांच सालों में किए गए मेहनत का लाभ भी उन्हें कुछ क्षेत्रों में मिलेगा, लेकिन कुछ लोगों के भरोसे को वे सीटों में कैसे तब्दील करेंगे, यह देखने वाली बात है.
सत्ता पक्ष और विपक्ष से बिहार की जनता परेशान
पप्पू यादव कहते भी हैं कि सत्ता पक्ष और विपक्ष से बिहार की जनता परेशान है और वह विकल्प के रूप में सामने हैं. जविपा चुनाव में 150 सीटों पर अपने प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतारने की घोषणा की है. जविपा का बक्सर, भोजपुर और रोहतास जिले में जनाधार माना जाता है. पार्टी नेता कहते हैं कि बिहार में जो विकास का दावा किया जाता रहा है, उसकी पोल इस कोरोना काल में खुल गई है और इसी कथित विकास का जनता जवाब मांगने को तैयार है.
बिहार में बसपा अपने दम पर लड़ेगी चुनाव
बसपा के प्रदेश अध्यक्ष भरत बिंद ने कहा है कि पार्टी बिहार की सभी 243 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी. पार्टी अपने दम सभी सीटों पर उम्मीदवार उतारेगी. उन्होंने कहा कि बिहार में पार्टी का किसी भी दल से गठबंधन नहीं है. उन्होंने स्पष्ट किया कि कुछ लोग महागठबंधन में बसपा के शामिल होने का दुष्प्रचार कर रहे हैं.
50 सीटों पर चुनाव लड़ेगी एआईएमआईएम
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) बिहार में 50 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल इमान ने बताया कि सभी 50 सीटें चिह्नित कर ली गईं हैं. उम्मीदवारों का चयन बाद में होगा. बीजेपी और जेडीयू के खिलाफ समान विचारधारा की पार्टियों से भी सीटों के तालमेल के संबंध में बातचीत जारी है. गैर एनडीए दलों की यह जिम्मेदारी है कि वे मजबूत विकल्प पेश करें.
चुनाव मैदान में जनता दल (राष्ट्रवादी)
आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद के साथ रहे पूर्व सांसद रंजन यादव इस चुनाव में जनता दल (राष्ट्रवादी) पार्टी बनाकर चुनावी मैदान में हैं. शुक्रवार को कृषि विधेयकों के विरोध में सड़कों पर उतरकर पार्टी के कार्यकर्ता अपनी ताकत दिखा चुके हैं. पार्टी नेता बताते हैं कि उनकी पार्टी यूनियन डेमोक्रेटिक अलायंस के घटक दल के रूप में चुनाव मैदान में उतर रही है, जो एक विकल्प के रूप में जनता के बीच जा रही है.
वाम दलों की हालत भी बिहार में बेहतर नहीं
वामपंथी पार्टियों की हालत भी बिहार में बेहतर नहीं मानी जाती है. पिछले चुनाव में वामपंथी दलों को मात्र तीन सीटों पर संतोष करना पड़ा था. इस चुनाव में वामपंथी दल विपक्षी दलों के महागठबंधन के साथ चुनाव मैदान में आने की तैयारी में हैं. हालांकि, अब तक तस्वीर साफ नहीं हुई है. वैसे वामपंथी दल इस चुनाव में अपनी सीट को बढ़ाने को लेकर आतुर नजर आ रहे हैं.
बिहार के रण में यूडीएसए
पूर्व केंद्रीय मंत्री व संयुक्त जनतांत्रिक सेकुलर गठबंधन (यूडीएसए) के संयोजक देवेंद्र प्रसाद यादव की पार्टी भी चुनाव मैदान में है. बिहार में यूडीएसए 150 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी. यूडीएसए के संयोजक देवेंद्र प्रसाद यादव ने कहा कि वाजिब अधिकार पार्टी और संयुक्त किसान विकास पार्टी को शामिल करके संयुक्त जनतांत्रिक सेकुलर गठबंधन को आकार दिया गया है. उन्होंने कहा कि बिहार की जनता को अब नया विकल्प चाहिए, जो हम देंगे.
चुनाव मैदान में पब्लिक विकास पार्टी
बिहार में प्राइवेट स्कूल एंड चिल्ड्रन वेलफेयर एसोसिएशन के बैनर तले डीके सिंह ने विधानसभा चुनाव में उतरने का एलान किया. एसोसिएशन के सदस्यों ने आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में 243 सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा की है.
आशुतोष कुमार के नेतृत्व में राष्ट्रीय जन जन पार्टी
जन-जन पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष आशुतोष कुमार ने सभी सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा की है. उन्होंने कहा कि, हमारी पार्टी बिहार से पलायन को रोकने पर प्रमुखता से कार्य करेगी. हमारी पार्टी का मुख्य उद्देश्य बिहार के किसान को बिचौलिया मुक्त करना है. हम पंजाब के तर्ज पर किसान से 25% बढ़े मूल्य पर सीधे अनाज खरीद करेंगे.
जनहित किसान पार्टी, 52 सीटों पर लड़ेगी चुनाव
जनहित किसान पार्टी भी बिहार चुनाव में 52 सीटों पर उम्मीदवार उतारने की तैयारी में है. पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौरसिया श्याम सुंदर दास का कहना है कि बिहार में लगातार बेरोजगारी बढ़ी है. उन्होंने बेरोजगारी और अपराधिक घटनाओं के लिए सरकार को जिम्मेदार बताया है.
100 सीटों पर चुनाव लड़ेगी जागो हिंदुस्तान पार्टी
बिहार विधानसभा चुनाव में जागो हिंदुस्तान पार्टी 100 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. जागो हिंदुस्तान पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष विद्यासागर ने कहा कि चुनाव को लेकर मैं घूम रहा हूं और लोगों से मिल रहा हूं. उन्होंने कहा कि इस चुनाव में हमारा मुख्य मुद्दा होगा कि बिहार के लोग दूसरे प्रदेश में ना जाएं. उन्हें अपने ही प्रदेश में रोजगार, शिक्षा मिले और स्वास्थ सुविधा मिले, ताकि उन्हें दूसरे प्रदेशों में ना जाना पड़े.
पूरे दमखम से मैदान में उतरेगी भारत जागो जनता पार्टी
विधानसभा चुनाव में भारत जागो जनता पार्टी पूरे दमखम के साथ 125 विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी. भारत जागो जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष विष्णु सिंह ने कहा कि उनकी पार्टी किसी से भी गठबंधन नहीं करेगी और चुनाव में पूरी मजबूती से जनहित से जुड़े मुद्दों को उठाएगी.